ETV Bharat / state

अंतिम चरण में UKSSSC पेपर लीक मामले की जांच, HC जाने की तैयारी में आरोपी दिनेश चंद्र जोशी - भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच

डीजीपी अशोक कुमार ने कहा यूकेएसएसएससी पेपर लीक 2021 की जांच क्लोजिंग की तरफ हैं. बता दें कि पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड सादिक मूसा और कई मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में उत्तराखंड से लेकर यूपी लखनऊ तक 41 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है.

UKSSSC paper leak investigation in final stage
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच
author img

By

Published : Sep 21, 2022, 10:27 PM IST

देहरादून: UKSSSSC पेपर लीक मामले (UKSSSSC Paper Leak Cases) को लेकर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार (Uttarakhand DGP Ashok Kumar) ने बड़ी बात कही है. डीजीपी ने कहा वर्तमान समय में स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच अंतिम चरण में है. हालांकि, ऑनलाइन वन दारोगा भर्ती और वीडियो/वीपीडीयो भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की जांच अभी शुरू हुई हैं, जिसमें अभी और संभावनाएं है.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक 2021 की जांच लगभग क्लोजिंग की तरफ हैं. हालांकि, इस जांच को पूरी तरह संपन्न नहीं कहा जा सकता. वहीं, दूसरी ओर DGP ने कहा वन दारोगा और VDO भर्ती की जांच में अभी बहुत कुछ कार्रवाई चल रही हैं. जिसका परिणाम जल्द ही पुलिस विभाग को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में जल्द सामने आएगा.

जानकारी देते डीजीपी.

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) 2021 स्नातक स्तर भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच (Recruitment exam scam investigation) लगभग समाप्ति की ओर है. इसकी सबसे बड़ी वजह इस घोटाले से जुड़े मास्टरमाइंड सहित अधिकांश अभियुक्तों की गिरफ्तारी को माना जा रहा है. हालांकि, आयोग से ही संबंधित वन दरोगा ऑनलाइन परीक्षा और 2016 ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती धांधलेबाजी की जांच में अभी काफी कुछ होना बाकी है. यही कारण है कि इन दोनों मामलों की जांच को लेकर STF का फोकस तेजी से आगे बढ़ते हुए देखा जा रहा है.

बता दें कि UKSSSC 2021 पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड सादिक मूसा और कई मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में उत्तराखंड से लेकर यूपी लखनऊ तक 41 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान सहित उत्तराखंड सचिवालय के दो अपर निजी सचिव, नैनीताल जनपद अदालतों के न्यायिक कर्मी, उधम सिंह नगर के पुलिसकर्मी सहित सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे उत्तरकाशी के हाकम सिंह, केंद्रपाल, मनराल, मनोज जोशी जैसे तमाम अभियुक्तों को एसटीएफ सलाखों के पीछे भेज चुकी है.
ये भी पढ़ें: UKSSSC Paper Leak Case : एक क्लिक में जानिए उत्तराखंड के चर्चित कांड की पूरी कहानी

इतना ही नहीं इस गोरखधंधे में अपने पद का दुरुपयोग करने वाले पंतनगर यूनिवर्सिटी के पूर्व AEO दिनेश चंद्र जोशी को भी STF ने जेल की हवा खाने को मजबूर कर दिया. दिनेश चंद्र जोशी की जमानत याचिका भी देहरादून निचली अदालत से खारिज हो चुकी है. जिसके बाद वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं.

यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच अब अंतिम पड़ाव तक पहुंच चुकी है. दरअसल, साल 2021 में हुए स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्यवाही पिछले 2 महीने से जारी है. हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान एसटीएफ की टीम ने 41 लोगों की गिरफ्तारी करने के साथ ही 94.79 लाख कैश बरामद किए और 30 लाख का बैंक खाता भी फ्रिज किया है. इसी क्रम में एसटीएफ की टीम ने 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी है.
ये भी पढ़ें: सरकारी नुमाइंदे ही ले रहे 'प्राइवेट' सुविधा, हजार दावों पर भारी पड़ती ये हकीकत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद शुरू हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई पेपर लीक मामले की जांच अब अंतिम पायदान पर है. पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. ऐसे में एसटीएफ इस जांच को संपन्न करने के बाद अन्य जांच की कवायद में जुट जाएगी. दरअसल, स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई पेपर लीक मामले में एसटीएफ टीम 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही, गैंगस्टर एक्ट के तहत 21 आरोपियों पर जुडिशल रिमांड भी ले चुकी है.

