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वोट नहीं देने के सवाल पर बिफरे प्रीतम सिंह, कहा- राजनीतिक व्यक्ति की होती हैं मजबूरियां

उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान हुआ था. कांग्रेस प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के चक्कर में अपना मत का प्रयोग नहीं कर पाए.

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह
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Published : Apr 12, 2019, 3:18 PM IST

देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और टिहरी लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी प्रीतम सिंह मतदान के बाद शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान वो काफी रिलैक्स मूड में नजर आए, लेकिन पत्रकारों को एक सवाल पर वो भड़क गए और कहने लगे की अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए मीडिया वाले इस तरह का सवाल करते है.

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह

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दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह वोटरों को लुभाने के चक्कर में अपना मत का प्रयोग नहीं कर पाए. गुरुवार को उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में मतदान किया गया था, लेकिन उन्होंने अपना वोट नहीं डाला. जब उन से इस बारे में बात की गई कि लोकतंत्र के इस महापर्व में उन्होंने हिस्सा क्यों नहीं लिया तो वो मीडिया पर भड़क गए और कहने लगे की अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए वो इस तरह के सवाल पूछ रहे है.

पढ़ें- अक्षय तृतीया के दिन 7 मई को खोले जाएंगे यमुनोत्री धाम के कपाट

उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि गुरुवार को चुनाव में काफी व्यस्थ थे और जहां उनका वोट है वो देहरादून से 200 किमी दूर है. ऐसे में वो वहां नहीं जा सके. हर राजनीतिक व्यक्ति की कुछ ना कुछ मजबूरी होती हैं. ऐसे में कोई व्यक्ति ऐसा क्यों चाहेगा की पोलिंग के दिन वो मतदान करने से वंचित हो जाये? राजनीतिक व्यक्ति पर प्रश्न उठाने से पहले उसकी मजबूरियां पर भी ध्यान दिया जाए.

देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और टिहरी लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी प्रीतम सिंह मतदान के बाद शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान वो काफी रिलैक्स मूड में नजर आए, लेकिन पत्रकारों को एक सवाल पर वो भड़क गए और कहने लगे की अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए मीडिया वाले इस तरह का सवाल करते है.

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह

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दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी प्रीतम सिंह वोटरों को लुभाने के चक्कर में अपना मत का प्रयोग नहीं कर पाए. गुरुवार को उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में मतदान किया गया था, लेकिन उन्होंने अपना वोट नहीं डाला. जब उन से इस बारे में बात की गई कि लोकतंत्र के इस महापर्व में उन्होंने हिस्सा क्यों नहीं लिया तो वो मीडिया पर भड़क गए और कहने लगे की अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए वो इस तरह के सवाल पूछ रहे है.

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उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि गुरुवार को चुनाव में काफी व्यस्थ थे और जहां उनका वोट है वो देहरादून से 200 किमी दूर है. ऐसे में वो वहां नहीं जा सके. हर राजनीतिक व्यक्ति की कुछ ना कुछ मजबूरी होती हैं. ऐसे में कोई व्यक्ति ऐसा क्यों चाहेगा की पोलिंग के दिन वो मतदान करने से वंचित हो जाये? राजनीतिक व्यक्ति पर प्रश्न उठाने से पहले उसकी मजबूरियां पर भी ध्यान दिया जाए.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और टिहरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार प्रीतम सिंह चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस मुख्यालय पर रिलैक्स मोड मे नजर आए, कल बीती 11 अप्रैल को प्रीतम सिंह चुनाव व्यस्तता के चलते अपना मतदान नहीं कर पाए थे, इस सवाल के जवाब में प्रीतम सिंह मीडिया मे बिफर पड़े, उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक व्यक्ति की कुछ ना कुछ मजबूरी होती है ऐसे में कोई व्यक्ति ऐसा क्यों चाहेगा की पोलिंग के दिन वो मतदान करने से वंचित हो जाये।


Body:दरअसल प्रीतम सिंह ने साफ किया है कि वे इसलिए मतदान नहीं कर पाए क्योंकि उनका मतदान केंद्र देहरादून से 200 किलोमीटर दूर था, उनके देहरादून में व्यस्तता के चलते यह संभव नहीं हो पाया कि वे अपने मतदान स्थल पर जाकर वोटिंग कर सकें। उन्होंने कहा कि ऐसा कौन प्रत्याशी होगा जो अपने लिए वोट ना करें किसी राजनीतिक व्यक्ति पर प्रश्न उठाने से पहले ये देखना चाहिए कि उस राजनीतिक व्यक्ति की भी अपनी मजबूरियां होती है। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी टीआरपी बढ़ाने के लिए इस तरह के सवाल करते हैं,आखिर कौन व्यक्ति होगा जो अपने लिए वोट नहीं करेगा।
बाईट-प्रीतम सिंह,टिहरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी।


Conclusion:एक तरफ जहां मत प्रतिशत कम पड़ने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है तो वहीं प्रत्याशी के मत ना देने वाले सवाल पर ही भड़क रही है।
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