देहरादून: राजधानी में दो दिवसीय उत्तराखंड विरासत कार्यक्रम का आगाज किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उत्तराखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्र कलाकार और हस्तशिल्प कलाकार दूरस्थ इलाकों से पहुंचे हैं. इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन देहरादून के चारधाम अस्पताल के निदेशक डॉ. केपी जोशी ने किया है.
इस कार्यक्रम के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि मेयर सुनील उनियाल गामा पहुंचे. साथ ही प्रदेश के जाने-माने लोक गायक गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और पद्मश्री जागर गायक प्रीतम भरतवाण भी मौके पर मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में पहुंचे पहाड़ी इलाकों से 45 वाद्य यंत्र कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. इसके साथ ही यहां प्रदेश के पारंपरिक हस्तशिल्प कलाकारों ने भी अलग से स्टाल लगाया है.
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मेयर सुनील उनियाल ने वाद्य यंत्र और हस्तशिल्प कलाकारों के लिए आयोजित किए गए कार्यक्रम की सराहना की. साथ ही कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर होना चाहिए, जिससे प्रदेश की संस्कृति को अलग पहचान मिल सके.
आयोजक वरिष्ठ फिजीशियन और चारधाम अस्पताल के निदेशक डॉ. केपी जोशी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश के पारंपरिक वाद्य यंत्र कलाकारों को एक मंच प्रदान करना है, जिससे प्रदेश के वाद्य यंत्र कलाकारों को भी एक अलग पहचान मिल सके. कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले वाद्य यंत्र कलाकारों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की भी उनकी तैयारी है. इसके लिए कुछ निजी कंपनियों से उन्होंने संपर्क किया है.