देहरादून: यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) अब बिजली के बिलों में फेरबदल करने जा रहा है. बिजली के बिल अब नए चक्र के अनुसार जारी किए जाएंगे. इससे बिजली उपभोक्ताओं का बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि बिजली के बिल पहले ही अपेक्षा कम आएंगे.
दरअसल, ऊर्जा निगम अभीतक 15 दिन से अधिक की बिजली उपयोग करने पर 1 महीने का बिल जारी करता है. इसी तरह 45 दिन से अधिक के समय पर 2 महीने का बिल उपभोक्ताओं को देना पड़ता था. लेकिन अब इसके समय में बदलाव किया गया है. प्रदेश में मौजूदा बिजली चक्र को बदलते हुए अब इसमें कुछ मामूली सा संशोधन किया गया है.
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बता दें कि ऊर्जा निगम अब तक बिजली उपयोग करने का समय 15 दिनों से अधिक होने पर पूरे महीने का बिल तैयार करता है. भले ही बिजली का उपयोग 15 दिन ही क्यों न किया हो. इसी तरह बिजली उपयोग का समय 16 दिन या उससे अधिक 45 दिन तक होने की स्थिति में भी एक महीने का बिल जारी किया जाता है. 46 दिन या उससे अधिक 75 दिन तक दो महीने का बिल जारी किया जाता है, जिससे उपभोक्ता को स्लैब के अनुसार अधिक बिजली दरों का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है.
अब हर महीने का बिल 25 से 35 दिन और दो महीने का बिल 55 से 65 दिन के भीतर तैयार किया जाएगा. इसमें भी जितने दिनों का बिल तैयार होगा, भुगतान उसी के अनुरूप तय दरों के अनुसार करना होगा. इससे उपभोक्ताओं का बिजली बिल ज्यादा दरों वाले स्लैब तक नहीं पहुंच सकेगा. इसी माह फरवरी से यह व्यवस्था लागू होगी. नियामक आयोग की तरफ से इस संदर्भ में व्यवस्था बदलने के निर्देश दिए गए थे जिसके बाद यूपीसीएल की तरफ से नया चक्र तय किया गया है.
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ऐसे तय होंगी बिजली की यूनिट: ऊर्जा निगम ने एक महीने में 30.417 दिन तय किए हैं. अब यदि आपका बिजली बिल 50 दिन में आता है, तो आपकी 100 यूनिट तक बिजली खर्च तय करने का सिस्टम बदल जाएगा. 100 यूनिट को 50 से गुणा करने के बाद आने वाले आंकड़े को 30.417 दिन से भाग देने पर आनी वाली 164.38 यूनिट को पहला स्लैब माना जाएगा.
इस तरह आम लोगों को पहले स्लैब के रूप में 64.38 यूनिट का अतिरिक्त लाभ मिलेगा. यही फार्मूला अन्य स्लैब पर भी लागू होगा. नई व्यवस्था में फिक्स्ड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी.
इस तरह बिजली बिल का जो पहला स्लैब 100 यूनिट तक माना जाता है, वो 50 दिन के बिल पर पहला स्लैब 164.38 यूनिट माना जाएगा. इस तरह आम लोगों को पहले स्लैब के रूप में 64.38 यूनिट का अतिरिक्त लाभ मिलेगा. यही फॉर्मूला अन्य स्लैब पर भी लागू होगा. नई व्यवस्था में फिक्स्ड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी.
मौजूदा बिलिंग चक्र के अनुसार जारी होने वाले बिजली बिलों में आम जनता को नुकसान हो रहा है. यूपीसीएल की ओर से समय पर बिल जारी नहीं किए जाते थे. कभी 46 दिन में दो महीने का बिल भेजा जाता है, तो कभी 75 दिन से अधिक का समय लिया जाता है. इस अनियमितता को दूर कर दिया गया है. उपभोक्ताओं को इसका बड़ा लाभ मिलेगा.