कोटद्वार: उत्तराखंड में कर्मकार कल्याण बोर्ड की तरफ से कोटद्वार में ईएसआई अस्पताल बनाए जाने के लिए दिए गए 20 करोड़ रुपए पूरी तरह से वापस कर दिए गए हैं. आपको बता दें कि ब्रिज एंड रूफ कंपनी ने पहले 18 करोड़ रुपए वापस किए थे और अब बकाया 2 करोड़ भी बोर्ड को वापस किए हैं.
कोटद्वार में ईएसआई अस्पताल बनाने का सपना अब टूटता हुआ नजर आ रहा है. कर्मकार कल्याण बोर्ड के जरिए कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की विधानसभा कोटद्वार में ईएसआई अस्पताल बनाए जाने के प्रयास किए गए थे, लेकिन नियमों के विरुद्ध ब्रिज एंड रूफ कंपनी को दिए गए 20 करोड़ रुपए पर सरकार ने सख्ती दिखाते हुए कंपनी से यह पूरी रकम वापस ले ली है. इसके बाद कोटद्वार में ईएसआई अस्पताल बनने का रास्ता फिलहाल मुश्किल होता हुआ दिखाई दे रहा है.
आपको बता दें कि नियमों के खिलाफ वित्तीय स्वीकृति के मामले के सार्वजनिक होने के बाद सरकार ने इस पर सख्ती दिखाई थी और कंपनी से सभी 20 करोड़ रुपए वापस करने के लिए कहा था. इसके बाद कंपनी ने 18 करोड रुपए वापस करते हुए डीपीआर और दूसरे खर्चों में दो करोड़ रुपए व्यय होने की बात कही थी. इसके बाद सरकार ने कंपनी पर सख्ती दिखाते हुए बाकी बचे दो करोड़ भी वापस करने के लिए कहा था. ऐसे में सरकार की सख्ती को देखते हुए कंपनी ने बकाया 2 करोड़ की राशि भी अब वापस कर दी है.
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इसके बावजूद भी कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने सीधे तौर पर कहा है कि कोटद्वार में अस्पताल बनाने का उनका सपना भी पूरा करके रहेंगे, क्योंकि वह काफी लंबे समय से इस को लेकर लगे हुए थे और मुख्यमंत्री से भी इसको लेकर कई बार बात कर चुके हैं, लेकिन इस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. इसलिए केंद्रीय मंत्रियों से बात करते हुए वे कोटद्वार में अस्पताल बनाने के सपने को पूरा करेंगे.
हालांकि, उनके इस बयान के बाद सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अब कंपनी ने जब पूरे 20 करोड़ रुपए वापस कर दिए हैं तो अब ईएसआई अस्पताल बनने की दिशा में फिलहाल कोई कार्यवाही होना मुश्किल नजर आ रहा है.