देहरादून: कर्मकार कल्याण बोर्ड को लेकर सुर्खियों में रहे मंत्री हरक सिंह रावत एक बार फिर से चर्चाओं में आ सकते हैं. दरअसल, कथित साइकिल घोटाले के मामले में अब जांच को तेज कर दी गई है. मामले में संबंधित विभाग से जिलाधिकारी ने डिटेल मांगी थी, जो जांच अधिकारी को मिल चुकी है. जल्द ही जांच पूरा किया जाएगा.
उत्तराखंड में पिछले दिनों हुए कथित साइकिल घोटाले की जांच में तेजी लाई गई है. देहरादून जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव को मामले की जांच सौंपी गई है. वह इस मामले में सभी तथ्यों को देख रहे हैं. इस दौरान संबंधित विभाग से साइकिल खरीद और बांटे जाने से जुड़ी फाइलें मांगी गई थी, जो जांच अधिकारी को मिल चुकी हैं. जिला अधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इस मामले में सभी तथ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा चुके हैं. इस मामले में फिलहाल आकलन किया जा रहा है, उसके बाद पूरी रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेज दी जाएगी.
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आपको बता दें कि यह मामला हरक सिंह रावत के कार्यकाल का है. दरअसल, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने साइकिल बांटने के दौरान शिविर में आम आदमी पार्टी की टोपी पहने लोग भी शामिल थे. नियम अनुसार साइकिलें सिर्फ उन्हीं श्रमिकों को मिलनी थी, जिनके श्रमिक कार्ड बने हुए थे, लेकिन आधार कार्ड धारक श्रमिक को भी साइकिल दे दी गई. श्रम विभाग इस मामले की पहले जांच कर चुका है, जिसे शासन ने खारिज कर दिया है. अब पूरे मामले की जांच जिला प्रशासन कर रहा है.