बता दें कि यूकेएसएसएससी ने 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तर की परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की थी. जिसमें करीब 1 लाख 60 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. जिस परीक्षा में 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे, लेकिन बेरोजगार संगठनों और कई छात्रों ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें अब तक 41 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

देहरादून: UKSSSSC पेपर लीक मामले (UKSSSSC Paper Leak Cases) को लेकर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार (Uttarakhand DGP Ashok Kumar) ने बड़ी बात कही है. डीजीपी ने कहा वर्तमान समय में स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच अंतिम चरण में है. हालांकि, ऑनलाइन वन दारोगा भर्ती और वीडियो/वीपीडीयो भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की जांच अभी शुरू हुई हैं, जिसमें अभी और संभावनाएं है.

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक 2021 की जांच लगभग क्लोजिंग की तरफ हैं. हालांकि, इस जांच को पूरी तरह संपन्न नहीं कहा जा सकता. वहीं, दूसरी ओर DGP ने कहा वन दारोगा और VDO भर्ती की जांच में अभी बहुत कुछ कार्रवाई चल रही हैं. जिसका परिणाम जल्द ही पुलिस विभाग को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में जल्द सामने आएगा.

जानकारी देते डीजीपी.

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) 2021 स्नातक स्तर भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच (Recruitment exam scam investigation) लगभग समाप्ति की ओर है. इसकी सबसे बड़ी वजह इस घोटाले से जुड़े मास्टरमाइंड सहित अधिकांश अभियुक्तों की गिरफ्तारी को माना जा रहा है. हालांकि, आयोग से ही संबंधित वन दरोगा ऑनलाइन परीक्षा और 2016 ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती धांधलेबाजी की जांच में अभी काफी कुछ होना बाकी है. यही कारण है कि इन दोनों मामलों की जांच को लेकर STF का फोकस तेजी से आगे बढ़ते हुए देखा जा रहा है.

बता दें कि UKSSSC 2021 पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड सादिक मूसा और कई मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में उत्तराखंड से लेकर यूपी लखनऊ तक 41 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान सहित उत्तराखंड सचिवालय के दो अपर निजी सचिव, नैनीताल जनपद अदालतों के न्यायिक कर्मी, उधम सिंह नगर के पुलिसकर्मी सहित सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे उत्तरकाशी के हाकम सिंह, केंद्रपाल, मनराल, मनोज जोशी जैसे तमाम अभियुक्तों को एसटीएफ सलाखों के पीछे भेज चुकी है.
ये भी पढ़ें: UKSSSC Paper Leak Case : एक क्लिक में जानिए उत्तराखंड के चर्चित कांड की पूरी कहानी

इतना ही नहीं इस गोरखधंधे में अपने पद का दुरुपयोग करने वाले पंतनगर यूनिवर्सिटी के पूर्व AEO दिनेश चंद्र जोशी को भी STF ने जेल की हवा खाने को मजबूर कर दिया. दिनेश चंद्र जोशी की जमानत याचिका भी देहरादून निचली अदालत से खारिज हो चुकी है. जिसके बाद वह हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं.

यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच अब अंतिम पड़ाव तक पहुंच चुकी है. दरअसल, साल 2021 में हुए स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्यवाही पिछले 2 महीने से जारी है. हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान एसटीएफ की टीम ने 41 लोगों की गिरफ्तारी करने के साथ ही 94.79 लाख कैश बरामद किए और 30 लाख का बैंक खाता भी फ्रिज किया है. इसी क्रम में एसटीएफ की टीम ने 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी है.
ये भी पढ़ें: सरकारी नुमाइंदे ही ले रहे 'प्राइवेट' सुविधा, हजार दावों पर भारी पड़ती ये हकीकत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद शुरू हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई पेपर लीक मामले की जांच अब अंतिम पायदान पर है. पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. ऐसे में एसटीएफ इस जांच को संपन्न करने के बाद अन्य जांच की कवायद में जुट जाएगी. दरअसल, स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई पेपर लीक मामले में एसटीएफ टीम 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही, गैंगस्टर एक्ट के तहत 21 आरोपियों पर जुडिशल रिमांड भी ले चुकी है.

बता दें कि यूकेएसएसएससी ने 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तर की परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की थी. जिसमें करीब 1 लाख 60 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी. जिस परीक्षा में 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे, लेकिन बेरोजगार संगठनों और कई छात्रों ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग की थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें अब तक 41 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.