देहरादून: धर्मनगरी हरिद्वार का ऐतिहासिक रोपवे प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहा है. यानी कि अब पर्यटक गंगा के सभी पवित्र घाटों का दीदार हवा मार्ग से कर सकेंगे. जी हां, अब उत्तराखंड शासन की ओर से हर की पैड़ी से चंडी देवी मंदिर तक लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के ड्रीम प्रोजेक्ट रोपवे के निर्माण को हरी झंडी मिल गई है. शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है. उन्होंने बताया कि अब इस रोपवे प्रोजेक्ट में आगे की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद तत्काल टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
रोपवे यातायात से लोग करेंगे गंगा तटों का दीदार...
उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के हर की पैड़ी से लेकर चंडी देवी मंदिर तक सबसे लेटेस्ट 2.3 किलोमीटर का रोपवे प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा. लोग इस हाईटेक रोपवे में सवार होकर ना सिर्फ गंगा के अलग-अलग सुंदर घाटों का दीदार करेंगे, बल्कि हवाई मार्ग की सहायता से चंडी देवी मंदिर तक भी पहुचेंगे. इसके अलावा पूरी धर्मनगरी के अद्भुत और खूबसूरत नजारे का भी दीदार कर सकेंगे.
ये भी पढ़ें: नैनीताल HC ने परिवहन निगम कर्मचारियों के लंबित वेतन मामले में सुनाया फैसला
हाईटेक रोपवे से जुड़ी अहम जानकारियां कुछ इस प्रकार हैं...
1- विश्व की सबसे लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से तैयार होने वाले इस रोपवे की दूरी हर की पौड़ी से चंडी देवी मंदिर तक यानी 2.3 किलोमीटर होगी.
2- अगले 6 से 8 महीने में इस ड्रीम प्रोजेक्ट का टेंडर PPD मोड एजेंसी के रूप में फाइनल किया जाएगा. इस योजना से जुड़ी सभी निर्माण औपचारिकताएं साल 2021 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है.
3- 2022 में इस प्रोजेक्ट का कार्य धरातल पर शुरू कर दिया जाएगा.
4- 1,500 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस हाईटेक रोपवे प्रोजेक्ट में जान-माल को सुरक्षित रखने के लिए सभी अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा.
5- लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले इस रोपवे में 4 तरह की क्षमता वाले केबिन होंगे. यानी इसके केबिन 4,6,8 और अधिकतम 10 सवारियों वाले होंगे. हालांकि सबसे अधिक 4 और 10 की क्षमता वाले केबिन वाले रोपवे का संचालन ज्यादा होगा.
6- हर की पैड़ी से चंडी देवी मंदिर तक शुरुआत में 70 से 80 रोपवे केबिन का संचालन कर प्रति घंटे में 800 यात्रियों को ले जाया जाएगा. हालांकि समय और आवश्यकता को देखते हुए बाद में इसकी क्षमता 1,800 यात्री प्रति घंटा की जाएगी, जो कि हर की पैड़ी से चंडी मंदिर तक ले जाने की व्यवस्था बनाई जाएगी.
7- हर की पैड़ी से चंडी देवी मंदिर तक हवाई यातायात के संचालन वाले इस हाईटेक रोपवे प्रोजेक्ट की मियाद साल 2051 तक रखी गई है, जिसके बाद समय और आवश्यकता को देखते हुए इसका भी अपग्रेडेशन होता रहेगा.
ये भी पढ़ें: IAS मनीषा की तरह ही रुद्रप्रयाग से 5 महीने में हटाई गईं वंदना, ये है वजह
इस हाईटेक रोपवे से हवाई यातायात होगा सैलानियों के आकर्षण का केंद्र...
उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन के निदेशक जितेंद्र त्यागी ने बताया कि इस हवाई मार्ग से गंगा के पवित्र तटों का विहंगम नजारा पर्यटकों के लिए बेहद आकर्षक होगा. उन्होंने बताया कि ये ड्रीम प्रोजेक्ट अपने आप में नायाब और सैलानियों के लिए बेहद खूबसूरत तोहफा होगा. हरिद्वार की गंगा नदी के खूबसूरत किनारों का लोग इस हवाई मार्ग से लुफ्त उठा सकेंगे. इसके संचालन से ना सिर्फ हरिद्वार के, बल्कि देश-विदेश से आने वाले सैलानियों को सड़कों के यातायात की असुविधा से निजात मिलेगी. वहीं, इस रोपवे की सुविधाएं इतनी आकर्षक और बेमिसाल होंगी कि सैलानियों का आवागमन प्रतिदिन बढ़ेगा.
नीलकंठ-ऋषिकेश रोपवे प्रोजेक्ट की तैयारी नहीं हो सकी पूरी
वहीं नीलकंठ और ऋषिकेश के बीच चलने वाले रोपवे प्रोजेक्ट के लिए अभी तैयारियां पूरी नहीं हो सकी हैं. इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और त्रिवेणी घाट से नीलकंठ प्रोजेक्ट की शुरुआत करने के विचार पर प्लान व फील्ड डीपीआर तैयार करने के उत्तराखंड मेट्रो कॉरपोरेशन को शासन द्वारा निर्देश दिए गए हैं. वहीं हरिद्वार में लाइट मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए भी फील्ड वर्क मुआयना कर फाइनल प्लान प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. उधर देहरादून में लाइट मेट्रो एलआरटी ट्रेन योजना के लिए भी अभी तक कोई अंतिम निर्णय शासन द्वारा नहीं हो सका है. मंत्री मदन कौशिक के अनुसार इस प्रोजेक्ट के बारे में खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भारत सरकार से वार्ता करने जा रहे हैं.
उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि मेट्रो की समीक्षा बैठक में हर की पैड़ी से चंडी मंदिर तक रोपवे प्रोजेक्ट को शासन की ओर से हरी झंडी मिल चुकी है. अब आगे की औपचारिकताएं पूरी कर तत्काल टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.