देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग को नए साल पर नए मुखिया मिल गए हैं. पूर्व प्रमुख वन संरक्षक रंजना काला के रिटायरमेंट के बाद नए साल के पहले दिन राजीव भरतरी ने प्रदेश में वन विभाग के मुखिया के तौर पर जिम्मेदारी संभाल ली. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने प्रदेश में वन विभाग की प्राथमिकताओं को बताया.
उत्तराखंड वन विभाग के पास यूं तो वाइल्ड लाइफ और पौधा रोपण दो बड़ी जिम्मेदारियां है, लेकिन प्रदेश में कई नेशनल पार्क होने के चलते विभाग की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है. प्रमुख वन संरक्षक के तौर पर राजीव भरतरी ने चार्ज लेते हुए ईटीवी भारत से बात की और राज्य में पिछले 20 सालों में हुए कामों को बदस्तूर जारी रखने की अपनी प्राथमिकताओं को बताया.
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बता दें कि राजीव भरतरी ऐसे समय में वन विभाग के मुखिया के तौर पर चार्ज ले रहे हैं, जब विभाग के सामने कई चुनौतियां हैं. इन चुनौतियों में सबसे बड़ी चुनौती कॉर्बेट नेशनल पार्क से राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे बाघों के रीलोकेशन प्रोजेक्ट की.
इसके अलावा पौधारोपण के पिछले रिकॉर्ड को और बेहतर करना भी वन विभाग की बड़ी और महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में एक है. प्रदेश के मुख्यमंत्री पारदर्शी और स्पष्ट नीति की सरकार होने का दावा करते रहे हैं. ऐसे में उनकी अपेक्षाएं विभागों से भी होती है कि वहां भी पारदर्शिता बनी रहे.
ऐसे में प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में विभाग को ऑनलाइन करना भी है ताकि विभाग के अंदर पारदर्शिता लाई जा सके. प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने आज ही वन विभाग के मुखिया का चार्ज लिया है.