देहरादून: उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनने के बाद राज्य मंत्री अनिल गोयल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का आभार व्यक्त किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अक्सर वह मुख्यमंत्री के साथ एविएशन के विषयों पर चर्चा करते रहते थे. अब मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्होंने बताया कि एविएशन से जुड़ी कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है और कई योजनाएं पाइप लाइन में हैं.
पर्यटन राज्य की दिशा में जॉय राइड पर होगा काम
राज्य मंत्री अनिल गोयल ने बताया कि उत्तराखंड को पर्यटन राज्य बनाने की दिशा में जॉय राइड की शुरुआत की गई थी. इन छोटी हेली सेवाओं को प्रदेश के अन्य चयनित इलाकों में जिसमें हरिद्वार-बहादराबाद गंगा किनारे शामिल हैं जॉय राइड संचालित किए जाने से पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा. साथ ही हिमालय दर्शन समेत कई अन्य ऐसी लोकेशन हैं, जहां पर इस क्षेत्र में काम किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: कैग रिपोर्ट पर AAP नेता रविंद्र जुगरान ने सरकार को घेरा, लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
स्वास्थ्य के क्षेत्र में हेली सेवाओं की संभावनाएं
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में भी हेली सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली है. इसमें आने वाले समय में एयर एंबुलेंस के जरिए प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की तरफ काम किया जा सकता है. इसके अलावा अन्य कई ऐसी परिस्थितियां हैं, जहां पर हेली सेवाओं के जरिए स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकती हैं. उन संभावनाओं को तलाशा जाएगा और उन पर काम किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से मिलने पहुंचे मदन कौशिक, शाही स्नान को लेकर की चर्चा
लोकल कनेक्टिविटी और आपदा में बेहतर उपयोग
उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने और लोकल कनेक्टिविटी से पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क मार्ग से पहुंचने में काफी समय खर्च होता है. ऐसे में इस तरह की हेली सेवाओं की छोटी उड़ानों को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके अलावा आपदा के समय भी एविएशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसमें आपदाग्रस्त क्षेत्र तक पहुंचने में कम समय लगे. इसके लिए नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण द्वारा रणनीति बनाई जाएगी.
ये भी पढ़ें: दिन-दहाड़े फायरिंग मामले में पुलिस ने किया खुलासा, सात गिरफ्तार
हेली सेवाओं का टैक्सी कॉरिडोर बनाने का प्रयास
वहीं, UCADA के उपाध्यक्ष अनिल गोयल ने बताया कि उनका ये लक्ष्य है कि उत्तराखंड में हेली सेवाओं को लेकर टैक्सी कॉरिडोर जैसी व्यवस्था स्थापित की जाए. ताकि पर्यटकों को कम समय में एक बेहतर विकल्प उपलब्ध कराया जा सके. इसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा इस तरह की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिल सके.