देहरादूनः सहायक लेखाकार परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए सहायक लेखाकार अभ्यर्थियों ने आज मुख्यमंत्री आवास कूच किया. उन्हें पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इससे नाराज बेरोजगार छात्र सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने सहायक लेखाकार परीक्षा रद्द कर दोबारा कराने की मांग की.
दरअसल, उत्तराखंड बेरोजगार संघ से जुड़े अभ्यर्थियों ने सहायक लेखाकार परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है. बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि बीते 12 सितंबर से 14 सितंबर तक उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने सहायक लेखाकार की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करवाई गई थी. आयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पेपर केवल ऑब्जेक्टिव टाइप होगा. लेकिन आयोग ने इस पेपर में बहुविकल्पी प्रश्न दिए. इस कारण पेपर का स्तर सीएस और नेट की तरह कठिन हो गया.
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हिंदी में परीक्षा देना कठिनः उन्होंने कहा कि समूह ग की परीक्षा में आयोग ने नेट के प्रतिरूप से भी अधिक का लेवल सेट कर परीक्षा आयोजित कराई. हिंदी में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए भाषा की वजह से काफी प्रश्न गलत हो गए. क्योंकि, उनकी समझ में यह नहीं आया कि प्रश्न में क्या पूछा गया है? इसका मुख्य कारण यह रहा है कि यह सब गूगल ट्रांसलेट के जरिए हुआ.
दागी एजेंसी से परीक्षा करवाने का आरोपः बॉबी पंवार ने कहा कि बेरोजगार संघ ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष और सचिव को अवगत करा दिया था कि सहायक लेखाकार की परीक्षा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसईआईटी) एजेंसी की तरफ से कराई जा रही है. जो कि एक दागी एजेंसी है. उन्होंने आरोप लगाया कि दागी एजेंसी को परीक्षा की जिम्मेदारी दी गई. उन्होंने तत्काल अनुबंध समाप्त कर एजेंसी के चयनकर्ताओं पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की.
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बेरोजगारों ने आगामी सभी परीक्षाओं को ऑफलाइन माध्यम से एक शिफ्ट में ही संचालित करने की मांग की. उनका कहना है कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कराई गई सहायक लेखाकार परीक्षा को निरस्त किया जाए. साथ ही परीक्षा को दोबारा से ऑफलाइन माध्यम से आयोजित करवाया जाए. उनकी ये भी मांग है कि आयोग की ओर से पूर्व में कराई गई सहायक लेखाकार की परीक्षा, जिस सिलेबस के अनुसार कराई गई थी, उसी के अनुसार इस परीक्षा को भी आयोजित कराया जाए.