देहरादून: नागरिकता संशोधन कानून-2019 (सीएए) के विरोध में भले ही अभी तक उत्तराखंड में किसी तरह का कोई तनावपूर्ण आंदोलन देखने को नहीं मिला है, लेकिन अब एकएक जामिया और कुछ संदिग्ध कश्मीरी छात्र उत्तराखंड में घुसपैठ कर सीसीए कानून के खिलाफ अराजकता व शांति व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश में हैं. इसी जानकारी के आधार पर गुरुवार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सख्त रुख अपनाते हुए किसी भी अराजक तत्वों को न बख़्शने के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है. पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों की संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखने के आदेश दिए गए है.
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इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि ऐसे संदिग्धों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है. बीते रोज हल्द्वानी में सीएए को विरोध में एक प्रदर्शन हुई थी, जिसमें कुछ संदिग्धों के शामिल होने की सूचना आई थी. इस मामले में नैनीताल एसएसपी को धरना प्रदर्शन करने वाले सभी लोगों के सत्यापन और घुसपैठ जैसी जानकारियों को पुख्ता कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
अशोक कुमार ने कहा कि सीएए को लेकर जब से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं तभी से उत्तराखंड संतर्क है. प्रदेश में अभी तक किसी भी तरह का हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ. पुलिस पहले दिन से ही ऐसे विरोध-प्रदर्शनों पर नजर बनाए हुए है.