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अलविदा 2020: उत्तराखंड की इस साल की उपलब्धियां और चर्चित व्यक्तित्व

उत्तराखंड ने साल 2020 में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की. इसके साथ ही प्रदेश के कई ऐसे चर्चित चेहरे भी रहे जिन्होंने उत्तराखंड का नाम विश्व पटल पर रौशन किया. आइये नजर डालते हैं.

Achievements and eminent personalities of Uttarakhand
उत्तराखंड की उपलब्धियां 2020
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Published : Dec 26, 2020, 7:00 AM IST

देहरादून: साल 2020 उत्तराखंड के लिए काफी उपलब्धियों भरा रहा. इस साल उत्तराखंड ने कृषि भूमि को पट्टे पर देने की नीति बनाई. तो वहीं, 5वें स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन पुरस्कार मिले. इसके साथ ही साक्षरता दर चार्ट में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा. साल 2020 में ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक', रिधिमा पांडे और मेजर सुमन गवानी जैसी हस्तियों उत्तराखंड का लोहा मनवाया. साल 2020 में उत्तराखंड के नाम और कौन-कौन सी उपलब्धियां रहीं. जानिए...

उत्तराखंड के नाम उपलब्धियां-

कृषि भूमि को पट्टे पर देने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड

उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने कृषि भूमि को पट्टे पर देने की नीति बनाई है. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने आदेश जारी किया है. इसके कुछ प्रमुख बिंदु हैं.

  • इस लीजिंग पॉलिसी के तहत 30 साल की लीज पर जमीन देने के बजाय संबंधित किसान को जमीन का किराया मिलेगा.
  • इस नीति के द्वारा कोई भी संस्था, कंपनी, फर्म या एनजीओ 30 साल की अवधि के लिए अधिकतम 30 एकड़ के खेतों को पट्टे के लिए गांवों में ले जा सकता है और जिलाधिकारी की अनुमति से शुल्क का भुगतान करके कृषि भूमि के आसपास की सरकारी भूमि को पट्टे के लिए लिया जा सकता है.

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन पुरस्कार मिले

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड के शहरी निकायों का उम्दा प्रदर्शन रहा. 5वें स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले. उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट में तीसरा स्थान मिला. वहीं, एक लाख से कम आबादी वाले निकायों की श्रेणी में नगर पंचायत नंदप्रयाग ने सिटीजन फीड बैक श्रेणी में देश में पहला और अल्मोड़ा कैंट बोर्ड ने तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया है.

नीति आयोग निर्यात तैयारी सूचकांक 2020

नीति आयोग ने इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्पिटिटिवनेस के साथ साझेदारी में एक्सपोर्ट रेडीनेस इंडेक्स (EPI) 2020 जारी किया. यह भारत के राज्यों की निर्यात तैयारियों और प्रदर्शन की जांच करने वाली पहली रिपोर्ट थी. मैदानी इलाकों वाले राज्यों की बात करें तो राजस्थान का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है. इसके बाद तेलंगाना और हैदराबाद का स्थान आता है. हिमालयी राज्यों की बात की जाए तो इस इंडेक्स में उत्तराखंड शीर्ष पर रहा.

साक्षरता दर चार्ट (literacy rate chart) में तीसरे स्थान पर रहा उत्तराखंड

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के जुलाई 2017 से जून 2018 के आंकड़ों के आधार पर देश में साक्षरता दर 77.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर 73.5 फीसदी जबकि शहरी इलाके में यह 87.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन केरल का है. केरल के बाद दिल्ली 88.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है. उत्तराखंड 87.6 फीसदी के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है.

QDA प्रणाली शुरू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड

सुदूर और सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां मोबाइल फोन के सिग्नल भी नहीं हैं. उन क्षेत्रों में संचार की सुविधा के लिए उत्तराखंड भारत में क्विक डिप्लेंबल एंटीना (QDA) प्रणाली शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वारा स्थापित प्रणाली का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया, जिन्होंने इस प्रणाली का उपयोग चमोली जिले के मलारी, पिथौरागढ़ के गुंजी और देहरादून में त्यूणी सहित दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत करने के लिए किया.

