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छात्रों की सुरक्षा से खिलवाड़ पड़ेगा भारी, 450 निजी वाहनों का चालान, 40 सीज - cbse board guideline

परिवहन विभाग की ओर से देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की और विकासनगर में स्कूली बसों और वैन का ऑडिट शुरू हो चुका है. पहले चरण में करीब 400 स्कूली बसों का ऑडिट किया गया है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट और सीबीएसई बोर्ड की गाइडलाइन पूरी नहीं करने वाले 450 निजी वाहनों का चालान किया गया है और 40 वाहनों को सीज किया गया है.

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Published : May 21, 2022, 9:55 AM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की और विकासनगर में स्कूली बसों और वैन में सुरक्षित यात्रा कराई जा सके, इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से बसों का ऑडिट शुरू हो चुका है. परिवहन विभाग की टीम स्कूली बसों और वाहनों को सड़कों पर चेक करने की बजाय, अब खुद स्कूलों में जाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी मानकों के अनुसार जांच कर रही है.

पहले चरण में 400 गाड़ियों का ऑडिट: पहले चरण में करीब 400 गाड़ियों का ऑडिट किया जा चुका है. साथ ही जो स्कूल बसें सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक संचालित नहीं की जा रही हैं, उन बसों और वाहनों को चिन्हित कर गाड़ियों के संचालकों को नोटिस जारी किया जा रहा है, साथ ही उन वाहनों के संचालन पर लोक लगाई जा रही है. पहले चरण में ऐसी 25 स्कूली बसों के संचालन पर रोक लगाई गई है.

परिवहन विभाग ने 450 निजी वाहनों को किया चालान.

नाबालिग बच्चों को वाहन न दें अभिभावक: परिवहन विभाग ने उन अभिभावकों को भी नोटिस दिया है, जिनके बच्चे अपने दोपहिया वाहन से स्कूल जाते हैं. नोटिस में कहा गया है कि वो अपने छात्रों को वाहन न दें, जब तक उनका अपना लाइसेंस न बन जाए. अगर ऐसा पाया गया 25 हजार का जुर्माना या फिर 3 साल की सजा अभिभावक को हो सकती है.

40 गाड़ियां सीज: आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया की परिवहन विभाग द्वारा स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. स्कूल के वाहनों को ऑडिट किया जा रहा है. इस दौरान करीब 450 वाहनों के चालान किये गए हैं. 40 से ज्यादा वाहनों को सीज किया गया है. इसके साथ साथ ऐसे वाहन संचालकों को सख्त हिदायत भी दी गई है कि किसी भी दशा में उन वाहनों को नहीं चलाएं, जिनके कागज पूरे नहीं है. साथ ही अभिभावकों से अतिरिक्त रुपए वसूल नहीं करेंगे.
पढे़ं- उत्तराखंड में बकायेदारों पर कृपा बरसा रहा आबकारी विभाग, 88 करोड़ का अधिभार बकाया

आरटीओ कार्यालय के बाहर से दलाल गिरफ्तार: आरटीओ प्रवर्तन ने आरटीओ कार्यालय के बाहर से एक दलाल को पकड़ा है. आरोपी दलाल के खिलाफ ओएनजीसी में तैनात सीआईएसएफ कर्मी से ड्राइवर लाइसेंस बनवाने के नाम पर ठगी की गई थी. बता दें, ओएनजीसी में तैनात सीआईएसएफ कर्मी प्रेम सिंह नेगी अगस्त 2021 में अपने बच्चों का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने आरटीओ कार्यालय आए थे. यहां उनकी मुलाकात रवि रावत से हुई. रवि ने कहा कि उसे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के एवज में रवि रावत ने पांच हजार रुपए मांगे. प्रेम सिंह ने आरोपी के झांसे में आकर पांच हजार रुपए दे दिए, लेकिन रवि रावत ने ना तो लाइसेंस बनवाया और ना ही रकम लौटाई.

