ETV Bharat / state

CBSE के मानकों पर खरे नहीं उतर पा रहे सरकारी स्कूल, अटल उत्कृष्ट विद्यालयों पर असमंजस

उत्तराखंड के चिह्नित सरकारी स्कूल सीबीएसई बोर्ड के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. इस कारण नए सत्र में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

atal utkrisht vidhyyalay
atal utkrisht vidhyyalay
author img

By

Published : Mar 30, 2021, 10:37 AM IST

Updated : Mar 30, 2021, 1:17 PM IST

देहरादून: अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित किए जाने को लेकर चिह्नित प्रदेश के विभिन्न सरकारी स्कूल सीबीएसई बोर्ड के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. ऐसे में शासन-प्रशासन के समक्ष सबसे बड़ी असमंजस की स्थिति इस बात को लेकर है कि आखिर नए शैक्षणिक सत्र से किस तरह अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन शुरू किया जाए.

CBSE Board Standards
सीबीएसई बोर्ड के मानकों का पालन जरूरी है.

बता दें कि शासन स्तर से प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो सरकारी स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित करने के लिए चिह्नित किया गया है. इस तरह गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में 188 स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित करने के लिए चयनित किया गया है. वहीं, इन सभी स्कूलों के लिए सीबीएसई से मान्यता हासिल करना अनिवार्य है.

गौरतलब है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित किए जाने को लेकर चिह्नित प्रदेश के विभिन्न सरकारी स्कूल सीबीएसई के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. स्थिति कुछ यह है कि विभिन्न सरकारी स्कूलों के पास जमीन की कमी है, तो कई स्कूलों के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री ही नहीं है.

सीबीएसई बोर्ड के मानक

ये भी पढ़ेंः तो...पहले से ही तय था महेश जीना का नाम, प्रचार गीत ने की चुगली

वहीं, अटल उत्कृष्ट विद्यालय के संबंध में जानकारी साझा करते हुए शिक्षा निदेशक आरके कुमार ने बताया कि जो स्कूल सीबीएसई के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं उन स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय की सूची से बाहर किया जाएगा. वहीं, इन स्कूलों के स्थान पर दोबारा कुछ ऐसे सरकारी स्कूलों का चयन किया जाएगा जो सीबीएसई के मानकों पर खरा उतरते हैं. वहीं, नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही मान्यता ले चुके सभी अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

देहरादून: अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित किए जाने को लेकर चिह्नित प्रदेश के विभिन्न सरकारी स्कूल सीबीएसई बोर्ड के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. ऐसे में शासन-प्रशासन के समक्ष सबसे बड़ी असमंजस की स्थिति इस बात को लेकर है कि आखिर नए शैक्षणिक सत्र से किस तरह अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन शुरू किया जाए.

CBSE Board Standards
सीबीएसई बोर्ड के मानकों का पालन जरूरी है.

बता दें कि शासन स्तर से प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो सरकारी स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित करने के लिए चिह्नित किया गया है. इस तरह गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में 188 स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित करने के लिए चयनित किया गया है. वहीं, इन सभी स्कूलों के लिए सीबीएसई से मान्यता हासिल करना अनिवार्य है.

गौरतलब है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालय के तौर पर विकसित किए जाने को लेकर चिह्नित प्रदेश के विभिन्न सरकारी स्कूल सीबीएसई के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं. स्थिति कुछ यह है कि विभिन्न सरकारी स्कूलों के पास जमीन की कमी है, तो कई स्कूलों के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री ही नहीं है.

सीबीएसई बोर्ड के मानक

ये भी पढ़ेंः तो...पहले से ही तय था महेश जीना का नाम, प्रचार गीत ने की चुगली

वहीं, अटल उत्कृष्ट विद्यालय के संबंध में जानकारी साझा करते हुए शिक्षा निदेशक आरके कुमार ने बताया कि जो स्कूल सीबीएसई के मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं उन स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय की सूची से बाहर किया जाएगा. वहीं, इन स्कूलों के स्थान पर दोबारा कुछ ऐसे सरकारी स्कूलों का चयन किया जाएगा जो सीबीएसई के मानकों पर खरा उतरते हैं. वहीं, नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही मान्यता ले चुके सभी अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

Last Updated : Mar 30, 2021, 1:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.