देहरादून: एसटीएफ ने यूकेएसएसएससी परीक्षा माफियाओं में से एक और मुख्य अभियुक्त की संपत्ति का आकलन किया है. एसटीएफ ने आरएमएस कम्पनी के सुपरवाइजर अभियुक्त विपिन बिहारी की 01 करोड़ रुपये की चल अचल सम्पत्ति निकाली है. अभियुक्त विपिन बिहारी की यूकेएसएसएससी परीक्षा पेपर लीक के अलावा साल 2015-2016 में आयोजित दारोगा भर्ती परीक्षा और वीडीओ परीक्षा में गड़बड़ी में मुख्य भूमिका थी. एसटीएफ द्वारा रिपोर्ट तैयार करके जिलाधिकारी को जब्तीकरण के लिए भेजी गई है.
पेपर लीक के 24 शातिरों की चल रही जांच: बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ द्वारा इस गिरोह के 24 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में जांच की जा रही है. इसमें अभियुक्तों की चल अचल संपत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत सीज करने की कार्रवाई की जा रही है. अभी तक इस गैंग के 07 सदस्यों हाकम सिंह, अंकित रमोला, चन्दन मनराल, जयजीत दास, मनोज जोशी, दीपक शर्मा और केन्द्रपाल की संपत्तियों का आकलन कर जब्तीकरण की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट जिलाधिकारी देहरादून को भेज दी गई थी.
पेपर लीक के शातिर विपिन बिहारी की संपत्ति होगी कुर्क: जिलाधिकारी देहरादून द्वारा अभियुक्त चंदन मनराल, हाकम सिंह, अंकित रमोला और जयजीत दास की संपत्ति कुर्क करवा ली गई है. अन्य के खिलाफ कार्रवाई जारी है. अब एसटीएफ द्वारा इस गैंग के एक अन्य सदस्य विपिन बिहारी की भी संपत्ति का आकलन पूरा कर लिया गया है. इसकी रिपोर्ट तैयार करते हुए जिलाधिकारी देहरादून को जब्तीकरण की लिए भेज दी गई है.
ये हैं विपिन बिहारी के काले कारनामे: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा-14(1) के तहत अभियुक्त की अवैध संपत्ति को जिलाधिकारी द्वारा जब्त किये जाने का प्रावधान है. इसी क्रम में आज एसटीएफ की टीम के द्वारा यूकेएसएसएससी की विभिन्न भर्ती परीक्षा में की गयी धांधली के अपराध में जिला कारागार सुद्धोवाला में सजा काट रहा अभियुक्त बिपिन बिहारी इन परीक्षाओं को आयोजित कराने वाली आरएमएस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात था की रिपोर्ट दी गई. अलग-अलग परीक्षाओं में विपिन बिहारी द्वारा परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक कराने में मुख्य भूमिका निभायी गयी थी. इसके साथ ही वर्ष 2015-2016 की सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा और VDO भर्ती परीक्षा में OMR शीट में गड़बड़ी करने में भी इसकी संलिप्तता पाई गई थी.
आय का बड़ा साधन नहीं, बना ली एक करोड़ की संपत्ति: इसको देखते हुये एसटीएफ द्वारा अभियुक्त विपिन बिहारी की चल अचल संपत्तियों की छानबीन की गयी तो इसकी लगभग एक करोड़ की चल अचल सम्पत्ति का पता लगा है. इसमें अभियुक्त विपिन बिहारी के अपनी परिजनों के नाम से लखनऊ सीतापुर हाईवे से लगी हुयी 23 बीघा जमीन जिसका बाजार मूल्य करीब 65 लाख रुपये, 650 वर्ग फीट का लखनऊ शहर में एक प्लॉट और लगभग 04 लाख रुपये अलग-अलग बैंकों में जमा किए जाना पाया गया.
ये भी पढ़ें: UKSSSC Paper Leak Case: केंद्रपाल सहित तीन नकल माफिया की होगी संपत्ति जब्त, STF ने डीएम को भेजी रिपोर्ट
डीएम देहरादून को भेजी गई रिपोर्ट: इनके संबंध में एसटीएफ द्वारा जांच की गई तो विपिन बिहारी और उसके परिजनों की आय के नाममात्र स्रोत पाये गये हैं. अभियुक्त विपिन बिहारी द्वारा संपत्ति साल 2015-2016 के बाद कमायी गयी है. इस कारण अभियुक्त विपिन बिहारी की संपत्ति और बैंक में जमा धनराशि के जब्तीकरण के लिए एसटीएफ द्वारा रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी भेज दी गई है.