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नाबालिग दुष्कर्म केस में पुलिस पर लापरवाही का आरोप, बाल आयोग ने SSP से मांगा जवाब - देहरादून नाबालिग से रेप

राजधानी देहरादून में एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म और फिर इलाज के दौरान मौत का मामला सामने आया है. साथ ही मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है. पड़ोसियों की शिकायत पर बाल आयोग ने सख्त रूख अपनाया है. बाल आयोग ने देहरादून एसएसपी को पत्र लिखकर 15 दिन के भीतर जवाब तलब किया है.

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देहरादून क्राइम न्यूज
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Published : Nov 9, 2020, 7:53 PM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून में दुष्कर्म का एक और मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अब मामला बाल आयोग पहुंच चुका है. बताया जा रहा है कि घटना बीते 1 या 2 नवंबर की रात की रात इंद्रजीत सलूजा ने नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया गया. घटना के बाद बच्ची की तबीयत खराब होने पर उसे निजी अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां बीते रोज (8 नवंबर 2020) की रात को उपचार के दौरान बच्ची की मौत हो गई.

गंगोत्री विहार क्लासिक अपार्टमेंट और आसपास रहने वाले लोगों ने बच्ची के साथ रेप की वारदात का शक जाहिर करते हुए पुलिस को फोन पर कई बार जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने घटना का संज्ञान नहीं लिया. बीते रोज बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोपी इंद्रजीत सलूजा ने बच्ची के परिजनों को सूचना दिए बगैर ही उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, फिर भी पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.

स्थानीय लोगों ने थक हारकर बाल आयोग का रुख किया और आयोग को अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर घटना की पूरी जानकारी दी. पूरे मामले की जानकारी मिलते ही बाल आयोग हरकत में आ गया. शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा पूरे मामले में कोताही बरतने और मुकदमा दर्ज करने के चलते बाल आयोग ने सख्त रुख अपनाया है. आयोग ने देहरादून एसएसपी को पत्र लिखकर 15 दिन में मामले में जवाब मांगा है.

ईटीवी भारत संवाददाता ने फोन पर रायपुर थाना प्रभारी दिलबर नेगी से बात की. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित व्यक्ति ने बताया कि उसके पास 10 साल पहले बिहार मूल के रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अपनी बच्ची को पालन पोषण के लिए उसके यहां रखा गया था. कुछ समय से उसका दिमागी हालत सही न होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई है.

पढ़ें- CM त्रिवेंद्र ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि, कहा- नहीं भूल सकते उनके संघर्ष

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई: थाना प्रभारी

उधर, इस मामले में थाना रायपुर प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि बच्ची की मौत बीते रोज की रात अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी. ऐसे में पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपित खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

बाल आयोग से मिली ये जानकारी

उधर, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग से जानकारी मिली है कि रायपुर के गंगोत्री विहार क्लासिक अपार्टमेंट में रहने वाले इंद्रजीत सलूजा दंपति ने एक बच्ची को अपने घर में पालन पोषण के लिए रखा था. पड़ोसी के गोपनीय सूचना के आधार पर बताया गया कि बीते 2 नवंबर की रात इंद्रजीत सलूजा द्वारा बच्ची के साथ बलात्कार किया. घटना के उपरांत नाबालिग की तबीयत खराब होने के बाद उसे निजी अस्पताल भर्ती कराया गया जहां 8 नवंबर की रात को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

देहरादून: राजधानी देहरादून में दुष्कर्म का एक और मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अब मामला बाल आयोग पहुंच चुका है. बताया जा रहा है कि घटना बीते 1 या 2 नवंबर की रात की रात इंद्रजीत सलूजा ने नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया गया. घटना के बाद बच्ची की तबीयत खराब होने पर उसे निजी अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां बीते रोज (8 नवंबर 2020) की रात को उपचार के दौरान बच्ची की मौत हो गई.

गंगोत्री विहार क्लासिक अपार्टमेंट और आसपास रहने वाले लोगों ने बच्ची के साथ रेप की वारदात का शक जाहिर करते हुए पुलिस को फोन पर कई बार जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने घटना का संज्ञान नहीं लिया. बीते रोज बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोपी इंद्रजीत सलूजा ने बच्ची के परिजनों को सूचना दिए बगैर ही उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, फिर भी पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.

स्थानीय लोगों ने थक हारकर बाल आयोग का रुख किया और आयोग को अपनी पहचान छुपाने की शर्त पर घटना की पूरी जानकारी दी. पूरे मामले की जानकारी मिलते ही बाल आयोग हरकत में आ गया. शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा पूरे मामले में कोताही बरतने और मुकदमा दर्ज करने के चलते बाल आयोग ने सख्त रुख अपनाया है. आयोग ने देहरादून एसएसपी को पत्र लिखकर 15 दिन में मामले में जवाब मांगा है.

ईटीवी भारत संवाददाता ने फोन पर रायपुर थाना प्रभारी दिलबर नेगी से बात की. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित व्यक्ति ने बताया कि उसके पास 10 साल पहले बिहार मूल के रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अपनी बच्ची को पालन पोषण के लिए उसके यहां रखा गया था. कुछ समय से उसका दिमागी हालत सही न होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई है.

पढ़ें- CM त्रिवेंद्र ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि, कहा- नहीं भूल सकते उनके संघर्ष

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की कार्रवाई: थाना प्रभारी

उधर, इस मामले में थाना रायपुर प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि बच्ची की मौत बीते रोज की रात अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी. ऐसे में पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपित खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

बाल आयोग से मिली ये जानकारी

उधर, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग से जानकारी मिली है कि रायपुर के गंगोत्री विहार क्लासिक अपार्टमेंट में रहने वाले इंद्रजीत सलूजा दंपति ने एक बच्ची को अपने घर में पालन पोषण के लिए रखा था. पड़ोसी के गोपनीय सूचना के आधार पर बताया गया कि बीते 2 नवंबर की रात इंद्रजीत सलूजा द्वारा बच्ची के साथ बलात्कार किया. घटना के उपरांत नाबालिग की तबीयत खराब होने के बाद उसे निजी अस्पताल भर्ती कराया गया जहां 8 नवंबर की रात को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

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