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मॉनसून सत्र: पहले दिन लाया गया शोक प्रस्ताव, दूसरे दिन हंगामे के आसार

उत्तराखंड में विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत हो गई है. 11 बजे से सत्र की कार्यवाही शुरू हुई. इसके साथ ही दिवगंत विधानसभा सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. उत्तराखंड सरकार ने 23 अगस्त से 27 अगस्त तक विधानसभा का सत्र बुलाया है.

uttarakhand assembly monsoon session 2021
uttarakhand assembly monsoon session 2021
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Published : Aug 23, 2021, 11:50 AM IST

Updated : Aug 23, 2021, 7:38 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का पांच दिवसीय मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है. सत्र के पहले दिन आज विधानसभा के पटल पर शोक प्रस्ताव लाया गया, जिसमें दिवंगत नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, गोपाल रावत और अन्य दिवंगत पूर्व और वर्तमान सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं, सत्र शुरू होने से पहले दिवंगत पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा को हाउस गैलरी में श्रद्धांजलि दी गई.

शोक प्रस्ताव के बाद सदन स्थगित: उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन में केवल शोक प्रस्ताव लाया गया है. इसमें विधानसभा के दिवंगत पूर्व और वर्तमान सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. इसके बाद विधानसभा सत्र की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे के लिए स्थगित कर दिया गया.

दिवंगत सदस्यों को दी गई श्रद्धांजलि.

2022 के चुनाव को देखते हुए विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा. वहीं, सरकार ने भी विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों पर जवाब देने की रणनीति बनाई है. पुष्कर सिंह धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला विधानसभा सत्र है. सरकार ने 23 अगस्त से 27 अगस्त तक विधानसभा का सत्र बुलाया है.

ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव में जनता पर वादों की बौछार, क्या मेनिफेस्टो में शामिल होगी राय?

दूसरे दिन हंगामे के आसार: कल यानी मंगलवार को सत्र के दूसरे दिन सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं. विपक्ष की तरफ से उप नेता प्रतिपक्ष करण मेहरा ने बताया कि विपक्ष कल पूरी तैयारी के साथ सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरने का काम करेगा. मंगलवार को विपक्ष के विधायक विधानसभा के बाहर धरना देंगे. वहीं, सदन के भीतर भी कुंभ में कोविड-19 टेस्ट में हुए घोटाले के लेकर विपक्ष सरकार को सदन में घेरगा.

सुंदरलाल बहुगुणा को हाउस गैलरी में दी गई श्रद्धांजलि.

वहीं, संसदीय कार्य मंत्री के रूप में बंशीधर भगत के ऊपर सदन में सरकार का पक्ष रखने की बड़ी जिम्मेदारी है. जबकि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद प्रीतम सिंह के लिए पहला सत्र है. पक्ष एवं विपक्ष सदन में नए अंदाज में नजर आएगा. माना जा रहा है कि वर्तमान सरकार का यह अंतिम सत्र है.

खास होगा सत्र: पांच दिवसीय विधानसभा का मॉनसून सत्र इस बार बेहद ही खास है. प्रदेश में चुनाव बेहद नजदीक है, ऐसे में जहां सरकार विधानसभा में कई लोकलुभावन फैसलों और विधेयकों को पेश करेगी. वहीं, विपक्ष भी पॉलिटिकल माइलेज पाने के लिए सरकार पर प्रेशर बनाने का काम करेगी.

विपक्ष के पास देवस्थानम बोर्ड, कोविड जांच फर्जीवाड़ा, महंगाई, बेरोजगार, कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन में सरकार की घेराबंदी करने का आखिर मौका है. जबकि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी की है. सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों से 788 प्रश्न मिले हैं.

30 विधायक वीडियो कॉफ्रेंसिंग से जुड़े: कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सदन में 40 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है. जबकि 30 विधायक प्रकाश पंत भवन के कक्ष संख्या 107 में बैठे हैं. जहां से वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सदन की कार्यवाही में शामिल हुए.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का पांच दिवसीय मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है. सत्र के पहले दिन आज विधानसभा के पटल पर शोक प्रस्ताव लाया गया, जिसमें दिवंगत नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, गोपाल रावत और अन्य दिवंगत पूर्व और वर्तमान सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं, सत्र शुरू होने से पहले दिवंगत पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा को हाउस गैलरी में श्रद्धांजलि दी गई.

शोक प्रस्ताव के बाद सदन स्थगित: उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन में केवल शोक प्रस्ताव लाया गया है. इसमें विधानसभा के दिवंगत पूर्व और वर्तमान सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. इसके बाद विधानसभा सत्र की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे के लिए स्थगित कर दिया गया.

दिवंगत सदस्यों को दी गई श्रद्धांजलि.

2022 के चुनाव को देखते हुए विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा. वहीं, सरकार ने भी विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों पर जवाब देने की रणनीति बनाई है. पुष्कर सिंह धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला विधानसभा सत्र है. सरकार ने 23 अगस्त से 27 अगस्त तक विधानसभा का सत्र बुलाया है.

ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव में जनता पर वादों की बौछार, क्या मेनिफेस्टो में शामिल होगी राय?

दूसरे दिन हंगामे के आसार: कल यानी मंगलवार को सत्र के दूसरे दिन सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं. विपक्ष की तरफ से उप नेता प्रतिपक्ष करण मेहरा ने बताया कि विपक्ष कल पूरी तैयारी के साथ सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरने का काम करेगा. मंगलवार को विपक्ष के विधायक विधानसभा के बाहर धरना देंगे. वहीं, सदन के भीतर भी कुंभ में कोविड-19 टेस्ट में हुए घोटाले के लेकर विपक्ष सरकार को सदन में घेरगा.

सुंदरलाल बहुगुणा को हाउस गैलरी में दी गई श्रद्धांजलि.

वहीं, संसदीय कार्य मंत्री के रूप में बंशीधर भगत के ऊपर सदन में सरकार का पक्ष रखने की बड़ी जिम्मेदारी है. जबकि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद प्रीतम सिंह के लिए पहला सत्र है. पक्ष एवं विपक्ष सदन में नए अंदाज में नजर आएगा. माना जा रहा है कि वर्तमान सरकार का यह अंतिम सत्र है.

खास होगा सत्र: पांच दिवसीय विधानसभा का मॉनसून सत्र इस बार बेहद ही खास है. प्रदेश में चुनाव बेहद नजदीक है, ऐसे में जहां सरकार विधानसभा में कई लोकलुभावन फैसलों और विधेयकों को पेश करेगी. वहीं, विपक्ष भी पॉलिटिकल माइलेज पाने के लिए सरकार पर प्रेशर बनाने का काम करेगी.

विपक्ष के पास देवस्थानम बोर्ड, कोविड जांच फर्जीवाड़ा, महंगाई, बेरोजगार, कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन में सरकार की घेराबंदी करने का आखिर मौका है. जबकि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी की है. सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों से 788 प्रश्न मिले हैं.

30 विधायक वीडियो कॉफ्रेंसिंग से जुड़े: कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सदन में 40 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है. जबकि 30 विधायक प्रकाश पंत भवन के कक्ष संख्या 107 में बैठे हैं. जहां से वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सदन की कार्यवाही में शामिल हुए.

Last Updated : Aug 23, 2021, 7:38 PM IST
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