देहरादूनः उत्तराखंड में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. जिसे देखते हुए सरकार सख्त हो गई है. इतना ही नहीं नई एसओपी के तहत अब 12 राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों को कोरोना की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी, लेकिन इसके बावजूद कई लोग कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. जिन्हें न तो कोरोना का खौफ है न ही पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का डर. जो अपना और दूसरों की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं. ऐसे में स्थिति बिगड़ने और एसओपी का पालन न होने पर सरकार लॉकडाउन लगाने पर भी विचार कर सकती है.
आपदा सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि कई राज्यों में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए उन राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों को कोविड-19 टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाने का सुझाव दिया गया है. अभी प्रदेश में लॉकडाउन जैसी कोई स्थिति नहीं है, लेकिन अगर ध्यान न दिया गया तो आगे स्थिति बिगड़ सकती है.
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एसए मुरुगेशन ने बताया कि देश में कोविड-19 तेजी से फैल रहा है. उत्तराखंड में लॉकडाउन जैसी कोई स्थिति पैदा न हो, इसलिए अभी से एडवाइजरी जारी कर दी गई है. इस एडवाइजरी का सख्ती से पालन किया गया तो लॉकडाउन किसी स्थिति प्रदेश में नहीं आएगी, लेकिन अगर लापरवाही बढ़ती गई तो लॉकडाउन से बचा नहीं जा सकता है.
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इसके अलावा उन्होंने बताया कि हरिद्वार महाकुंभ के लिए अलग से अधिसूचना जारी की गई है. जिसमें कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य है. उसमें किसी भी तरह की ढिलाई नहीं है, हालांकि अभी प्रदेश में आने के लिए कोविड-19 टेस्ट की नगरी रिपोर्ट का सुझाव दिया गया है. इसके अलावा बॉर्डर पर अब एक बार फिर से चेकिंग अभियान चलाया जाएगा. साथ ही कोविड की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हरिद्वार में वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाया जाएगा.