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मुख्यमंत्री के इस्तीफे पर उत्तरा पंत बहुगुणा ने दी प्रतिक्रिया - उत्तरापंत बहुगुणा शिक्षिका

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे पर शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि जब त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम पद से हटाना ही था तो 9 दिन और रुक जाते ताकि 4 साल का कार्यकाल पूरा हो जाता.

Uttara Pant Bahuguna
उत्तरा पंत बहुगुणा
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Published : Mar 10, 2021, 12:04 PM IST

देहरादून: त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. अब उत्तराखंड के इतिहास के पन्नों में 9 मार्च 2021 का दिन जुड़ गया है. हालांकि, कुछ दिनों से राज्य के भीतर चल रही सियासी उठापटक के बीच आखिरकार सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. इस इस्तीफे के बाद जहां एक ओर त्रिवेंद्र रावत के समर्थक काफी दुखी हैं तो वहीं विरोधी दल काफी खुश नजर आ रहा है. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे पर शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि जब त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम पद से हटाना ही था तो 9 दिन और रुक जाते ताकि 4 साल का कार्यकाल पूरा हो जाता.

उत्तरा पंत बहुगुणा ने दी प्रतिक्रिया


बता दें कि, उत्तरा पंत बहुगुणा ने भरे जनता दरबार में त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनौती दे दी थी. यह शिक्षिका एक ऐसी महिला भी साबित हुई जिसने न सिर्फ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की हर बात का जवाब दिया बल्कि जनता दरबार में ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपशब्द तक कह दिये थे. मामला जून, 2018 का है, जब मुख्यमंत्री जनता दर्शन हॉल में जनता दरबार का आयोजन किया गया था. जिसमें तमाम फरियादी शामिल हुए थे. उसी में शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा भी दुर्गम से सुगम में स्थानांतरण या फिर अतिरिक्त व्यवस्था करने की फरियाद लेकर पहुंची थी. लेकिन उत्तरा पंत बहुगुणा का नंबर आते ही भरी जनता दरबार में हंगामा मच गया था.


उत्तरा पंत बहुगुणा ने कहा कि जब पार्टियों के हाईकमान तक कोई भी गंभीर मामला होता है तो उस पर कार्रवाई जरूर की जाती है. उन्होंने कहा कि भले ही उनकी लड़ाई त्रिवेंद्र सिंह रावत से हुई हो लेकिन आज उन्हें इस बात का दुख है कि अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाना था तो पहले ही हटा देते लेकिन अगर अब हटाना तय था तो 9 दिन और रुक जाते. ताकि त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री के 4 साल का कार्यकाल पूरा कर लेते.

उत्तरा पंत बहुगुणा ने बताया कि जनता दर्शन हॉल में जब उनके साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत का विवाद हुआ था तब से ही नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी. लेकिन उस दौरान तमाम व्यवधान आने की वजह से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना 4 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया. उन्होंने कहा कि जनता दर्शन हॉल में जो घटना हुई उस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत का व्यवहार बहुत ही बुरा था. जिसे वो जीवन भर नहीं भुला पाएंगी. उन्हें पुलिस हिरासत में किन वजह से भेजा गया था वो आज तक नहीं समझ पाईं.

पढ़ें: त्रिवेंद्र के इस्तीफे पर BJP MLA अवतार सिंह भड़ाना बोले- CM को लगी गरीबों की हाय

बहुगुणा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफा देने से खुश नहीं है. लेकिन राज्य के अंदर तमाम युवा बेरोजगार हैं, तमाम तरह की दिक्कतें आम जनता को झेलनी पड़ती हैं और अगर कोई मुख्यमंत्री इस तरह का कृत्य करता है, तो ऐसे में कोई भी मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री कहलाने लायक नहीं है.

देहरादून: त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. अब उत्तराखंड के इतिहास के पन्नों में 9 मार्च 2021 का दिन जुड़ गया है. हालांकि, कुछ दिनों से राज्य के भीतर चल रही सियासी उठापटक के बीच आखिरकार सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है. इस इस्तीफे के बाद जहां एक ओर त्रिवेंद्र रावत के समर्थक काफी दुखी हैं तो वहीं विरोधी दल काफी खुश नजर आ रहा है. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे पर शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि जब त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम पद से हटाना ही था तो 9 दिन और रुक जाते ताकि 4 साल का कार्यकाल पूरा हो जाता.

उत्तरा पंत बहुगुणा ने दी प्रतिक्रिया


बता दें कि, उत्तरा पंत बहुगुणा ने भरे जनता दरबार में त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनौती दे दी थी. यह शिक्षिका एक ऐसी महिला भी साबित हुई जिसने न सिर्फ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की हर बात का जवाब दिया बल्कि जनता दरबार में ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपशब्द तक कह दिये थे. मामला जून, 2018 का है, जब मुख्यमंत्री जनता दर्शन हॉल में जनता दरबार का आयोजन किया गया था. जिसमें तमाम फरियादी शामिल हुए थे. उसी में शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा भी दुर्गम से सुगम में स्थानांतरण या फिर अतिरिक्त व्यवस्था करने की फरियाद लेकर पहुंची थी. लेकिन उत्तरा पंत बहुगुणा का नंबर आते ही भरी जनता दरबार में हंगामा मच गया था.


उत्तरा पंत बहुगुणा ने कहा कि जब पार्टियों के हाईकमान तक कोई भी गंभीर मामला होता है तो उस पर कार्रवाई जरूर की जाती है. उन्होंने कहा कि भले ही उनकी लड़ाई त्रिवेंद्र सिंह रावत से हुई हो लेकिन आज उन्हें इस बात का दुख है कि अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाना था तो पहले ही हटा देते लेकिन अगर अब हटाना तय था तो 9 दिन और रुक जाते. ताकि त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री के 4 साल का कार्यकाल पूरा कर लेते.

उत्तरा पंत बहुगुणा ने बताया कि जनता दर्शन हॉल में जब उनके साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत का विवाद हुआ था तब से ही नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी. लेकिन उस दौरान तमाम व्यवधान आने की वजह से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना 4 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया. उन्होंने कहा कि जनता दर्शन हॉल में जो घटना हुई उस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत का व्यवहार बहुत ही बुरा था. जिसे वो जीवन भर नहीं भुला पाएंगी. उन्हें पुलिस हिरासत में किन वजह से भेजा गया था वो आज तक नहीं समझ पाईं.

पढ़ें: त्रिवेंद्र के इस्तीफे पर BJP MLA अवतार सिंह भड़ाना बोले- CM को लगी गरीबों की हाय

बहुगुणा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफा देने से खुश नहीं है. लेकिन राज्य के अंदर तमाम युवा बेरोजगार हैं, तमाम तरह की दिक्कतें आम जनता को झेलनी पड़ती हैं और अगर कोई मुख्यमंत्री इस तरह का कृत्य करता है, तो ऐसे में कोई भी मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री कहलाने लायक नहीं है.

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