दूसरा मामला होशियार सिंह रमोला का है. रमोला ने भी आरटीओ प्रवर्तन से शिकायत की है कि उनकी गाड़ी की एनओसी के नाम पर रवि रावत ने 3000 हजार लिए थे लेकिन ना तो एनओसी बनवाई और ना ही रकम वापस की है. आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि रवि रावत की शिकायत मिलने के बाद आरटीओ कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने रवि रावत को दफ्तर में ही पकड़ लिया और हाथीबड़कला चौकी पुलिस को सौंप दिया गया.

देहरादून: राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की और विकासनगर में स्कूली बसों और वैन में सुरक्षित यात्रा कराई जा सके, इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से बसों का ऑडिट शुरू हो चुका है. परिवहन विभाग की टीम स्कूली बसों और वाहनों को सड़कों पर चेक करने की बजाय, अब खुद स्कूलों में जाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी मानकों के अनुसार जांच कर रही है.

पहले चरण में 400 गाड़ियों का ऑडिट: पहले चरण में करीब 400 गाड़ियों का ऑडिट किया जा चुका है. साथ ही जो स्कूल बसें सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक संचालित नहीं की जा रही हैं, उन बसों और वाहनों को चिन्हित कर गाड़ियों के संचालकों को नोटिस जारी किया जा रहा है, साथ ही उन वाहनों के संचालन पर लोक लगाई जा रही है. पहले चरण में ऐसी 25 स्कूली बसों के संचालन पर रोक लगाई गई है.

परिवहन विभाग ने 450 निजी वाहनों को किया चालान.

नाबालिग बच्चों को वाहन न दें अभिभावक: परिवहन विभाग ने उन अभिभावकों को भी नोटिस दिया है, जिनके बच्चे अपने दोपहिया वाहन से स्कूल जाते हैं. नोटिस में कहा गया है कि वो अपने छात्रों को वाहन न दें, जब तक उनका अपना लाइसेंस न बन जाए. अगर ऐसा पाया गया 25 हजार का जुर्माना या फिर 3 साल की सजा अभिभावक को हो सकती है.

40 गाड़ियां सीज: आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया की परिवहन विभाग द्वारा स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. स्कूल के वाहनों को ऑडिट किया जा रहा है. इस दौरान करीब 450 वाहनों के चालान किये गए हैं. 40 से ज्यादा वाहनों को सीज किया गया है. इसके साथ साथ ऐसे वाहन संचालकों को सख्त हिदायत भी दी गई है कि किसी भी दशा में उन वाहनों को नहीं चलाएं, जिनके कागज पूरे नहीं है. साथ ही अभिभावकों से अतिरिक्त रुपए वसूल नहीं करेंगे.
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आरटीओ कार्यालय के बाहर से दलाल गिरफ्तार: आरटीओ प्रवर्तन ने आरटीओ कार्यालय के बाहर से एक दलाल को पकड़ा है. आरोपी दलाल के खिलाफ ओएनजीसी में तैनात सीआईएसएफ कर्मी से ड्राइवर लाइसेंस बनवाने के नाम पर ठगी की गई थी. बता दें, ओएनजीसी में तैनात सीआईएसएफ कर्मी प्रेम सिंह नेगी अगस्त 2021 में अपने बच्चों का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने आरटीओ कार्यालय आए थे. यहां उनकी मुलाकात रवि रावत से हुई. रवि ने कहा कि उसे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के एवज में रवि रावत ने पांच हजार रुपए मांगे. प्रेम सिंह ने आरोपी के झांसे में आकर पांच हजार रुपए दे दिए, लेकिन रवि रावत ने ना तो लाइसेंस बनवाया और ना ही रकम लौटाई.

दूसरा मामला होशियार सिंह रमोला का है. रमोला ने भी आरटीओ प्रवर्तन से शिकायत की है कि उनकी गाड़ी की एनओसी के नाम पर रवि रावत ने 3000 हजार लिए थे लेकिन ना तो एनओसी बनवाई और ना ही रकम वापस की है. आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि रवि रावत की शिकायत मिलने के बाद आरटीओ कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने रवि रावत को दफ्तर में ही पकड़ लिया और हाथीबड़कला चौकी पुलिस को सौंप दिया गया.

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