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उज्जैन: 67 लाख की ठगी मामले में 4 इंटरनेशनल ठग गिरफ्तार, आरोपियों में दो रुद्रपुर के भी

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Published : Apr 5, 2022, 3:05 PM IST

मध्य प्रदेश के उज्जैन की साइबर सेल टीम ने क्लीयरेंस के नाम पर मोटी रकम ऐंठने वाले चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो उत्तराखंड के रुद्रपुर के रहने वाले हैं और दो विदेशी नागरिक हैं. ठग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर, विदेश से महंगे गिफ्ट भेजकर कस्टम समेत अन्य क्लीयरेंस के नाम पर पैसे ऐंठते थे. साथ ही शादी का झांसा देकर विश्वास में लेकर ठगी को अंजाम देते थे.

Uttarakhand News
67 लाख की ठगी मामले में 4 इंटरनेशनल ठग गिरफ्तार

उज्जैन/देहरादून: साइबर पुलिस को ठगी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर की संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर पुलिस को 2018 में 67 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी और बताया था कि सोशल मीडिया पर वह एक विदेशी नागरिक से संपर्क में थी. उसी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ फ्रॉड किया है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 420 में प्रकरण पंजीकृत किया और मामले को विवेचना में लिया. साइबर ठगी के मामले को पुलिस ने 2020 में राज्य साइबर सेल ट्रांसफर किया, जहां साइबर प्रभारी रीमा कुरील ने बताया कि कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

करोड़ों के ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड मिला: आरोपियों के देश भर में 20 बैंक खातों में 2016 से 2019 के अंतराल में 6 करोड़ से अधिक की राशि का ट्रांजैक्शन मिला है. इनमें दो नागरिक विदेशी हैं व दो नागरिक उत्तराखंड के निवासी हैं. दोनों विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. जिनका मेडिकल कराया गया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. 2021 में भी रीवा के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया था, उसके बाद साक्ष्य मिलते गये, अब सफलता हाथ लगी है.

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गिरफ्तार इंटरनेशनल ठग.

सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती: संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर में 2018 में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 2017 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर एक लुईस डर्क नामक व्यक्ति से हुई थी. जिसके बाद लुईस ने शादी का प्रस्ताव दिया और कई महीनों तक सोशल मीडिया पर संपर्क में रहा. विदेश से कई महंगे गिफ्ट, गोल्ड ज्वेलरी व नकदी लेकर भारत आकर शादी करने की बात कही थी. जब फरियादी द्वारा हां की गई तो लुइस डर्क द्वारा महंगे आइटम, जिसमें महंगे गिफ्ट, ज्वेलरी, गोल्ड, विदेशी मुद्रा आदि फरियादी को मिली.

क्लीयरेंस के नाम पर लाखों ठगे: सामान के आधार पर फरियादी युवती ने कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम पर 3 साल में कुल 67 लाख रुपए अलग-अलग 20 बैंक खातों में जमा कराए गए. तब जाकर युवती को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ. युवती से लुइस डर्क कभी मिला ही नहीं, बस सामान भेजता रहा और अपने ठग साथियों से कॉल कराकर कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम से पैसा लेता रहा. जब 1 साल तक व्यक्ति नहीं मिला तो शंका हुई और उसने 2018 में शिकायत दर्ज कराई.

कैसे करते थे ठगी जानिए: नाइजीरियन क्रिश्चियन लुईस डर्क सोशल मीडिया पर सुंदर व आकर्षक युवतियों के नाम से आईडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूनाइटेड किंगडम, यूएस और अरब देशों के कई लोगों को विपरीत लिंगानुसार यानी महिला को पुरुष और पुरुष को महिला बन फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और उनसे बातचीत कर अपने विश्वास में लेता था. जिनके लिए कई महंगे गिफ्ट, कपड़े, महंगे फोन, डायमंड ज्वेलरी, विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता और शादी का प्रस्ताव रखता. उसके कुछ ही दिनों बाद सोमालिया निवासी आरोपी फौजी ओमर, उत्तराखण्ड रुद्रपुर निवासी सोहन सिंह लोगों को कस्टम ड्यूटी, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट सर्टिफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे.

मुनाफा कमा कर देने का वादा कर नौ लोगों से ठगे करोड़ों रुपये, जांच में जुटी पुलिस

ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे ठग: आरोपी मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार जो कि आरोपी सोहन सिंह का जीजा है, राशि जमा करने के लिए खातों को उपलब्ध करवाता था. जिसके खाते में पैसा जाता, उस खाता धारक को 10% हिस्सा देते थे. पैसा आने की जानकारी पीड़ितों से मिलते ही एटीएम से व चेक से पैसा निकालकर अपना हिस्सा बांट लिया करते थे. ठगी की राशि को आरोपी महंगी लाइफ स्टाइल, लड़कियों पर खर्च करने के लिए हर दिन नए ब्रांडेड कपड़े खरीदने व अन्य कामों में उपयोग करते थे.

