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पंचायत प्रतिनिधियों से CM त्रिवेंद्र ने किया ई-संवाद, आत्मनिर्भर भारत पर दिया जोर

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Published : Jul 13, 2020, 1:51 PM IST

आज सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पंचायत प्रतिनिधियों से ई-संवाद किया. सीएम ने पंचायत प्रतिनिधियों से स्वरोजगार पर जोर देने को कहा. उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के लोगों को रोजगार मिलेगा और पीएम मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा.

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सीएम त्रिवेंद्र ने किया ई-संवाद

देहरादून: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों से ई-संवाद किया. सीएम ने इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर चिंता जताई साथ ही आत्मनिर्भर भारत के पीएम मोदी के नारे को अमल में लाने की बात कही. सीएम ने राज्य के पंचायत प्रतिनिधियों से स्वरोजगार पर जोर देने को कहा. उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास अनेकों अवसर हैं, जिनसे हम स्वरोजगार से जुड़कर अपने राज्य के और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं.

पंचायत प्रतिनिधियों से CM त्रिवेंद्र ने किया ई-संवाद

सीएम ने दिया आत्मनिर्भर भारत पर जोर

सीएम ने कहा कि अगर आपको अपने परिवार का पालन पोषण करना है तो आप स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बनिए. हम आपके उत्पादों की मार्केटिंग करेंगे, उनको बेचेंगे. उससे हम इनकम जेनरेट करेंगे. हमने 10 हजार मोटरसाइकिल टैक्सी की योजना बनाई है. जिसमें 2 साल तक आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा. आपके ब्याज को राज्य सरकार वहन करेगी.

कैबिनेट में लाएंगे रोजगार को लेकर योजना

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हम कैबिनेट बैठक में एक योजना लाने जा रहे हैं, जिससे प्रदेश के 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा सरकारी नौकरियों के लिए भर्तियां जारी हैं, लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि सभी को सरकारी नौकरियां नहीं मिल सकती हैं. क्योंकि हमारे यहां आबादी बहुत ज्यादा है. इसलिए हमें स्वरोजगार के माध्यम से खुद भी रोजगार करना है. साथ ही दो लोगों को भी रोजगार देना है.

ये भी पढ़ें: CM त्रिवेंद्र बोले- हवा में फैल रहा कोरोना, श्याम जाजू हुए सेल्फ क्वारंटाइन

सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि हमने विचार किया है कि राज्य में मुर्गी पालन, पशुपालन, मछली पालन, जड़ी-बूटी उत्पादन जैसे कई तरह के काम हैं जिनसे हम स्वरोजगार कर सकते हैं. जिससे हम अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर सकते हैं. हमारे पास ऐसे लगभग डेढ़ सौ से पौने दो सौ कामों की सूची है, जिससे प्रदेश की जनता को स्वरोजगार से जोड़ा जा सकता है.

हिमालयन ग्रीन उत्पादों की भारी डिमांड

इसके अलावा हम हिमालयन ग्रीन, हिमालयन वेजिटेबल्स का काम शुरू करने जा रहे हैं. हमने जिला योजना में 40 प्रतिशत बजट इस काम के लिए रखा है. जिसकी हम सीधे मार्केटिंग करेंगे. पैसे की कोई दिक्कत नहीं है, हमें काम करने वाले लोग चाहिए. मेरी ग्राम प्रधानों से अपील है कि वह अपने जिलाधिकारी, उद्योग केंद्र और उद्यान विभाग के लोगों से मिलकर इन योजनाओं का लाभ उठाएं. अगर हम मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ उठाएंगे तो प्रधानमंत्री मोदी का जो आत्मनिर्भर भारत का सपना है, वह पूरा होगा. हमारे गांव आत्मनिर्भर होंगे. हमारा प्रांत आत्मनिर्भर होगा.

डेयरी क्षेत्र में 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

डेयरी विभाग के अंदर 20 हजार लोगों को रोजगार दिया जाएगा. सरकार ने डेयरी खोलने का लक्ष्य रखा है. जिसके तहत 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. इस योजना का शुभारंभ भी हो चुका है. इसके लिए हमने अपने किसान भाइयों से कहा कि जो भी गाय हम लाएं वो दूसरे राज्यों से लाएं. अगर हम बाहरी राज्य से पशु लाते हैं तो दूध का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों को अच्छी आमदनी होगी.