आसन कंजर्वेशन रिजर्व रामसर कन्वेंशन के लिए उत्तराखंड का पहला आर्द्रभूमि बना

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 15 अक्टूबर 2020 को आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व (Asan Conservation Reserve) को उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल बनने की घोषणा की, जो इसे 'अंतरराष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड' बनाता है. यह रिजर्व हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में देहरादून जिले के पास यमुना नदी के तट पर स्थित है.

आसन कंजर्वेशन रिजर्व द्वारा 9 में से 5 मानदंडों को मंजूरी दी गई है, जिसे रामसर साइट के रूप में घोषित करने की जरूरत थी. घोषणापत्र का प्रमाणपत्र वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन के महासचिव मार्था रोजा उरेगो द्वारा जारी किया गया था, लेकिन आधिकारिक घोषणा 22 अक्टूबर, 2020 को की गई थी.

UDAN योजना के तहत हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड

उत्तराखंड UDAN योजना के तहत हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. 08 फरवरी, 2020 को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के सचिव प्रदीप सिंह खारोला ने संयुक्त रूप से देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से गौचर तक और सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड़ तक हेलिकॉप्टर सेवाओं उद्घाटन किया. इस हेलिकॉप्टर सर्विसेज का मुख्य उद्देश्य देश में पहाड़ी क्षेत्रों की हवाई कनेक्टिविटी में सुधार करना है.

कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई सेवा

उत्तराखंड कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. यह सेवा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 9 नवंबर, 2020 को शुरू की थी. सीएम ने यह सेवा सबसे पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र डोईवाला के एक कॉलेज में शुरू की थी.

हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र स्थापित करने वाला पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड

उत्तराखंड, उत्तरकाशी के जंगलों में देश का पहला स्नो लेपर्ड संरक्षण केंद्र विकसित करने जा रहा है. यह केंद्र उत्तराखंड वन विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ विकसित किया जाएगा. इस पार्क का मुख्य उद्देश्य हिमालयी पारिस्थितिकी प्रणालियों का संरक्षण, पुनर्स्थापना और आजीविका का निर्माण करना है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा है बाघों की संख्या

देश में बाघों की संख्या सबसे ज्यादा उत्तराखंड में है. अखिल भारतीय बाघ अनुमान सर्वेक्षण 2018 की रिपोर्ट के साथ सामने आया है कि उत्तराखंड में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में देश में सबसे अधिक 231 बाघ हैं, इसके बाद कर्नाटक में नागरहोल और बांदीपोरा रिजर्व में 127 और 126 बाघ हैं.

पढ़ें- YearEnder: साल 2020 में प्रदेश के इन चेहरों ने बटोरींं सुर्खियां, जानिए क्यों

उत्तराखंड के चर्चित व्यक्तित्व 2020-

रिधिमा पांडे

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रिधिमा पांडे

बीबीसी ने दुनिया की 100 प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में चार भारतीयों को भी शामिल किया है. बीबीसी की दुनिया की प्रभावशाली महिलाओं की सूची में जलवायु कार्यकर्ता रिधिमा पांडे का नाम भी शामिल हैं. बीबीसी 100 महिलाएं, 2020 लिस्ट मंगलवार को जारी की गयी. इस लिस्ट में दुनिया भर में प्रेरणादायक और प्रभावशाली महिलाओं को शामिल किया गया है.

रिद्धिमा पांडे उस वक्त चर्चा में आईं, जब उन्होंने नौ साल की उम्र में जलवायु परिवर्तन को लेकर कदम न उठाने पर भारत सरकार के खिलाफ केस दाखिल किया था. इसके अलावा साल 2019 में 15 अन्य बाल याचिकाकर्ताओं के साथ मिलकर रिद्धिमा ने संयुक्त राष्ट्र में पांच देशों के खिलाफ मुकदमा दायर किया था. रिधिमा संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट एक्शन समिट में ग्रेटा थुनबर्ग और 14 अन्य बच्चों के साथ शामिल हुई थीं, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन संकट पर सरकारी कार्रवाई की कमी का विरोध करने के लिए शिकायत दर्ज की थी. रिद्धिमा पांडे हरिद्वार की रहने वाली हैं. उनके पिता वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट हैं.

डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक'

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' को 21 नवंबर 2020 को साहित्य के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए 'वातायन लाइफटाइम अचीवमेंट' अवार्ड से सम्मानित किया गया. 'निशंक' एक प्रसिद्ध लेखक हैं और उन्होंने कई किताबें प्रकाशित की हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 50 से ज्यादा पुस्तकें लिखी हैं, जिनका कई विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है.

सुधा पैन्यूली

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सुधा पेन्यूली.

शिक्षक दिवस 2020 के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए 47 शिक्षकों को 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार' से सम्मानित किया है. 45 सामान्य, जबकि 2 स्पेशल कैटेगरी के शिक्षकों को यह पुरस्कार दिया गया है. देशभर में एकलव्य आदर्श स्कूलों में राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली पहली अध्यापिका बनीं सुधा का जीवन अध्यापन कार्य में ही बीता है. सुधा के नाम आदिवासी छात्रों के शैक्षणिक विकास का एक अच्छा संतुलन बनाते हुए जनजातीय कार्य मंत्रालय के प्रयासों को सही दिशा में ले जाना उनकी बड़ी उपलब्धि रही है. सुधा पैन्यूली के कार्यों की सराहना करते हुए जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी कहा है कि ईएमआरएस के लिए एक विशेष उपलब्धि है.

डॉ. केवलानंद कांडपाल

बागेश्वर के राजकीय हाईस्कूल पुड़कुनी के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल को राष्ट्रीय शिक्षक 2020 पुरस्कार से सम्मानित किया गया. केवानंद कांडपाल को यह पुरस्कार बालिका शिक्षा में विशेष योगदान और शिक्षा के विकास में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए दिया गया.

डॉ. राजकुमारी चौहान

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डॉ. राजकुमारी चौहान.

वीर शहीद केसरीचंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में तैनात राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमारी चौहान को शिक्षक दिवस 2020 के मौके पर 'टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड-2020' से सम्मानित किया गया.

मेजर सुमन गवानी

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मेजर सुमन गवानी

उत्तराखंड के टिहरी की रहने वाली सुमन गवानी को संयुक्त राष्ट्र संघ में सैन्य जेंडर एडवोकेट अवॉर्ड से नवाजा गया है. मेजर गावानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 के सिद्धांतों को बढ़ावा देने में एक व्यक्तिगत शांतिदूत के लिए समर्पण और प्रयास को मान्यता देने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी हैं, जो महिलाओं, शांति और सुरक्षा से संबंधित हैं.

एसडीआरएफ कमांडर तृप्ति भट्ट

वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान में उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए साल 2020 का 'स्कॉच अवार्ड' एसडीआरएफ उत्तराखंड की सेनानायक तृप्ति भट्ट को दिया गया. कमांडर तृप्ति भट्ट ने संपूर्ण लॉकडाउन और अनॅलाक प्रक्रिया के दौरान एसडीआरएफ ने छह लाख से अधिक प्रवासियों को अनेक राज्यों से सुरक्षित उत्तराखंड लाने में भूमिका निभाई. साथ ही 70 हजार से अधिक स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षण और कोविड से बचाव संबंधी जानकारी भी दी.

रिया

हल्द्वानी की रहने वाली 11 साल की रिया ने सिर्फ एक मिनट में 21 बार चक्रासन योग करके गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड आंध्र प्रदेश की 13 साल की खुशी के नाम पर था. एक निजी स्कूल में कार्यक्रम के दौरान, रिया ने एक मिनट में 21 बार दर्शकों के सामने योग किया. रिया कक्षा 6 की छात्रा है. इससे पहले रिया ने एक मिनट में 15 बार चक्रासन का रिकॉर्ड बनाया था.

