देहरादून: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए गुरुवार को देवभूमि उत्तराखंड में लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इस दौरान छिटपुट घटनाओं के अलावा मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. मतदान के दौरान कई पोलिंग स्टेशन पर EVM और वीवीपैट खराब होने की जानकारी भी सामने आई, लेकिन कुछ देर बाद EVM और वीवीपैट बदलकर मतदान सुचारू किया गया. चुनाव आयोग की सख्ती के बाद भी ईवीएम में वोट डालते समय सेल्फी लेकर उसे फेसबुक पर पोस्ट करने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए. वहीं अन्य लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है.
पांचों सीटों का मतदान प्रतिशत-
- टिहरी लोकसभा सीट पर 54.38 फीसदी मतदान हुआ.
- हरिद्वार लोकसभा सीट पर 66.24 फीसदी मतदान.
- गढ़वाल लोकसभा सीट पर 49.89 फीसदी मतदान.
- अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 48.78 फीसदी मतदान.
- नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर 66.39 फीसदी मतदान हुआ.
प्रदेश के पांचों सीटों पर सुबह 7 बजे ईवीएम-वीवीपैट के मॉक पोल के दौरान 135 बैलेट यूनिट, 163 कंट्रोल यूनिट और 398 VVPAT को रिप्लेस किया गया था. शाम 5 बजे तक प्रदेश के पांचों सीटों पर मतदान के दौरान 82 बैलेट यूनिट, 82 कंट्रोल यूनिट और 330 VVPAT को रिप्लेस किया गया.
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वहीं, नैनीताल-उधम सिंह नगर से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत बूथों का निरीक्षण करते रह गए लेकिन वोट नहीं डाल सके, इसी तरह कांग्रेस के टिहरी लोकसभा प्रत्याशी प्रीतम सिंह भी अपना वोट नहीं डाल सके. इस बार लोकतंत्र के महापर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला. नेता से लेकर आम लोग मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिए.
मतदान में उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, CM त्रिवेंद्र सिंह रावत, योगगुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उत्तराखंड के पूर्व सीएम और हरिद्वार सीट से मौजूदा बीजेपी प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक और अल्मोड़ा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा ने अपना मतदान किया.
मतदान के दौरान कई जगह हंगामा भी हुआ, लेकिन प्रशासन द्वारा तत्काल काबू पा लिया गया. इस दौरान प्रदेश में बीजेपी के कई नेताओं ने चुनाव आचार संहिता की खुलकर धज्जियां उड़ाईं. नेताओं ने मतदान केंद्र के अंदर EVM और वीवीपैट के साथ सेल्फी ली और जिसके बाद सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. मामले की जानकारी के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
बता दें कि राज्य गठन के बाद से अबतक हुए तीन लोकसभा चुनावों में अमूमन इन्हीं दोनों पार्टियों के मध्य मुख्य मुकाबला होता आया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक से भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की पांचों सीटों पर परचम लहराया था. 2014 के आम चुनावों के मुकाबले इस बार मतदान में चार फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी. जबकि साल 2014 में हुए चुनाव में यहां 62.15 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस बार मतदान के 4 प्रतिशत की गिरावट आई है.