ETV Bharat / state

Harak Singh Rawat बोले- 2019 में BJP को पुलवामा अटैक का फायदा मिला, इस बार काम नहीं करेगा टोटका

उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेता हरक सिंह रावत ने 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बनाया है. उनका कहना है कि यदि पार्टी उन्हें लोकसभा का टिकट देगी को चुनाव जरूर लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत का बड़ा कारण पुलवामा अटैक था. यदि 2019 में पुलवामा अटैक नहीं होता तो बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटों का नुकसान उठाना पड़ता. हालांकि इस बार हरक सिंह रावत ने दावा किया है कि बीजेपी की लोकसभा चुनाव 2024 में 100 सीटों का नुकसान है, ये सीटें कांग्रेस के पास जाएंगी.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jan 24, 2023, 3:54 PM IST

Updated : Feb 16, 2023, 11:30 AM IST

हरक सिंह रावत लड़ना चाहते हैं लोकसभा चुनाव

मसूरी: उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत मंगलवार 24 जनवरी को मसूरी पहुंचे. यहां उन्होंने बीजेपी सरकार पर तमाम मुद्दों को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि ये सरकार हर क्षेत्र में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. जोशीमठ आपदा और सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में ये सरकार फेल साबित हुई है.

2024 के चुनाव को लेकर किया दावा: वहीं, हरक सिंह रावत ने दावा किया है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटों का नुकसान होने जा रहा है, जिसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 150-250 के बीच में कांग्रेस की सीटें आ रही हैं. हरक सिंह रावत का कहना है कि यदि 2019 में पुलवामा हमला नहीं होता तो बीजेपी को 100 सीट का नुकसान होता. पुलवामा के कारण चुनाव भारत-पाकिस्तान का हो गया, जिसका भाजपा को सीधा फायदा हुआ. लेकिन हर बार इस तरीके का टोटका काम नहीं करता है. 2024 के चुनाव में कांग्रेस को फायदा होने जा रहा है.
पढ़ें- हरक सिंह को लेकर नरम पड़े दलीप रावत के तेवर, कहा- हरक का नहीं गलत कामों का है विरोध

सरकार पर उठाए सवाल: उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि सरकार कोई भी पेपर निष्पक्ष रूप से नहीं करा पा रही है. हाल ही में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का जो पटवारी भर्ती का पेपर लीक हुआ है, उसने बीजेपी सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति की पोल खोल दी है.

हरक सिंह रावत ने कहा कि पूर्व में जब भी कोई बड़ा हादसा या घोटाला होता था तो उस मंत्रालय से संबंधित मंत्री तत्काल इस्तीफा दे दिया करते थे. परंतु भर्ती घोटाले को लेकर संबधित मंत्री और अधिकारियों पर कोई कार्रवाही क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रकिया में बिना अधिकारियों के कोई धांधली नहीं हो सकती है. ऐसे में उत्तराखंड की सरकार पूरी तरीके से फेल हो चुकी है.
पढ़ें- हरिद्वार पंचायत चुनाव में हार के लिए तैयार थे हम, कांग्रेस नेता बोले- हर हाल में भाजपा की जीत थी तय

उन्होंने कहा कि सरकार हर बार हजारों नियुक्तियां निकालने की बात कर रही है, परंतु सभी नियुक्ति घोटाले की भेंट चढ़ रही हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि वो एनडी तिवारी सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री थे. तब उत्तराखंड में मात्र एक आपदा प्रबधंन का कार्यालय था. उन्होंने लड़ाई लड़ी और जिला स्तर आपदा प्रबंधन केंद्र बनाए. हालांकि उस समय भी आपदा प्रबंधन मंत्री होने के नाते वो जो नीतियां लेकर आए उन्हें ब्यूरोक्रेसी और वित्त विभाग ने लागू नहीं होने दिया.

उन्होंने कहा कि टिहरी डैम के दौरान प्रभवित लोगों को उनके द्वारा उचित मुआवजा दिया गया था. जोशीमठ में आई आपदा के बाद प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा है और न ही उनको सही तरह से विस्थापित किया जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
पढ़ें- फिर हरकत में हरक! अब कहां निशाना?

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आपदा प्रबंधन के नियमों के तहत लोगों को सही मुआवजा नहीं मिलता है. अगर पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो जाता है तो मात्र ₹4 लाख दिए जाते हैं. नहीं तो 50 हजार और एक लाख में ही इतिश्री कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से उत्तराखंड में लगातार आपदा आती है, ऐसे में सरकार को प्रदेश में ठोस आपदा प्रबंधन नीति बनानी चाहिए.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि अगर पार्टी उनको लोकसभा चुनाव लड़ने के लिये आमंत्रित करेगी तो वह 2024 में चुनाव लड़ेंगे और संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. वह विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. 2014 में वह कांग्रेस से पौड़ी लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे. उनको 2 से ढाई लाख वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी 2024 में उनको लोकसभा चुनाव लड़ाती है तो वह उसके लिये पूरी तरह से तैयार हैं.