देहरादून: साल 2020 उत्तराखंड के लिए काफी उपलब्धियों भरा रहा. इस साल उत्तराखंड ने कृषि भूमि को पट्टे पर देने की नीति बनाई. तो वहीं, 5वें स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन पुरस्कार मिले. इसके साथ ही साक्षरता दर चार्ट में उत्तराखंड तीसरे स्थान पर रहा. साल 2020 में ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक', रिधिमा पांडे और मेजर सुमन गवानी जैसी हस्तियों उत्तराखंड का लोहा मनवाया. साल 2020 में उत्तराखंड के नाम और कौन-कौन सी उपलब्धियां रहीं. जानिए...

उत्तराखंड के नाम उपलब्धियां-

कृषि भूमि को पट्टे पर देने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड

उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने कृषि भूमि को पट्टे पर देने की नीति बनाई है. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने आदेश जारी किया है. इसके कुछ प्रमुख बिंदु हैं.

  • इस लीजिंग पॉलिसी के तहत 30 साल की लीज पर जमीन देने के बजाय संबंधित किसान को जमीन का किराया मिलेगा.
  • इस नीति के द्वारा कोई भी संस्था, कंपनी, फर्म या एनजीओ 30 साल की अवधि के लिए अधिकतम 30 एकड़ के खेतों को पट्टे के लिए गांवों में ले जा सकता है और जिलाधिकारी की अनुमति से शुल्क का भुगतान करके कृषि भूमि के आसपास की सरकारी भूमि को पट्टे के लिए लिया जा सकता है.

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन पुरस्कार मिले

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड के शहरी निकायों का उम्दा प्रदर्शन रहा. 5वें स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्तराखंड को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले. उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट में तीसरा स्थान मिला. वहीं, एक लाख से कम आबादी वाले निकायों की श्रेणी में नगर पंचायत नंदप्रयाग ने सिटीजन फीड बैक श्रेणी में देश में पहला और अल्मोड़ा कैंट बोर्ड ने तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया है.

नीति आयोग निर्यात तैयारी सूचकांक 2020

नीति आयोग ने इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्पिटिटिवनेस के साथ साझेदारी में एक्सपोर्ट रेडीनेस इंडेक्स (EPI) 2020 जारी किया. यह भारत के राज्यों की निर्यात तैयारियों और प्रदर्शन की जांच करने वाली पहली रिपोर्ट थी. मैदानी इलाकों वाले राज्यों की बात करें तो राजस्थान का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है. इसके बाद तेलंगाना और हैदराबाद का स्थान आता है. हिमालयी राज्यों की बात की जाए तो इस इंडेक्स में उत्तराखंड शीर्ष पर रहा.

साक्षरता दर चार्ट (literacy rate chart) में तीसरे स्थान पर रहा उत्तराखंड

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के जुलाई 2017 से जून 2018 के आंकड़ों के आधार पर देश में साक्षरता दर 77.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर 73.5 फीसदी जबकि शहरी इलाके में यह 87.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन केरल का है. केरल के बाद दिल्ली 88.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है. उत्तराखंड 87.6 फीसदी के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है.

QDA प्रणाली शुरू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड

सुदूर और सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां मोबाइल फोन के सिग्नल भी नहीं हैं. उन क्षेत्रों में संचार की सुविधा के लिए उत्तराखंड भारत में क्विक डिप्लेंबल एंटीना (QDA) प्रणाली शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वारा स्थापित प्रणाली का उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया, जिन्होंने इस प्रणाली का उपयोग चमोली जिले के मलारी, पिथौरागढ़ के गुंजी और देहरादून में त्यूणी सहित दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत करने के लिए किया.

