देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के लिए साल 2019 विगत वर्षों की तुलना में अपराध व कानून व्यवस्था के आंकड़ों को देखते हुए काफी चुनौतीपूर्ण रहा. इस साल पुलिस ने ज्यादातर अपराधिक मामलों का निस्तारण और घटना के बाद प्रॉपर्टी रिकवरी में पिछले सालों की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस देते हुए अग्रिम राज्यों की सूची में खुद को बनाए रखा. हालांकि, प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध, साइबर क्राइम व मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है. इसके साथ ही पुलिस के कई सराहनीय कार्य भी इस साल चर्चा में रहे.
गौर हो कि प्रदेश में बढ़ते अपराध पुलिस के चुनौती बने हुए हैं. साल दर साल ये आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वहीं कई मामलों में पुलिस ने तत्पर्ता दिखाते हुए मामले का खुलासा किया लेकिन बढ़ते आंकड़े पुलिस के लिए सिर दर्द बनते जा रहे हैं.
जनवरी 2017-18 के मुकाबले 30 नवंबर 2019 का अधिकारिक अपराध आंकड़ा
अपराध | 2017 | 2018 | 2019 (नवंबर 30) |
बलात्कार | 390 | 505 | 516 |
लूट | 179 | 125 | 122 |
वाहन लूट | 16 | 24 | 16 |
चेन स्नैचिंग | 36 | 36 | 41 |
गृह भेदन | 410 | 270 | 349 |
वाहन चोरी | 1081 | 922 | 838 |
चोरी | 1012 | 1049 | 838 |
हत्या | 160 | 189 | 175 |
महिला अपराध | 236 | 263 | 273 |
अपहरण | 122 | 157 | 66 |
दहेज हत्या | 60 | 62 | 52 |
2019 में जनवरी से लेकर 30 नवंबर तक साइबर क्राइम व IT एक्ट के तहत दर्ज मुकदमों का आंकड़ा
जनपद का नाम | अपराध संख्या |
उधम सिंह नगर | 102 |
देहरादून | 28 |
हरिद्वार | 25 |
रुद्रयाग | 14 |
नैनीताल | 13 |
टिहरी | 3 |
उत्तरकाशी | 2 |
चमोली | 3 |
अल्मोड़ा | 4 |
बागेश्वर | 7 |
पिथौरागढ़ | 4 |
चंपावत | 2 |
जीआरपी मुकदमा | 1 |
साइबर थाने | 19 |
कुल | 227 |
साल 2019 जनवरी से 30 नवंबर माह तक राज्य भर में नशा तस्करी के तहत दर्ज मुकदमे
जिले का नाम | अपराध संख्या |
देहरादून | 511 |
उधम सिंह नगर | 233 |
हरिद्वार | 138 |
नैनीताल | 170 |
चंपावत | 62 |
अल्मोड़ा | 29 |
टिहरी | 29 |
पौड़ी | 24 |
पिथौरागढ़ | 18 |
चमोली | 10 |
बागेश्वर | 15 |
उत्तरकाशी | 22 |
जीआरपी | 9 |
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जनवरी 2019 से 30 नवंबर 2019 तक सबसे ज्यादा देहरादून में 513 नशा तस्कर गिरफ्तार हुए हैं. जबकि उधम सिंह नगर 262, नैनीताल 185, हरिद्वार 139 में हुई हैं. पूरे राज्य में साल 30 नवंबर 2019 तक नशा तस्करी करने वाले 1362 अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं.
पिछले 11 महीनों में नशा तस्करों से बरामद किए गये मादक पदार्थ
मादक पदार्थ | बरामदगी (किलो में) |
चरस | 191.89 |
स्मैक | 12.732 |
डोडा अफीम | 367.263 |
गांजा | 1159.78 |
भांग | 15 |
अफीम | 17.78 |
कोकीन | 1.55 |
नशीली गोलियां | 174013 |
नशीले कैप्सूल | 26774 |
नशीले इंजेक्शन | 9877 |
कुल बाजारी मूल्य | 10,42,14,944/- रुपये |
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी साल 2019 की खास उपलब्धियां-
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार लूट चोरी संपत्ति बरामद का राष्ट्रीय औसत 25.9% है, जबकि उत्तराखंड 52.7% हैं.
