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LAC पर चीनी सेना, उत्तराखंड पुलिस ने ITBP-SSB के अफसरों संग की बैठक

उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर चीन सेना के एक्टिव होने की खबरें आई हैं. इसके बाद से ही सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. गुरुवार को उत्तराखंड पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर तैनात ITBP और SSB के अधिकारियों के साथ बैठक की.

Uttarakhand Police
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Published : Jul 22, 2021, 5:00 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना की गतिविधियां बढ़ने की खबर सामने आई है. इसके बाद से ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. उत्तराखंड पुलिस ने भी अपना सुरक्षा तंत्र सक्रिय कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय देहरादून में पुलिस के आलाधिकारियों ने आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और एसएसबी (सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल) के अलावा केंद्रीय व राज्य से जुड़े खुफिया विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.

बैठक में चर्चा की गई कि केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियां आपस में तालमेल बैठाकर सीमांत इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करें. हालांकि उत्तराखंड पुलिस की तरफ से साफ किया गया है कि बाड़ाहोती में चीन सेना के एक्टिव होने की उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. इस बैठक में ITBP डीआईजी और SSB आईजी ने हिस्सा लिया था.

पढ़ें- उत्तराखंड के बाड़ाहोती सेक्टर में चीनी सेना एक्टिव, भारत भी हुआ अलर्ट

वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए चीन और नेपाल से लगी सीमा पर उत्तराखंड पुलिस के जवान आईटीबीपी और एसएसबी के साथ मिलकर पेट्रोलिंग करने की भी तैयारी कर रहे हैं. ताकि बॉर्डर एरिया की मॉनिटरिंग आपसी सामंजस्य बैठाकर तेजी से की जा सके.

एक साल बाद हुई बैठक: उत्तराखंड की सीमा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर चीन और नेपाल से लगी हुई है. उत्तराखंड पुलिस हर तीसरे महीने चीन और नेपाल सीमा पर तैनात ITBP और SSB के अधिकारियों के अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक करती है. हालांकि कोरोना की वजह से ये बैठक काफी समय से नहीं हो पाई थी. लेकिन बुधवार को जैसे ही खबर आई कि उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना एक्टिव हुई है. इसके बाद अचानक गुरुवार को ये बैठक आयोजित की गई.

इस बैठक का उद्देश्य जहां सीमांत इलाकों की सुरक्षा को पुख्ता करना होता है, वहीं राज्य और केंद्रीय फोर्स के बीच आपसी समन्वय बनाना होता है. सभी फोर्स सुरक्षा को लेकर एक-दूसरे से जानकारियां शेयर करते हैं. वहीं नेपाल बॉर्डर पर अक्सर ड्रग्स और मानव के तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. उन पर लगाम कसने के लिए केंद्रीय और राज्य की फोर्स रणनीति बनाती है.

पढ़ें- पुलिस ग्रेड पे मामलाः DGP और मंत्री सुबोध के बीच हुई वार्ता, जल्द हो सकता है फैसला!

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस की आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है. बैठक में सीमांत इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पेट्रोलिंग और अपराधिक गतिविधियों पर ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत कार्रवाई करने पर सहमति बनाई जा रही है.

उन्होंने उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना की गतिविधियों पर कोई जानकारी नहीं दी. इस तरह की कोई सूचना उनके पास नहीं है. फिलहाल ऐसे विषय पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ किसी विषय पर चर्चा भी नहीं की गई.

देहरादून: उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना की गतिविधियां बढ़ने की खबर सामने आई है. इसके बाद से ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. उत्तराखंड पुलिस ने भी अपना सुरक्षा तंत्र सक्रिय कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय देहरादून में पुलिस के आलाधिकारियों ने आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और एसएसबी (सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल) के अलावा केंद्रीय व राज्य से जुड़े खुफिया विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.

बैठक में चर्चा की गई कि केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियां आपस में तालमेल बैठाकर सीमांत इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करें. हालांकि उत्तराखंड पुलिस की तरफ से साफ किया गया है कि बाड़ाहोती में चीन सेना के एक्टिव होने की उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. इस बैठक में ITBP डीआईजी और SSB आईजी ने हिस्सा लिया था.

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वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए चीन और नेपाल से लगी सीमा पर उत्तराखंड पुलिस के जवान आईटीबीपी और एसएसबी के साथ मिलकर पेट्रोलिंग करने की भी तैयारी कर रहे हैं. ताकि बॉर्डर एरिया की मॉनिटरिंग आपसी सामंजस्य बैठाकर तेजी से की जा सके.

एक साल बाद हुई बैठक: उत्तराखंड की सीमा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर चीन और नेपाल से लगी हुई है. उत्तराखंड पुलिस हर तीसरे महीने चीन और नेपाल सीमा पर तैनात ITBP और SSB के अधिकारियों के अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक करती है. हालांकि कोरोना की वजह से ये बैठक काफी समय से नहीं हो पाई थी. लेकिन बुधवार को जैसे ही खबर आई कि उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना एक्टिव हुई है. इसके बाद अचानक गुरुवार को ये बैठक आयोजित की गई.

इस बैठक का उद्देश्य जहां सीमांत इलाकों की सुरक्षा को पुख्ता करना होता है, वहीं राज्य और केंद्रीय फोर्स के बीच आपसी समन्वय बनाना होता है. सभी फोर्स सुरक्षा को लेकर एक-दूसरे से जानकारियां शेयर करते हैं. वहीं नेपाल बॉर्डर पर अक्सर ड्रग्स और मानव के तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. उन पर लगाम कसने के लिए केंद्रीय और राज्य की फोर्स रणनीति बनाती है.

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उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस की आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है. बैठक में सीमांत इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पेट्रोलिंग और अपराधिक गतिविधियों पर ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत कार्रवाई करने पर सहमति बनाई जा रही है.

उन्होंने उत्तराखंड के बाड़ाहोती में चीन सेना की गतिविधियों पर कोई जानकारी नहीं दी. इस तरह की कोई सूचना उनके पास नहीं है. फिलहाल ऐसे विषय पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ किसी विषय पर चर्चा भी नहीं की गई.

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