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उत्तराखंड में नए साल के जश्न पर जंगली जानवरों का 'साया', वन विभाग जारी करने जा रहा एडवाइजरी

New Year Celebration in Uttarakhand उत्तराखंड में जंगली जानवर पर्यटकों के नए साल के जश्न में भंग डाल सकते हैं. उत्तराखंड वन विभाग ने देहरादून और नैनीताल की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए आशंका जताई है. ऐसे में विभाग पर्यटकों के लिए जल्द एडवाइजरी जारी कर सकता है.

Uttarakhand Forest Department
उत्तराखंड वन विभाग
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 28, 2023, 4:43 PM IST

Updated : Dec 28, 2023, 5:25 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं में लगातार जंगली जानवरों के हमले वन विभाग के साथ-साथ सरकार के लिए भी सिर दर्द बनते जा रहे हैं. चिंता की बात ये है कि नए साल के जश्न के लिए नैनीताल, मसूरी, हरिद्वार, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा समेत राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ पहुंचने वाली है. ऐसे में कोई हादसा न हो, इसके लिए वन विभाग अब और भी ज्यादा सतर्क हो गया है. लिहाजा, वन विभाग सभी 13 जिलों के पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. एडवाइजरी में साफ निर्देश होंगे कि पर्यटक उत्तराखंड के जंगलों में शाम के समय बिल्कुल भी समय न बिताएं.

नैनीताल और देहरादून में वन्यजीव के हमले वाले घटनाओं से उत्तराखंड का वन मुख्यालय बेहद चिंतित है. वन मुख्यालय इस बात से भी चिंतित है कि तमाम पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला धीरे-धीरे शुरू हो चुका है. इतना ही नहीं, रामनगर के रिसॉर्ट में गुलदार देखे जाने के बाद वन विभाग अतिरिक्त गंभीरता दिखाते हुए सभी पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तराखंड वन प्रमुख अनूप मलिक ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आज (28 दिसंबर) शाम तक सभी टूरिस्टों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में थर्टी फर्स्ट और न्यू ईयर पर 24 घंटे खुले रहेंगे होटल रेस्टोरेंट, पर्यटकों से है ये अपील

अनूप मलिक ने बताया कि पहाड़ों में जिस तरह से आदमखोर वन्यजीवों के मामले बढ़े हैं. उसके बाद हम सतर्कता के तौर पर कई तरह के कदम उठा रहे हैं. नैनीताल हो या राज्य का कोई भी डिवीजन, हम पर्यटकों को किसी भी तरह के रिस्क में नहीं डालना चाहते. ऐसे में कुछ बिंदुओं पर एडवाइजरी जारी की जा रही है. जिसमें प्रमुख रूप से यह स्पष्ट होगा कि जो पर्यटक जंगलों, नदियों के आसपास रिजॉर्ट, कैंप या होटल में नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंच रहे हैं, वे शाम ढ़लने के बाद चारदीवारी से बाहर न निकलें.

वहीं, अगर पर्यटक बाहर सड़कों पर निकल भी रहे हैं तो ग्रुप में निकले. इसके साथ ही रिसॉर्ट और कैंप के साथ-साथ होटल कारोबारी को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके यहां आने वाले टूरिस्ट जंगलों की तरफ रुख ना करें. होटल कारोबारी को पर्यटकों की सुरक्षा अपने स्तर से भी करनी होगी. इसके लिए वन विभाग भी पूरा सहयोग देगा.
ये भी पढ़ेंः थर्टी फर्स्ट तक तराई वन्य क्षेत्र में प्रवेश बंद, पार्टी करने गए तो होगी सजा

वन प्रमुख अनूप मलिक ने कहा कि अगर किसी को कहीं पर भी किसी तरह की कोई घटना या पब्लिक प्लेस पर जानवर की गतिविधि दिखती है तो वह संबंधित वन विभाग के अधिकारियों से तत्काल संपर्क करें. अनूप मलिक इस बात पर बेहद जोर दी और कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में टूरिस्ट अभी भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में सभी से वह अपील करना चाहते हैं कि नए साल के जश्न में रात के समय कोई भी ऐसा कदम ना उठाएं, जिससे किसी तरह की उनको हानि पहुंचे.

देहरादूनः उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं में लगातार जंगली जानवरों के हमले वन विभाग के साथ-साथ सरकार के लिए भी सिर दर्द बनते जा रहे हैं. चिंता की बात ये है कि नए साल के जश्न के लिए नैनीताल, मसूरी, हरिद्वार, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा समेत राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ पहुंचने वाली है. ऐसे में कोई हादसा न हो, इसके लिए वन विभाग अब और भी ज्यादा सतर्क हो गया है. लिहाजा, वन विभाग सभी 13 जिलों के पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. एडवाइजरी में साफ निर्देश होंगे कि पर्यटक उत्तराखंड के जंगलों में शाम के समय बिल्कुल भी समय न बिताएं.

नैनीताल और देहरादून में वन्यजीव के हमले वाले घटनाओं से उत्तराखंड का वन मुख्यालय बेहद चिंतित है. वन मुख्यालय इस बात से भी चिंतित है कि तमाम पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला धीरे-धीरे शुरू हो चुका है. इतना ही नहीं, रामनगर के रिसॉर्ट में गुलदार देखे जाने के बाद वन विभाग अतिरिक्त गंभीरता दिखाते हुए सभी पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उत्तराखंड वन प्रमुख अनूप मलिक ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आज (28 दिसंबर) शाम तक सभी टूरिस्टों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी जाएगी.
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अनूप मलिक ने बताया कि पहाड़ों में जिस तरह से आदमखोर वन्यजीवों के मामले बढ़े हैं. उसके बाद हम सतर्कता के तौर पर कई तरह के कदम उठा रहे हैं. नैनीताल हो या राज्य का कोई भी डिवीजन, हम पर्यटकों को किसी भी तरह के रिस्क में नहीं डालना चाहते. ऐसे में कुछ बिंदुओं पर एडवाइजरी जारी की जा रही है. जिसमें प्रमुख रूप से यह स्पष्ट होगा कि जो पर्यटक जंगलों, नदियों के आसपास रिजॉर्ट, कैंप या होटल में नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंच रहे हैं, वे शाम ढ़लने के बाद चारदीवारी से बाहर न निकलें.

वहीं, अगर पर्यटक बाहर सड़कों पर निकल भी रहे हैं तो ग्रुप में निकले. इसके साथ ही रिसॉर्ट और कैंप के साथ-साथ होटल कारोबारी को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके यहां आने वाले टूरिस्ट जंगलों की तरफ रुख ना करें. होटल कारोबारी को पर्यटकों की सुरक्षा अपने स्तर से भी करनी होगी. इसके लिए वन विभाग भी पूरा सहयोग देगा.
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वन प्रमुख अनूप मलिक ने कहा कि अगर किसी को कहीं पर भी किसी तरह की कोई घटना या पब्लिक प्लेस पर जानवर की गतिविधि दिखती है तो वह संबंधित वन विभाग के अधिकारियों से तत्काल संपर्क करें. अनूप मलिक इस बात पर बेहद जोर दी और कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में टूरिस्ट अभी भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में सभी से वह अपील करना चाहते हैं कि नए साल के जश्न में रात के समय कोई भी ऐसा कदम ना उठाएं, जिससे किसी तरह की उनको हानि पहुंचे.

Last Updated : Dec 28, 2023, 5:25 PM IST
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