ETV Bharat / state

सूरत अग्निकांड से उत्तराखंड पुलिस ने लिया सबक, फायर ब्रिगेड को दिए जाएंगे सर्कस के जाल

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालस से सभी थानों और फायर ब्रिगेड स्टेशनों को कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

fire case
author img

By

Published : May 27, 2019, 10:57 PM IST

देहरादून: गुजरात के सूरत में शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड से सबक लेते हुए उत्तराखंड पुलिस ने इस पर काम शुरू कर दिया है. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए खास प्लान तैयार किया गया है. जिसके तहत पुलिस और अग्निशमन विभाग को कुछ विशेष उपकरण देने की तैयारी की जा रही है. जिससे वे इन परिस्थितियों में आसानी से लोगों की जान बचा सकें.

पढ़ें- जड़ी-बूटी से 'अन्नदाता' के आए सुख भरे दिन, परंपरागत खेती से मोह हो रहा भंग

बता दें कि शुक्रवार को सूरत में चौथी मंजिल पर स्थित कोचिंग सेंटर में आग लग गई थी. इस हादसे में बीस बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं कई बच्चे अपनी जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूद गए थे. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इस मामले में सबसे बड़ी लापरवाही अग्निशमन विभाग की सामने आई थी. क्योंकि अग्निशमन विभाग चौथी मंजिल तक जाने के लिए सीढ़ी भी नहीं थी.

सूरत अग्निकांड से उत्तराखंड पुलिस ने लिया सबक

इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालस से सभी थानों और फायर ब्रिगेड स्टेशनों को कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा सभी थानों और फायर ब्रिगेड स्टेशनों को सर्कस में प्रयोग होने वाला जाल दिया जाएगा. ताकि ऐसे हालत में उसे नीचे लगा दिया जाए और ऊपरी मंजिल में आग में फंसे लोग वहीं से नीचे कूद सकें और आसानी से उनका रेस्क्यू किया जा सके.

पढ़ें- श्री राम की जगह शिव पर केंद्रित रहा लोकसभा चुनाव, 'बड़ा भक्त कौन' को लेकर छिड़ी बहस

इस बारे में सोमवार को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक ने सभी जनपदों के पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान सभी थानों और फायर स्टेशनों को ऐसे जाल मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं.

देहरादून: गुजरात के सूरत में शुक्रवार को हुए भीषण अग्निकांड से सबक लेते हुए उत्तराखंड पुलिस ने इस पर काम शुरू कर दिया है. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए खास प्लान तैयार किया गया है. जिसके तहत पुलिस और अग्निशमन विभाग को कुछ विशेष उपकरण देने की तैयारी की जा रही है. जिससे वे इन परिस्थितियों में आसानी से लोगों की जान बचा सकें.

पढ़ें- जड़ी-बूटी से 'अन्नदाता' के आए सुख भरे दिन, परंपरागत खेती से मोह हो रहा भंग

बता दें कि शुक्रवार को सूरत में चौथी मंजिल पर स्थित कोचिंग सेंटर में आग लग गई थी. इस हादसे में बीस बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं कई बच्चे अपनी जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूद गए थे. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इस मामले में सबसे बड़ी लापरवाही अग्निशमन विभाग की सामने आई थी. क्योंकि अग्निशमन विभाग चौथी मंजिल तक जाने के लिए सीढ़ी भी नहीं थी.

सूरत अग्निकांड से उत्तराखंड पुलिस ने लिया सबक

इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालस से सभी थानों और फायर ब्रिगेड स्टेशनों को कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इसके अलावा सभी थानों और फायर ब्रिगेड स्टेशनों को सर्कस में प्रयोग होने वाला जाल दिया जाएगा. ताकि ऐसे हालत में उसे नीचे लगा दिया जाए और ऊपरी मंजिल में आग में फंसे लोग वहीं से नीचे कूद सकें और आसानी से उनका रेस्क्यू किया जा सके.

पढ़ें- श्री राम की जगह शिव पर केंद्रित रहा लोकसभा चुनाव, 'बड़ा भक्त कौन' को लेकर छिड़ी बहस

इस बारे में सोमवार को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक ने सभी जनपदों के पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान सभी थानों और फायर स्टेशनों को ऐसे जाल मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:देहरादून- गुजरात के सूरत शहर में स्थित कोचिंग सेंटर में भीषण अग्निकांड से सबक लेते हुए उत्तराखंड पुलिस एहतियातन कदम उठाते हुए फायर घटनाओं पर अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजामों को बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। अब फायर की घटनाओं में तत्काल रिस्पांस के तहत राहत बचाव कार्य के समय जनहानि को कम करने की दिशा में प्रदेश भर के पुलिस थाने व फायर स्टेशनों को जाल मुहैया कराया जाएगा,ताकि किसी भी बिल्डिंग या भवन में आग लगने की दशा में उसके नीचे सर्कस की तर्ज पर जाल बिछाकर लोगों की जिंदगी को बचाया जा सके।
इस मामलें में सोमवार उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रदेश भर के सभी जनपद पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में इस बात पर विचार विमर्श करते हुए आगामी दिनों में आग जैसी घटनाओं के वक्त पुलिस व फायर स्टेशनों को सर्कस जैसे जाल मुहैया करा किसी भी आपातकाल स्थिति में जनहानि कम करने की दिशा में चर्चा की गई।


Body:सूरत शहर में कोचिंग सेंटर में भीषण आग के दौरान यह देखा गया कि आग हताहत जिंदगी बचाने के लिए पढ़ने वाले बच्चे चार मंजिला इमारत से नीचे कूदने को मजबूर हो गए, ऐसे में अगर फायर गाड़ियों से पुलिस टीम द्वारा तत्काल सर्कस के जाल की तरह कोई इंतजाम किया जाता तो बच्चों की जनहानि को कम किया जा सकता था।


Conclusion:वही फायर की घटनाओं में समय रहते राहत बचाव कार्य के संबंध में जानकारी देते हुए राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि सूरत की घटना के बाद सफलता के लिहाज से प्रदेश भर के संस्थानों को फायर सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम कराने के तत्काल जरूरी कदम उठा कर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा आग लगने वाली घटनाओं में पुलिस व फायर सर्विस राहत बचाव कार्य और बेहतर करने की दिशा में इस बात पर विचार किया जा रहा है कि आगामी दिनों में प्रदेश के सभी थाना और फायर स्टेशनों में सर्कस की तरह जाल मुहैया कराया जाएगा ताकि किसी भी तरह की भवनों और ऊंचाई वाली स्थानों में आग लगने की सूरत पर नीचे तत्काल जाल बिछाकर जनहानि को कम किया जा सके।

बाईट- अशोक कुमार,महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.