देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि देवभूमि लगातार अपराधियों की शरण स्थली में बदलती जा रही है. कानून व्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दे उठाते हुए माहरा ने विजय वात्सल्य और अंकिता हत्याकांड का जिक्र किया. साथ ही अंसल वैली सोसाइटी का मसला भी उठाया.
पीसीसी अध्यक्ष करन माहरा ने धामी सरकार से पूछा कि राजधानी में विजय वात्सल्य हत्याकांड में पीड़ित ने महिला भाजपा नेत्री पर गंभीर आरोप लगाए थे, पर इस पूरे मामले पर लोगों की नाराजगी के बावजूद पुलिस प्रशासन ने 44 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की. 15 फरवरी को प्रेम नगर के राजेंद्र सिंह को गंभीर चोटें आने के बावजूद भी आरोपी के खिलाफ हल्की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई.
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उन्होंने अंकिता हत्याकांड मामले में सवाल किया कि इस हत्याकांड में अभी तक तथाकथित वीआईपी का नाम सामने नहीं आया है, लगातार स्टेटमेंट बदले जाने से केस को कमजोर किए जाने की कोशिश की गई है. उन्होंने विपिन रावत का मुद्दा भी उठाया और कहा कि 24 नवंबर को विपिन रावत पर हमला हुआ था. वो 10 दिनों तक जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ता रहा लेकिन फिर उसकी मौत हो गई, लेकिन 3 दिसंबर तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती, इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश में निरंतर अपराध बढ़ते जा रहे हैं.
माहरा ने अंसल ग्रीन वैली सोसाइटी का मसला उठाते भी कहा कि एक सोसाइटी का सेक्रेटरी इस बात को कह रहा है कि है कुछ भू-माफिया मार्ग पर कब्जा कर रहे हैं, जब बाहरी लोगों पर कार्रवाई की जाती है तो इससे आक्रोशित बाहरी लोग 50-60 लोगों को ले जाकर सोसायटी के सचिव पर हमला कर देते हैं. उन्होंने आरोप लगाए कि इसमें भाजपा के 4 पार्षद भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में भी राजधानी के पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है.
माहरा का कहना है कि राजधानी में पुलिस व्यवस्था इस तरह से चरमरा गई है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा. उन्होंने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर उत्तराखंड के डीजीपी के इस्तीफे की भी मांग उठाई.