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की साल 2017 में रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड राज्य का देश के 28 प्रदेशों में अपराध कार्य होने मामलों में संपत्ति बरामदगी में दूसरा स्थान है.
- इंडिया जस्टिस रिपोर्ट के मानव संसाधन उपयोग में उत्तराखंड पुलिस देश में दूसरे स्थान पर है.
- प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दृष्टिगत अभियान के तहत कई वर्षों से 27 गैंग शांत चल रहे हैं.
- राज्य में मौजूद मुख्यत 330 अपराधिक लोगों में से केवल 130 अभियुक्त अपराधिक घटनाओं में सक्रिय चल रहे हैं.
- अभियान के तहत इस साल 2019 में कुल 45 इनामी और 8390 वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है.
- साल 2015 से अब तक संगठित अपराध करने वाले 107 अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर में कार्रवाई की गई है, इसके अलावा 73 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई प्रचलित है.
- साल 2019 में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ के चलते 1742 स्थानों पर सीसीटीवी कवरेज के लिए चिन्हित किए गए थे, जिसके चलते पिछले 2 माह में 1207 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
- पिछले 11 महीनों में कच्ची शराब की 277 भाटियों को नष्ट करने के साथ ही 4 लाख लीटर शराब का कच्चा माल नष्ट किया गया.
- अंग्रेजी और देसी शराब की धरपकड़ में 2019 जनवरी से लेकर 30 नवंबर 2019 तक प्रदेशभर में 69 हजार अंग्रेजी शराब की बोतल और 12 हजार देसी शराब सहित 200 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की गई.
- शराब नशा तस्करी जैसे अन्य मामलों में अभियान के तहत 436 तस्करों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई.
उत्तराखंड पुलिस ने हाईकोर्ट के निर्देश अनुसार जुलाई 2019 से सितंबर माह तक चलाए गए अभियान में 48646 लोगों के खिलाफ कोर्ट से जारी समन व वारंट की तामील कराई, जबकि IPC के अन्य मामलों में 21423, एमवी एक्ट के तहत 40817, पुलिस एक्ट के तहत 4732, आबकारी अधिनियम के तहत 14736, जुआ खेलने वाले 2360, शस्त्र अधिनियम के तहत 1845 लोगों के खिलाफ कोर्ट के समन तामील किए गये. जिसके हिसाब से राज्य में कुल 1 लाख 34 हजार 559 समन तामील कराए गए.
ऑपरेशन स्माइल का आंकड़ा
- भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए ऑपरेशन मुक्ति चलाया गया. जिसके तहत अब तक 1490 बच्चों को भिक्षावृत्ति से निकालकर उनके परिवार जन या बाल संरक्षण गृह में दाखिल कराया गया है. इसके अलावा 438 बच्चों को अलग-अलग स्कूलों में डे केयर के रूप में दाखिला दिलाया गया. वहीं, 1 दिसंबर 2019 से अब तक 257 गुमशुदा बच्चों को बरामद किया गया है.
- इस साल 2019 में नवंबर माह तक 1468 मोबाइल चोरी हुए. उनकी बरामदगी कर संबंधित लोगों को सौंपा गया.
साल 2019 चुनौतीपूर्ण रहा
अपराध व कानून व्यवस्था के संबंध में महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि साल 2019 विगत वर्षों की तुलना काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उसके बावजूद देश के अन्य राज्यों की तुलना पुलिसिंग बेहतरी स्तर से की गई है. जिसका परिणाम बड़े-बड़े मामलों को वर्कआउट करने के साथ प्रॉपर्टी रिकवरी करने में उत्तराखंड तमिलनाडु के बाद दूसरे पायदान का राज्य है. अशोक कुमार के मुताबिक चारधाम यात्रा वीवीआईपी मूवमेंट, प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण केदारनाथ यात्रा के साथ-साथ राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था को लेकर बेहतर साबित हुआ है. प्रयास है कि 2020 में भी उत्तराखंड देश के अग्रिम राज्यों की सूची में होगा.