ये है आत्मनिर्भर भारत अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के इस दौर में भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था. इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत अभियान का नाम दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि इस बड़े राहत पैकेज से भारत में लोगों को कामकाज करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और यह कोशिश की जाएगी कि अगले कुछ सालों में भारत अपनी जरूरत की अधिकतर चीजों के लिए खुद पर निर्भर हो जाए. इस हिसाब से अभियान का नाम आत्मनिर्भर भारत अभियान रखा गया.

देहरादून: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों से ई-संवाद किया. सीएम ने इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर चिंता जताई साथ ही आत्मनिर्भर भारत के पीएम मोदी के नारे को अमल में लाने की बात कही. सीएम ने राज्य के पंचायत प्रतिनिधियों से स्वरोजगार पर जोर देने को कहा. उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास अनेकों अवसर हैं, जिनसे हम स्वरोजगार से जुड़कर अपने राज्य के और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं.

पंचायत प्रतिनिधियों से CM त्रिवेंद्र ने किया ई-संवाद

सीएम ने दिया आत्मनिर्भर भारत पर जोर

सीएम ने कहा कि अगर आपको अपने परिवार का पालन पोषण करना है तो आप स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बनिए. हम आपके उत्पादों की मार्केटिंग करेंगे, उनको बेचेंगे. उससे हम इनकम जेनरेट करेंगे. हमने 10 हजार मोटरसाइकिल टैक्सी की योजना बनाई है. जिसमें 2 साल तक आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा. आपके ब्याज को राज्य सरकार वहन करेगी.

कैबिनेट में लाएंगे रोजगार को लेकर योजना

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हम कैबिनेट बैठक में एक योजना लाने जा रहे हैं, जिससे प्रदेश के 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा सरकारी नौकरियों के लिए भर्तियां जारी हैं, लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि सभी को सरकारी नौकरियां नहीं मिल सकती हैं. क्योंकि हमारे यहां आबादी बहुत ज्यादा है. इसलिए हमें स्वरोजगार के माध्यम से खुद भी रोजगार करना है. साथ ही दो लोगों को भी रोजगार देना है.

ये भी पढ़ें: CM त्रिवेंद्र बोले- हवा में फैल रहा कोरोना, श्याम जाजू हुए सेल्फ क्वारंटाइन

सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि हमने विचार किया है कि राज्य में मुर्गी पालन, पशुपालन, मछली पालन, जड़ी-बूटी उत्पादन जैसे कई तरह के काम हैं जिनसे हम स्वरोजगार कर सकते हैं. जिससे हम अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर सकते हैं. हमारे पास ऐसे लगभग डेढ़ सौ से पौने दो सौ कामों की सूची है, जिससे प्रदेश की जनता को स्वरोजगार से जोड़ा जा सकता है.

हिमालयन ग्रीन उत्पादों की भारी डिमांड

इसके अलावा हम हिमालयन ग्रीन, हिमालयन वेजिटेबल्स का काम शुरू करने जा रहे हैं. हमने जिला योजना में 40 प्रतिशत बजट इस काम के लिए रखा है. जिसकी हम सीधे मार्केटिंग करेंगे. पैसे की कोई दिक्कत नहीं है, हमें काम करने वाले लोग चाहिए. मेरी ग्राम प्रधानों से अपील है कि वह अपने जिलाधिकारी, उद्योग केंद्र और उद्यान विभाग के लोगों से मिलकर इन योजनाओं का लाभ उठाएं. अगर हम मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ उठाएंगे तो प्रधानमंत्री मोदी का जो आत्मनिर्भर भारत का सपना है, वह पूरा होगा. हमारे गांव आत्मनिर्भर होंगे. हमारा प्रांत आत्मनिर्भर होगा.

डेयरी क्षेत्र में 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

डेयरी विभाग के अंदर 20 हजार लोगों को रोजगार दिया जाएगा. सरकार ने डेयरी खोलने का लक्ष्य रखा है. जिसके तहत 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. इस योजना का शुभारंभ भी हो चुका है. इसके लिए हमने अपने किसान भाइयों से कहा कि जो भी गाय हम लाएं वो दूसरे राज्यों से लाएं. अगर हम बाहरी राज्य से पशु लाते हैं तो दूध का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों को अच्छी आमदनी होगी.

ये है आत्मनिर्भर भारत अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के इस दौर में भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था. इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत अभियान का नाम दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि इस बड़े राहत पैकेज से भारत में लोगों को कामकाज करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और यह कोशिश की जाएगी कि अगले कुछ सालों में भारत अपनी जरूरत की अधिकतर चीजों के लिए खुद पर निर्भर हो जाए. इस हिसाब से अभियान का नाम आत्मनिर्भर भारत अभियान रखा गया.

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