ETV Bharat / state

पुरानी पेंशन योजना में आएंगे 2005 के बाद नियुक्त हुए शिक्षक-कर्मचारी! सरकार ने केंद्र से की सिफारिश

उत्तराखंड सरकार ने केंद्र से वर्ष 2005 के बाद नियुक्त हुए सभी शिक्षक-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना के दायरे में लाने की सिफारिश की है.

उत्तराखंड सरकार
उत्तराखंड सरकार
author img

By

Published : Aug 31, 2020, 4:08 PM IST

Updated : Sep 1, 2020, 3:58 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड सरकार ने कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए वर्ष 2005 के बाद के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के दायरे में लाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है. हालांकि इस पर अभी कई सारी तकनीकी विषयों पर स्थिति स्पष्ट होना बाकी है.

2005 के बाद नियुक्त हुए शिक्षक-कर्मचारी

जानकारों की मानें तो जहां एक तरफ सरकार वित्तीय प्रबंधन से जूझ रही है और अपने खर्चे कम करने में लगी है. ऐसे में पुरानी पेंशन को लेकर कर्मचारियों को दी जा रही राहत कितनी कारगर साबित होगी, ये भविष्य के गर्त में है. यही नहीं इस फैसले पर राजनीतिक इसे चुनावी फैसला भी बता रहे हैं.

पढ़ेंः कोरोना: पारंपरिक कारोबार हुआ प्रभावित, दूसरा व्यवसाय करने को मजबूर कारीगर

वहीं दूसरी तरफ कर्मचारी संगठन ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने सरकार के इस फैसले को कर्मचारियों के हित में बताया. लेकिन सरकार से ये जवाब भी मांगा है कि अगर पेंशन से जुड़े सभी विषय राज्य सरकार के अधीन हैं तो सरकार केंद्र को संस्तुति भेजने की बात क्यों कह रही है? कर्मचारी नेता अरुण पांडे ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए सरकार से जल्द इस संबंध में वस्तुस्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.

देहरादूनः उत्तराखंड सरकार ने कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए वर्ष 2005 के बाद के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के दायरे में लाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है. हालांकि इस पर अभी कई सारी तकनीकी विषयों पर स्थिति स्पष्ट होना बाकी है.

2005 के बाद नियुक्त हुए शिक्षक-कर्मचारी

जानकारों की मानें तो जहां एक तरफ सरकार वित्तीय प्रबंधन से जूझ रही है और अपने खर्चे कम करने में लगी है. ऐसे में पुरानी पेंशन को लेकर कर्मचारियों को दी जा रही राहत कितनी कारगर साबित होगी, ये भविष्य के गर्त में है. यही नहीं इस फैसले पर राजनीतिक इसे चुनावी फैसला भी बता रहे हैं.

पढ़ेंः कोरोना: पारंपरिक कारोबार हुआ प्रभावित, दूसरा व्यवसाय करने को मजबूर कारीगर

वहीं दूसरी तरफ कर्मचारी संगठन ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने सरकार के इस फैसले को कर्मचारियों के हित में बताया. लेकिन सरकार से ये जवाब भी मांगा है कि अगर पेंशन से जुड़े सभी विषय राज्य सरकार के अधीन हैं तो सरकार केंद्र को संस्तुति भेजने की बात क्यों कह रही है? कर्मचारी नेता अरुण पांडे ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए सरकार से जल्द इस संबंध में वस्तुस्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.

Last Updated : Sep 1, 2020, 3:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.