आसन कंजर्वेशन रिजर्व रामसर कन्वेंशन के लिए उत्तराखंड का पहला आर्द्रभूमि बना

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 15 अक्टूबर 2020 को आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व (Asan Conservation Reserve) को उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल बनने की घोषणा की, जो इसे 'अंतरराष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड' बनाता है. यह रिजर्व हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में देहरादून जिले के पास यमुना नदी के तट पर स्थित है.

आसन कंजर्वेशन रिजर्व द्वारा 9 में से 5 मानदंडों को मंजूरी दी गई है, जिसे रामसर साइट के रूप में घोषित करने की जरूरत थी. घोषणापत्र का प्रमाणपत्र वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन के महासचिव मार्था रोजा उरेगो द्वारा जारी किया गया था, लेकिन आधिकारिक घोषणा 22 अक्टूबर, 2020 को की गई थी.

UDAN योजना के तहत हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड

उत्तराखंड UDAN योजना के तहत हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. 08 फरवरी, 2020 को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के सचिव प्रदीप सिंह खारोला ने संयुक्त रूप से देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से गौचर तक और सहस्त्रधारा से चिन्यालीसौड़ तक हेलिकॉप्टर सेवाओं उद्घाटन किया. इस हेलिकॉप्टर सर्विसेज का मुख्य उद्देश्य देश में पहाड़ी क्षेत्रों की हवाई कनेक्टिविटी में सुधार करना है.

कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई सेवा

उत्तराखंड कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है. यह सेवा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 9 नवंबर, 2020 को शुरू की थी. सीएम ने यह सेवा सबसे पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र डोईवाला के एक कॉलेज में शुरू की थी.

हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र स्थापित करने वाला पहला राज्य बनेगा उत्तराखंड

उत्तराखंड, उत्तरकाशी के जंगलों में देश का पहला स्नो लेपर्ड संरक्षण केंद्र विकसित करने जा रहा है. यह केंद्र उत्तराखंड वन विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ विकसित किया जाएगा. इस पार्क का मुख्य उद्देश्य हिमालयी पारिस्थितिकी प्रणालियों का संरक्षण, पुनर्स्थापना और आजीविका का निर्माण करना है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा है बाघों की संख्या

देश में बाघों की संख्या सबसे ज्यादा उत्तराखंड में है. अखिल भारतीय बाघ अनुमान सर्वेक्षण 2018 की रिपोर्ट के साथ सामने आया है कि उत्तराखंड में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में देश में सबसे अधिक 231 बाघ हैं, इसके बाद कर्नाटक में नागरहोल और बांदीपोरा रिजर्व में 127 और 126 बाघ हैं.

पढ़ें- YearEnder: साल 2020 में प्रदेश के इन चेहरों ने बटोरींं सुर्खियां, जानिए क्यों

उत्तराखंड के चर्चित व्यक्तित्व 2020-

रिधिमा पांडे

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रिधिमा पांडे

बीबीसी ने दुनिया की 100 प्रभावशाली महिलाओं की लिस्ट में चार भारतीयों को भी शामिल किया है. बीबीसी की दुनिया की प्रभावशाली महिलाओं की सूची में जलवायु कार्यकर्ता रिधिमा पांडे का नाम भी शामिल हैं. बीबीसी 100 महिलाएं, 2020 लिस्ट मंगलवार को जारी की गयी. इस लिस्ट में दुनिया भर में प्रेरणादायक और प्रभावशाली महिलाओं को शामिल किया गया है.

रिद्धिमा पांडे उस वक्त चर्चा में आईं, जब उन्होंने नौ साल की उम्र में जलवायु परिवर्तन को लेकर कदम न उठाने पर भारत सरकार के खिलाफ केस दाखिल किया था. इसके अलावा साल 2019 में 15 अन्य बाल याचिकाकर्ताओं के साथ मिलकर रिद्धिमा ने संयुक्त राष्ट्र में पांच देशों के खिलाफ मुकदमा दायर किया था. रिधिमा संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट एक्शन समिट में ग्रेटा थुनबर्ग और 14 अन्य बच्चों के साथ शामिल हुई थीं, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन संकट पर सरकारी कार्रवाई की कमी का विरोध करने के लिए शिकायत दर्ज की थी. रिद्धिमा पांडे हरिद्वार की रहने वाली हैं. उनके पिता वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट हैं.

डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक'

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' को 21 नवंबर 2020 को साहित्य के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए 'वातायन लाइफटाइम अचीवमेंट' अवार्ड से सम्मानित किया गया. 'निशंक' एक प्रसिद्ध लेखक हैं और उन्होंने कई किताबें प्रकाशित की हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 50 से ज्यादा पुस्तकें लिखी हैं, जिनका कई विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है.

सुधा पैन्यूली

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सुधा पेन्यूली.

शिक्षक दिवस 2020 के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए 47 शिक्षकों को 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार' से सम्मानित किया है. 45 सामान्य, जबकि 2 स्पेशल कैटेगरी के शिक्षकों को यह पुरस्कार दिया गया है. देशभर में एकलव्य आदर्श स्कूलों में राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली पहली अध्यापिका बनीं सुधा का जीवन अध्यापन कार्य में ही बीता है. सुधा के नाम आदिवासी छात्रों के शैक्षणिक विकास का एक अच्छा संतुलन बनाते हुए जनजातीय कार्य मंत्रालय के प्रयासों को सही दिशा में ले जाना उनकी बड़ी उपलब्धि रही है. सुधा पैन्यूली के कार्यों की सराहना करते हुए जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी कहा है कि ईएमआरएस के लिए एक विशेष उपलब्धि है.

डॉ. केवलानंद कांडपाल

बागेश्वर के राजकीय हाईस्कूल पुड़कुनी के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल को राष्ट्रीय शिक्षक 2020 पुरस्कार से सम्मानित किया गया. केवानंद कांडपाल को यह पुरस्कार बालिका शिक्षा में विशेष योगदान और शिक्षा के विकास में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए दिया गया.

डॉ. राजकुमारी चौहान

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डॉ. राजकुमारी चौहान.

वीर शहीद केसरीचंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में तैनात राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमारी चौहान को शिक्षक दिवस 2020 के मौके पर 'टीचर ऑफ द ईयर अवार्ड-2020' से सम्मानित किया गया.

मेजर सुमन गवानी

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मेजर सुमन गवानी

उत्तराखंड के टिहरी की रहने वाली सुमन गवानी को संयुक्त राष्ट्र संघ में सैन्य जेंडर एडवोकेट अवॉर्ड से नवाजा गया है. मेजर गावानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 के सिद्धांतों को बढ़ावा देने में एक व्यक्तिगत शांतिदूत के लिए समर्पण और प्रयास को मान्यता देने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी हैं, जो महिलाओं, शांति और सुरक्षा से संबंधित हैं.

एसडीआरएफ कमांडर तृप्ति भट्ट

वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान में उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए साल 2020 का 'स्कॉच अवार्ड' एसडीआरएफ उत्तराखंड की सेनानायक तृप्ति भट्ट को दिया गया. कमांडर तृप्ति भट्ट ने संपूर्ण लॉकडाउन और अनॅलाक प्रक्रिया के दौरान एसडीआरएफ ने छह लाख से अधिक प्रवासियों को अनेक राज्यों से सुरक्षित उत्तराखंड लाने में भूमिका निभाई. साथ ही 70 हजार से अधिक स्टेक होल्डर्स को प्रशिक्षण और कोविड से बचाव संबंधी जानकारी भी दी.

रिया

हल्द्वानी की रहने वाली 11 साल की रिया ने सिर्फ एक मिनट में 21 बार चक्रासन योग करके गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड आंध्र प्रदेश की 13 साल की खुशी के नाम पर था. एक निजी स्कूल में कार्यक्रम के दौरान, रिया ने एक मिनट में 21 बार दर्शकों के सामने योग किया. रिया कक्षा 6 की छात्रा है. इससे पहले रिया ने एक मिनट में 15 बार चक्रासन का रिकॉर्ड बनाया था.

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