देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आए दिन लोग काल के गाल में समा रहे हैं. इन मुश्किल हालातों में प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री का कहीं अता पता नहीं है. पहली बार विधायक बनते ही धन सिंह रावत जिम्मेदारी से विमुख दिख रहे हैं. उधर मंत्रिमंडल के अधिकतर सदस्य भी इस कठिन घड़ी में कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं. जिसके कारण विपक्ष भी सवाल कर रहा है.
त्रिवेंद्र सरकार में आम जनता का सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़ा करना सभी को याद है. इस बीच त्रिवेंद्र सिंह को हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया तो सरकार और मंत्रियों के सक्रिय होने की उम्मीद की गई, लेकिन हैरानी की बात यह है कि महामारी के इस दौर में आपदा प्रबंधन मंत्री संक्रमण पर रोकथाम को लेकर कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं. यदि मुख्यमंत्री के साथ कुछ कार्यक्रमों को छोड़ दिया जाए तो धन सिंह रावत की आपदा प्रबंधन को लेकर कोई खास भूमिका नहीं रही है.
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त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी धन सिंह, तीरथ सरकार में इतने निष्क्रिय क्यों हैं? इसका जवाब तो हमारे पास भी नहीं है. लेकिन इस कठिन समय में आम जनता के बीच धन सिंह का न दिखना कई सवाल खड़े कर रहा है. इस मामले पर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत कहते हैं कि यदि सेनापति और सैनिक ही इस मुश्किल समय में पीठ दिखाएंगे तो इन हालातों से मुकाबला कैसे किया जाएगा?
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वैसे राज्य में आपदा प्रबंधन मंत्री का कोरोना संक्रमण के हालातों में गायब रहना और जनता से दूरी बनाना हैरानी की बात है. साथ ही सरकार के कई मंत्रियों की गैरमौजूदगी भी चिंता पैदा करने वाली है. राज्य में सुबोध उनियाल, हरक सिंह रावत और गणेश जोशी को छोड़ दिया जाए तो कोई भी मंत्री राज्य स्तर पर अधिकारियों के साथ कोरोना पर नियंत्रण को लेकर प्रयास करता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसे वक्त में सतपाल महाराज, यशपाल आर्य, बिशन सिंह चुफाल, रेखा आर्य, अरविंद पांडे जैसे मंत्री आम जनता के बीच और अधिकारियों के साथ हालात सुधारने के लिए प्रयासरत क्यों नहीं दिखाई दे रहे, यह सवाल विपक्ष भी पूछ रहा है.
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इन हालातों में जब सरकार के मंत्री और खुद आपदा मंत्री भी कोरोना वायरस से इस लड़ाई में पीछे खड़े दिखाई देते हैं तो विपक्ष भी सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट कहते हैं कि राज्य में आपदा प्रबंधन मंत्री समेत दूसरे मंत्रियों का कोई अता पता नहीं है. यह राज्य के लिए चिंता का सबब है. सरकार इन हालातों में कैसे संक्रमण की रोकथाम को लेकर लड़ेगी यह सब भगवान भरोसे है.