देहरादून: पूरे राज्य में शराब के ठेकों पर दिखती भीड़ से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका को लेकर प्रदेश में उत्तराखंड क्रांति दल की महिला कार्यकर्ताओं ने शराब की दुकान पर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश के सभी शराब के ठेकों को जल्द बंद करने का आदेश दिया जाए. जब तक हमारा देश पूर्ण रूप से कोरोना महामारी से मुक्त न हो जाए तब तक शराब की दुकानों को न खोला जाए.
महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन के तीसरे फेज में जिस प्रकार से राज्य सरकार द्वारा शराब के ठेकों को खोलने का आदेश दिया है उसका असर हम सभी ने देखा. शराब के ठेकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. अधिकांश लोग बिना मास्क लगाए हैं, जबकि केंद्र सरकार ने मास्क न लगाने पर जुर्माना भी लगाया है. इसके बावजूद नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ायी जा रही हैं.
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उत्तराखंड क्रांति दल की महिला प्रकोष्ठ की केंद्रीय अध्यक्ष प्रमिला रावत ने आरोप लगाया कि सरकार राजस्व के लालच में शराब के ठेकों को खुलवाकर राज्य में भयावह स्थिति पैदा कर रही है. इसकी जिम्मेदार स्वयं राज्य सरकार होगी. उन्होंने कहा कि हम इस तरह महामारी से नहीं लड़ सकते, क्योंकि केंद्र सरकार, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन का स्पष्ट मानना है कि सावधानी ही इसका बचाव है.