हरक सिंह रावत लड़ना चाहते हैं लोकसभा चुनाव

मसूरी: उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत मंगलवार 24 जनवरी को मसूरी पहुंचे. यहां उन्होंने बीजेपी सरकार पर तमाम मुद्दों को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि ये सरकार हर क्षेत्र में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. जोशीमठ आपदा और सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में ये सरकार फेल साबित हुई है.

2024 के चुनाव को लेकर किया दावा: वहीं, हरक सिंह रावत ने दावा किया है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटों का नुकसान होने जा रहा है, जिसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 150-250 के बीच में कांग्रेस की सीटें आ रही हैं. हरक सिंह रावत का कहना है कि यदि 2019 में पुलवामा हमला नहीं होता तो बीजेपी को 100 सीट का नुकसान होता. पुलवामा के कारण चुनाव भारत-पाकिस्तान का हो गया, जिसका भाजपा को सीधा फायदा हुआ. लेकिन हर बार इस तरीके का टोटका काम नहीं करता है. 2024 के चुनाव में कांग्रेस को फायदा होने जा रहा है.
पढ़ें- हरक सिंह को लेकर नरम पड़े दलीप रावत के तेवर, कहा- हरक का नहीं गलत कामों का है विरोध

सरकार पर उठाए सवाल: उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि सरकार कोई भी पेपर निष्पक्ष रूप से नहीं करा पा रही है. हाल ही में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग का जो पटवारी भर्ती का पेपर लीक हुआ है, उसने बीजेपी सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति की पोल खोल दी है.

हरक सिंह रावत ने कहा कि पूर्व में जब भी कोई बड़ा हादसा या घोटाला होता था तो उस मंत्रालय से संबंधित मंत्री तत्काल इस्तीफा दे दिया करते थे. परंतु भर्ती घोटाले को लेकर संबधित मंत्री और अधिकारियों पर कोई कार्रवाही क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रकिया में बिना अधिकारियों के कोई धांधली नहीं हो सकती है. ऐसे में उत्तराखंड की सरकार पूरी तरीके से फेल हो चुकी है.
पढ़ें- हरिद्वार पंचायत चुनाव में हार के लिए तैयार थे हम, कांग्रेस नेता बोले- हर हाल में भाजपा की जीत थी तय

उन्होंने कहा कि सरकार हर बार हजारों नियुक्तियां निकालने की बात कर रही है, परंतु सभी नियुक्ति घोटाले की भेंट चढ़ रही हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि वो एनडी तिवारी सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री थे. तब उत्तराखंड में मात्र एक आपदा प्रबधंन का कार्यालय था. उन्होंने लड़ाई लड़ी और जिला स्तर आपदा प्रबंधन केंद्र बनाए. हालांकि उस समय भी आपदा प्रबंधन मंत्री होने के नाते वो जो नीतियां लेकर आए उन्हें ब्यूरोक्रेसी और वित्त विभाग ने लागू नहीं होने दिया.

उन्होंने कहा कि टिहरी डैम के दौरान प्रभवित लोगों को उनके द्वारा उचित मुआवजा दिया गया था. जोशीमठ में आई आपदा के बाद प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा है और न ही उनको सही तरह से विस्थापित किया जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
पढ़ें- फिर हरकत में हरक! अब कहां निशाना?

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आपदा प्रबंधन के नियमों के तहत लोगों को सही मुआवजा नहीं मिलता है. अगर पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो जाता है तो मात्र ₹4 लाख दिए जाते हैं. नहीं तो 50 हजार और एक लाख में ही इतिश्री कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से उत्तराखंड में लगातार आपदा आती है, ऐसे में सरकार को प्रदेश में ठोस आपदा प्रबंधन नीति बनानी चाहिए.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि अगर पार्टी उनको लोकसभा चुनाव लड़ने के लिये आमंत्रित करेगी तो वह 2024 में चुनाव लड़ेंगे और संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. वह विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. 2014 में वह कांग्रेस से पौड़ी लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे. उनको 2 से ढाई लाख वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी 2024 में उनको लोकसभा चुनाव लड़ाती है तो वह उसके लिये पूरी तरह से तैयार हैं.

Last Updated : Feb 16, 2023, 11:30 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.