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ई-गवर्नेंस की दिशा में आगे बढ़ी त्रिवेंद्र सरकार, इस बार होगी पेपरलेस बैठक

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नवंबर महीने में होने जा रही मंत्रिमंडल की बैठक को ई-मंत्रिमंडल के रूप में आयोजित किया जाएगा. इससे पेपर की बचत होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायता मिलेगी.

ई-मंत्रिमंडल बैठक
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Published : Oct 14, 2019, 9:13 PM IST

देहरादूनः त्रिवेंद्र सरकार ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रभावी पहल करने जा रही है. अब मंत्रिमंडल की बैठकों को धीरे-धीरे पेपरलेस करने का निर्णय लिया गया है. इसी कड़ी में सचिवालय में ई-मंत्रिमंडल को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान सभी मंत्रिगणों को ई-मंत्रिमंडल से संबंधित जानकारी दी गई.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नवंबर महीने में होने जा रही मंत्रिमंडल की बैठक को ई-मंत्रिमंडल के रूप में आयोजित किया जाएगा. ई-मंत्रिमंडल पोर्टल पर अब तक हुई मंत्रिमंडल की बैठकों में लिए गए निर्णयों को भी अपलोड किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ग्रीन कैबिनेट की ओर बढ़ रही है. ये ई-गवर्नेंस की दिशा के लिए बेहतर कदम है. इससे पेपर की बचत होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायता मिलेगी.

ये भी पढ़ेंः अरबों का राजस्व देने वाले विभाग के पास नहीं हैं 1500 रु., जानें क्या है पूरा मामला

सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ई-मंत्रिमंडल से निर्णयों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के साथ ही पारदर्शिता भी आएगी. इससे शासन की योजनाओं की जानकारी भी आसानी से आम जनता को उपलब्ध कराई जा सकेगी. उत्तराखंड की यह पहल अन्य राज्यों को भी पेपरलेस गवर्नेंस के लिए प्रेरित करेगी.

वहीं, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि ई-मंत्रिमंडल की शुरुआत होने के बाद मंत्रिमंडल के कार्यों हेतु गोपन विभाग का पूर्णतः कम्पयूटराइजेशन किया जाना है. इससे सभी विभाग, मंत्रिमंडल की बैठक संबंधित कार्य गोपन विभाग से सीधे जुड़ जाएंगे. साथ ही इससे मंत्रिमंडल के निर्णयों के कार्यान्वयन का कागज रहित अनुश्रवण और समीक्षा की जा सकेगी.

देहरादूनः त्रिवेंद्र सरकार ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रभावी पहल करने जा रही है. अब मंत्रिमंडल की बैठकों को धीरे-धीरे पेपरलेस करने का निर्णय लिया गया है. इसी कड़ी में सचिवालय में ई-मंत्रिमंडल को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान सभी मंत्रिगणों को ई-मंत्रिमंडल से संबंधित जानकारी दी गई.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नवंबर महीने में होने जा रही मंत्रिमंडल की बैठक को ई-मंत्रिमंडल के रूप में आयोजित किया जाएगा. ई-मंत्रिमंडल पोर्टल पर अब तक हुई मंत्रिमंडल की बैठकों में लिए गए निर्णयों को भी अपलोड किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ग्रीन कैबिनेट की ओर बढ़ रही है. ये ई-गवर्नेंस की दिशा के लिए बेहतर कदम है. इससे पेपर की बचत होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायता मिलेगी.

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सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ई-मंत्रिमंडल से निर्णयों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के साथ ही पारदर्शिता भी आएगी. इससे शासन की योजनाओं की जानकारी भी आसानी से आम जनता को उपलब्ध कराई जा सकेगी. उत्तराखंड की यह पहल अन्य राज्यों को भी पेपरलेस गवर्नेंस के लिए प्रेरित करेगी.

वहीं, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि ई-मंत्रिमंडल की शुरुआत होने के बाद मंत्रिमंडल के कार्यों हेतु गोपन विभाग का पूर्णतः कम्पयूटराइजेशन किया जाना है. इससे सभी विभाग, मंत्रिमंडल की बैठक संबंधित कार्य गोपन विभाग से सीधे जुड़ जाएंगे. साथ ही इससे मंत्रिमंडल के निर्णयों के कार्यान्वयन का कागज रहित अनुश्रवण और समीक्षा की जा सकेगी.

Intro: ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रभावी पहल-खास होगी इस बार की कैबिनेट बैठक

राज्य सरकार द्वारा ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रभावी पहल करते हुए मंत्रिमण्डल की बैठकों को धीरे-धीरे पेपरलेस किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए, सोमवार को सचिवालय में ई-मंत्रिमण्डल से सम्बन्धित जानकारी सभी मंत्रीगणों को उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि नवम्बर माह में आयोजित होने वाली मंत्रिमण्डल की बैठक को ई-मंत्रिमण्डल के रूप में आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही, ई-मंत्रिमण्डल पोर्टल पर अब तक हुई मंत्रिमण्डल की बैठकों में लिये गये निर्णयों को भी अपलोड किया जायेगा। Body:मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हम ग्रीन कैबिनेट की ओर बढ़ रहे हैं। यह ई-गवर्नेंस की दिशा में बढ़ाया गया एक बेहतर कदम है। इससे पेपर की बचत होगी और कम से कम पेपर के उपयोग से पर्यावरण को भी बचाने में सहायता मिलेगी। साथ ही निर्णयों के क्रियान्वयन में तेजी लाने के साथ ही पारदर्शिता भी आयेगी। इससे शासन की योजनाओं की जानकारी भी त्वरित रूप से आम जनता को उपलब्ध करायी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की यह पहल अन्य राज्यों को भी पेपरलेस गवर्नेंस के लिए प्रेरित करेगी। Conclusion:अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि ई-मंत्रिमण्डल की शुरूआत होने के उपरान्त मंत्रिमण्डल के कार्यों हेतु गोपन विभाग का पूर्णतः कम्पयूटराईजेशन किया जाना है। इससे सभी विभाग, मंत्रिमण्डल की बैठक सम्बन्धित कार्य हेतु, गोपन विभाग से सीधे जुड़ जाएंगे। साथ ही इससे मंत्रिमण्डल के निर्णयों के कार्यान्वयन का कागज रहित अनुश्रवण एवं समीक्षा की जा सकेगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, यशपाल आर्य,  अरविन्द पाण्डेय, रेखा आर्या एवं डॉ. धनसिंह रावत उपस्थित थे।
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