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चारधाम यात्रा से पहले वाहनों को नहीं मिल पाएगी चार्जिंग की सुविधा, इलेक्ट्रिक कॉरिडोर योजना पीछे खिसकी

प्रदेश में देश का पहला इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर बनने का सपना अभी पूरा होता नहीं दिख रहा है. बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक कॉरिडोर की डीपीआर को मंजूरी मिलने में समय लग सकता है, जिससे ये योजना पीछे खिसक सकती है. इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनने से चारधाम यात्रियों को सुविधा मिलती, लेकिन मंजूरी में देरी से मामला अधर में लटका है.

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Published : Mar 20, 2023, 12:46 PM IST

Updated : Mar 20, 2023, 12:56 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. यात्रा की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन के अधिकारी जुटे हुए हैं. वहीं उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्ग पर देश का पहला इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने का सपना अधर में लटक गया है. दरअसल, परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा मार्ग पर देश का पहला इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने का डीपीआर बनाकर भारी उद्योग मंत्रालय को भेजा है. लेकिन इस डीपीआर को मंजूरी मिलने में समय लगने की संभावना जताई जा रही है. जिसके चलते चारधाम यात्रा मार्गों पर आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग की सुविधा नहीं मिल पाएगी.

इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का रोड मैप तैयार: परिवहन विभाग प्रदेश भर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के जाल को फैलाए जाने का रोड मैप तैयार कर चुका है. इसके तहत पहले चरण में चारधाम यात्रा मार्गों पर हर 30 किलोमीटर की दूरी पर एक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने का डीपीआर भी तैयार कर केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय को भेज चुका है. भेजे गए डीपीआर के अनुसार प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्गों पर करीब 35 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने हैं. जिसके लिए करीब 20 से 25 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है. हालांकि, पहले चरण के तहत चारधाम यात्रा मार्गों पर देश का पहला इलेक्ट्रिक चार्जिंग कॉरिडोर बनने के बाद दूसरे चरण में मैदानी क्षेत्रों और फिर तीसरे चरण में पर्वतीय क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने का रोड मैप परिवहन विभाग ने तैयार किया है.
पढ़ें-केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगने लगी रेलिंग, जोर-शोर से चल रहा कार्य

मंत्रालय से सहमति मिलने का इंतजार: लेकिन केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय से मंजूरी ना मिलने के चलते फिलहाल देश के पहले इलेक्ट्रिक चार्जिंग कॉरिडोर में समय लगने की संभावना है. क्योंकि परिवहन विभाग की ओर से भेजे गए इस प्रस्ताव पर पहले केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय की सहमति मिलने के बाद बजट की व्यवस्था की जाएगी. बता दें कि 10 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय से दिल्ली में मुलाकात की थी. हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री पांडेय से चारधाम यात्रा रूट पर बनने वाले देश के पहले चार्जिंग स्टेशन कॉरिडोर पर जल्द सहमति जताने का अनुरोध किया था. कुल मिलाकर चारधाम यात्रा मार्ग करीब 950 किलोमीटर का है. इस मार्ग पर हर 30 किलोमीटर पर एक ई-चार्जिंग स्टेशन बनाया जाना है. लिहाजा इस पूरे यात्रा मार्ग पर योजना के तहत 35 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे.

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. यात्रा की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन के अधिकारी जुटे हुए हैं. वहीं उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्ग पर देश का पहला इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने का सपना अधर में लटक गया है. दरअसल, परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा मार्ग पर देश का पहला इलेक्ट्रिक कॉरिडोर बनाने का डीपीआर बनाकर भारी उद्योग मंत्रालय को भेजा है. लेकिन इस डीपीआर को मंजूरी मिलने में समय लगने की संभावना जताई जा रही है. जिसके चलते चारधाम यात्रा मार्गों पर आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग की सुविधा नहीं मिल पाएगी.

इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का रोड मैप तैयार: परिवहन विभाग प्रदेश भर में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के जाल को फैलाए जाने का रोड मैप तैयार कर चुका है. इसके तहत पहले चरण में चारधाम यात्रा मार्गों पर हर 30 किलोमीटर की दूरी पर एक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने का डीपीआर भी तैयार कर केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय को भेज चुका है. भेजे गए डीपीआर के अनुसार प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्गों पर करीब 35 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने हैं. जिसके लिए करीब 20 से 25 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है. हालांकि, पहले चरण के तहत चारधाम यात्रा मार्गों पर देश का पहला इलेक्ट्रिक चार्जिंग कॉरिडोर बनने के बाद दूसरे चरण में मैदानी क्षेत्रों और फिर तीसरे चरण में पर्वतीय क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन बनाए जाने का रोड मैप परिवहन विभाग ने तैयार किया है.
पढ़ें-केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगने लगी रेलिंग, जोर-शोर से चल रहा कार्य

मंत्रालय से सहमति मिलने का इंतजार: लेकिन केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय से मंजूरी ना मिलने के चलते फिलहाल देश के पहले इलेक्ट्रिक चार्जिंग कॉरिडोर में समय लगने की संभावना है. क्योंकि परिवहन विभाग की ओर से भेजे गए इस प्रस्ताव पर पहले केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय की सहमति मिलने के बाद बजट की व्यवस्था की जाएगी. बता दें कि 10 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय से दिल्ली में मुलाकात की थी. हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री पांडेय से चारधाम यात्रा रूट पर बनने वाले देश के पहले चार्जिंग स्टेशन कॉरिडोर पर जल्द सहमति जताने का अनुरोध किया था. कुल मिलाकर चारधाम यात्रा मार्ग करीब 950 किलोमीटर का है. इस मार्ग पर हर 30 किलोमीटर पर एक ई-चार्जिंग स्टेशन बनाया जाना है. लिहाजा इस पूरे यात्रा मार्ग पर योजना के तहत 35 इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे.

Last Updated : Mar 20, 2023, 12:56 PM IST
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