देहरादून: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद जीवन सिंह मामा की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान कोरोना से मौत हो गई. अस्पताल प्रबंधन ने साढ़े 12 लाख रुपए का बिल चुकाने के बाद ही शव परिजनों को सौंपने के लिए कहा. इस पर अस्पताल में मौजूद परिजन और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया.
साढ़े 8 लाख रुपए देने पर सौंपा शव
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. पुलिस की मध्यस्थता के बाद परिजनों ने साढ़े आठ लाख रुपए का बिल चुकाया तब जाकर अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को शव सौंपा. इसके बाद परिजनों ने डीएल रोड स्थित श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार किया.
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बता दें, डीएल रोड करनपुर निवासी 56 वर्षीय कोरोना संक्रमित सरदार जीवन सिंह की तबीयत बिगड़ने पर 7 अक्टूबर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान कोरोना संक्रमण सरदार जीवन सिंह के फेफड़ों तक पहुंच गया, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी. इस पर डॉक्टरों में उन्हें 11 अक्टूबर को वेंटिलेटर पर रखकर इलाज शुरू किया लेकिन रविवार दोपहर को उनकी मौत हो गई.