देहरादूनः उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं. यूपी में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का पहला उत्तराखंड दौरा है. उनके दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जिस पर सीएम धामी का कहना है कि इस दौरान दोनों राज्यों की परिसंपत्ति का विधिवत रूप से आवंटन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के उत्तराखंड दौरे को लेकर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं. हरिद्वार में दोनों राज्यों की परिसंपत्ति को लेकर आवंटन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में वे खुद भी मौजूद रहेंगे.
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 12:15 पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के मौके पर गंगोत्री धाम में मौजूद रहेंगे. उसके बाद 2:40 पर यमकेश्वर पहुंचेंगे और उसके बाद 6:30 पर यमकेश्वर से देहरादून एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे. फिलहाल गांव में रात्रि विश्राम का कार्यक्रम टाल गया है.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) 3 मई से 5 मई तक उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे. बताया जा रहा है कि इस दौरान वे हरिद्वार और विधानसभा यमकेश्वर में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे. योगी आदित्यनाथ अपने गृह क्षेत्र यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में बनाई गई अपने गुरु वैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे. वहीं, सीएम योगी के उत्तराखंड दौरे को लेकर लोगों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है.
परिसंपत्ति विवाद पुराना: यूपी और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे का यह मसला उत्तराखंड राज्य के अस्तित्व में आते ही शुरू हो गया था. दरअसल, राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत जब उत्तराखंड की स्थापना हुई थी, 75 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश ने अपने पास रखा था. जबकि 25 फीसदी उत्तराखंड को दिया था.
जैसे-जैसे नवगठित राज्य में प्रगति होनी शुरू हुई. जरूरतें बढ़ने लगीं और हिस्से की आवाज भी उठने लगी. अधिनियम के तहत उत्तराखंड की नदियों, तालाबों, जलाशयों पर उत्तर प्रदेश सरकार का अधिकार था. जिसका उत्तराखंड सरकार को काफी खामियाजा उठाना पड़ रहा था. अब दोनों राज्यों के परिसंपत्ति के बंटवारे का आवंटन (Uttarakhand and UP Assets Distribution) होना है.