देहरादून: उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में 123.01 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है. जिसमें राज्य सरकार की अंश पूंजी पर लाभांश के रूप में यूजेवीएनएल ने राज्य सरकार को 40.01 करोड़ रुपए दिए हैं. जी हां, मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सचिवालय में सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष यूजेवीएनएल राधिका झा एवं प्रबन्ध निदेशक संदीप सिंघल ने राज्य सरकार की अंश पूंजी पर लाभांश के रूप में रूप में 40.01 करोड़ रूपए का चेक भेंट किया है.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने यूजेवीएनएल द्वारा प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूर्ण करने के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि यूजेवीएनएल भविष्य में भी अपनी क्षमताओं का बेहतर उपयोग कर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने हेतु प्रयत्नशील रहेगा. साथ ही मुख्यमंत्री ने निगम के कार्मिकों की मेहनत, लगन एवं बेहतर कार्य संस्कृति की भी सराहना की.
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वहीं, सचिव ऊर्जा राधिका झा ने बताया कि निगम ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में 123.01 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया गया तथा उसी के अनुरुप राज्य सरकार को निगम की ओर से 40.01 करोड़ रुपये लाभांश के रुप में दिया गया है. साथ ही बताया कि निगम द्वारा विगत कुछ वर्षों से सरकार को निरंतर लाभांश दिया जा रहा है तथा इस वर्ष का 40.01 करोड़ रुपये, यह अभी तक का सर्वाधिक लाभांश है.
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में यूजेवीएनएल द्वारा निर्धारित लक्ष्य 4822 मिलियन यूनिट के सापेक्ष 5088.88 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया जो कि पर्यावरणीय प्रवाह (ई-फ्लो) को समाहित करते हुए अभी तक का निगम का उच्चतम विद्युत उत्पादन है. इसी क्रम में निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 923.43 करोड़ रुपये की ऊर्जा विक्रय की गई जो कि निगम की स्थापना के बाद से अभी तक की अधिकतम ऊर्जा विक्रय है.