साइबर सेल ने टीम गठित की: उज्जैन साइबर टीम ने साक्ष्य के आधार पर टीम को दिल्ली, गुड़गांव, रामपुर, बरेली, रुद्रपुर रवाना किया. टीम लगातार 6 दिन तक अलग-अलग जगहों पर पूछताछ करती रही. टीम को रुद्रपुर में सफलता हाथ लगी, जहां पर आरोपी मोहित उर्फ राजीव कुमार व उसका जीजा दिल्ली से सोहन सिंह जो एक नाइजीरियन निवासी क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी फौजी ओमार के साथ काम करता था, साक्ष्य के आधार पर हिरासत में लिया. जिनसे पूछताछ की गई तो मोहित सिंह उर्फ राजीव द्वारा मामले में बताया कि उसने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व पैन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाए और अपने जीजा आरोपी बनाए गए सोहन सिंह को दे रखे थे.

लोकेशन बदलते रहते थे आरोपी: सोहन सिंह द्वारा अपने स्वयं की एक फर्जी फर्म तैयार कर बैंक खाता नाइजीरियन दोस्त क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी दोस्त फौजी ओमर को उपलब्ध करवाकर नकद राशि देकर अपना 10% हिस्सा लेता था. सोहन सिंह जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता था, उनको कमीशन 10% देता था. आरोपी लोकेशन बदलते रहते थे, हर जगह बैंक खाता किराये के घर के एड्रेस पर खुलवाते थे.

आरोपियों से जब्त सामान: आरोपियों के पास से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किए गए हैं. आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर बैंक खातों में राशि व अन्य लोगों के साथ हुई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

  • मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • सोहन सिंह निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • क्रिश्चियन एडिके निवासी नाइजीरिया
  • फौजी ओमर निवासी सोमालिया

साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी: ठगी के इस मामले के खुलासे के बाद राज्य साइबर सेल ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.

  • सोशल मीडिया व अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें.
  • सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर विश्वास न करें.
  • महंगे गिफ्ट आइटम, गोल्ड-डायमंड ज्वेलरी के लालच में न पड़ें.
  • क्यूआर कोड स्कैन करने पर बैंक खाते से रुपए निकलते हैं तो तत्काल शिकायत दर्ज कराएं
  • किसी को भी अपनी पर्सनल जानकारी न दें.

उज्जैन/देहरादून: साइबर पुलिस को ठगी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर की संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर पुलिस को 2018 में 67 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी और बताया था कि सोशल मीडिया पर वह एक विदेशी नागरिक से संपर्क में थी. उसी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ फ्रॉड किया है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 420 में प्रकरण पंजीकृत किया और मामले को विवेचना में लिया. साइबर ठगी के मामले को पुलिस ने 2020 में राज्य साइबर सेल ट्रांसफर किया, जहां साइबर प्रभारी रीमा कुरील ने बताया कि कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

करोड़ों के ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड मिला: आरोपियों के देश भर में 20 बैंक खातों में 2016 से 2019 के अंतराल में 6 करोड़ से अधिक की राशि का ट्रांजैक्शन मिला है. इनमें दो नागरिक विदेशी हैं व दो नागरिक उत्तराखंड के निवासी हैं. दोनों विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. जिनका मेडिकल कराया गया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. 2021 में भी रीवा के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया था, उसके बाद साक्ष्य मिलते गये, अब सफलता हाथ लगी है.

Uttarakhand News
गिरफ्तार इंटरनेशनल ठग.

सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती: संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर में 2018 में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 2017 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर एक लुईस डर्क नामक व्यक्ति से हुई थी. जिसके बाद लुईस ने शादी का प्रस्ताव दिया और कई महीनों तक सोशल मीडिया पर संपर्क में रहा. विदेश से कई महंगे गिफ्ट, गोल्ड ज्वेलरी व नकदी लेकर भारत आकर शादी करने की बात कही थी. जब फरियादी द्वारा हां की गई तो लुइस डर्क द्वारा महंगे आइटम, जिसमें महंगे गिफ्ट, ज्वेलरी, गोल्ड, विदेशी मुद्रा आदि फरियादी को मिली.

