देहरादून: आज उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने प्रवासी लोगों की घर वापसी और उत्तराखंड में बाहरी राज्य के फंसे लोगों को उनकी घर वापसी को लेकर की जा रही कवायद के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए परिवहन सचिव शैलेश बगोली को नोडल अधिकारी बनाया गया है तो वहीं कई अन्य अधिकारी भी इस काम में तैनात कर दिए गए हैं.
CM त्रिवेंद्र की कार्य योजना. उन्होंने बताया कि कल भारत सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गयी है, जिसमें कहा गया है कि फंसे हुए लोगों को लेकर राज्य आपस में बात करके उन्हें ले जा सकते हैं. मुख्य सचिव ने बताया कि केंद्र के दिशा निर्देशों के बाद उत्तराखंड शासन ने पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन सहित कई महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों के साथ बैठकें हुई हैं. उसके बाद जरूरी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.मुख्य सचिव ने बताया कि इस प्रक्रिया में खास बात ये होगी कि आने से पहले जहां पर व्यक्ति मौजूद है, वहां पर उसका हेल्थ चेकअप होगा और उसके बाद प्रदेश में प्रवेश करने के बाद भी उसका हेल्थ चेकअप होगा. वहां पर अगर वह सामान्य पाया जाता है तो उसे होम क्वारंटीन के लिए भेजा जाएगा और अगर व्यक्ति संदिग्ध पाया जाता है तो उसे इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन किया जाएगा. इसी प्रकार से उत्तराखंड में मौजूद बाहरी राज्यों के पर्यटक, तीर्थयात्री सहित सभी लोगों को इसी प्रक्रिया के तहत उनके गंतव्यों तक भेजा जाएगा.
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मुख्य सचिव ने बताया कि इस कार्य के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों ने अन्य राज्यों के नोडल अधिकारियों से बातचीत करना शुरू कर दिया है. साथ ही कैसे इस पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा, इसको लेकर व्यवस्थाएं की जा रही हैं.