क्लीयरेंस के नाम पर लाखों ठगे: सामान के आधार पर फरियादी युवती ने कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम पर 3 साल में कुल 67 लाख रुपए अलग-अलग 20 बैंक खातों में जमा कराए गए. तब जाकर युवती को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ. युवती से लुइस डर्क कभी मिला ही नहीं, बस सामान भेजता रहा और अपने ठग साथियों से कॉल कराकर कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम से पैसा लेता रहा. जब 1 साल तक व्यक्ति नहीं मिला तो शंका हुई और उसने 2018 में शिकायत दर्ज कराई.

कैसे करते थे ठगी जानिए: नाइजीरियन क्रिश्चियन लुईस डर्क सोशल मीडिया पर सुंदर व आकर्षक युवतियों के नाम से आईडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूनाइटेड किंगडम, यूएस और अरब देशों के कई लोगों को विपरीत लिंगानुसार यानी महिला को पुरुष और पुरुष को महिला बन फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और उनसे बातचीत कर अपने विश्वास में लेता था. जिनके लिए कई महंगे गिफ्ट, कपड़े, महंगे फोन, डायमंड ज्वेलरी, विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता और शादी का प्रस्ताव रखता. उसके कुछ ही दिनों बाद सोमालिया निवासी आरोपी फौजी ओमर, उत्तराखण्ड रुद्रपुर निवासी सोहन सिंह लोगों को कस्टम ड्यूटी, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट सर्टिफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे.

मुनाफा कमा कर देने का वादा कर नौ लोगों से ठगे करोड़ों रुपये, जांच में जुटी पुलिस

ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे ठग: आरोपी मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार जो कि आरोपी सोहन सिंह का जीजा है, राशि जमा करने के लिए खातों को उपलब्ध करवाता था. जिसके खाते में पैसा जाता, उस खाता धारक को 10% हिस्सा देते थे. पैसा आने की जानकारी पीड़ितों से मिलते ही एटीएम से व चेक से पैसा निकालकर अपना हिस्सा बांट लिया करते थे. ठगी की राशि को आरोपी महंगी लाइफ स्टाइल, लड़कियों पर खर्च करने के लिए हर दिन नए ब्रांडेड कपड़े खरीदने व अन्य कामों में उपयोग करते थे.

साइबर सेल ने टीम गठित की: उज्जैन साइबर टीम ने साक्ष्य के आधार पर टीम को दिल्ली, गुड़गांव, रामपुर, बरेली, रुद्रपुर रवाना किया. टीम लगातार 6 दिन तक अलग-अलग जगहों पर पूछताछ करती रही. टीम को रुद्रपुर में सफलता हाथ लगी, जहां पर आरोपी मोहित उर्फ राजीव कुमार व उसका जीजा दिल्ली से सोहन सिंह जो एक नाइजीरियन निवासी क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी फौजी ओमार के साथ काम करता था, साक्ष्य के आधार पर हिरासत में लिया. जिनसे पूछताछ की गई तो मोहित सिंह उर्फ राजीव द्वारा मामले में बताया कि उसने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व पैन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाए और अपने जीजा आरोपी बनाए गए सोहन सिंह को दे रखे थे.

लोकेशन बदलते रहते थे आरोपी: सोहन सिंह द्वारा अपने स्वयं की एक फर्जी फर्म तैयार कर बैंक खाता नाइजीरियन दोस्त क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी दोस्त फौजी ओमर को उपलब्ध करवाकर नकद राशि देकर अपना 10% हिस्सा लेता था. सोहन सिंह जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता था, उनको कमीशन 10% देता था. आरोपी लोकेशन बदलते रहते थे, हर जगह बैंक खाता किराये के घर के एड्रेस पर खुलवाते थे.

आरोपियों से जब्त सामान: आरोपियों के पास से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त किए गए हैं. आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर बैंक खातों में राशि व अन्य लोगों के साथ हुई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

  • मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • सोहन सिंह निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • क्रिश्चियन एडिके निवासी नाइजीरिया
  • फौजी ओमर निवासी सोमालिया

साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी: ठगी के इस मामले के खुलासे के बाद राज्य साइबर सेल ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.

  • सोशल मीडिया व अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें.
  • सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर विश्वास न करें.
  • महंगे गिफ्ट आइटम, गोल्ड-डायमंड ज्वेलरी के लालच में न पड़ें.
  • क्यूआर कोड स्कैन करने पर बैंक खाते से रुपए निकलते हैं तो तत्काल शिकायत दर्ज कराएं
  • किसी को भी अपनी पर्सनल जानकारी न दें.
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