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स्कूली वाहनों की चेकिंग के लिए परिवहन विभाग का नया प्लान, बच्चों को नहीं होगी कोई परेशानी

अब विभाग अलग-अलग दिन ये चेकिंग अभियान चलाएंगा, जिससे बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो और ये चेकिंग छुट्टी के दिन की जाएगी.

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Published : May 16, 2019, 11:51 PM IST

Updated : May 17, 2019, 8:46 AM IST

देहरादून: परिवहन विभाग लगातार स्कूली वाहनों की चेकिंग कर रहा है. बीते दो दिनों में परिवहन विभाग ने करीब 49 स्कूली वाहनों के चालन काटे हैं. साथ ही ऐसे 11 स्कूली वाहनों को सीज भी किया है, जो नियम विरुद्ध चल रहे थे. ये चेकिंग अभियान सुबह और दोपहर के समय चलाया जा रहा है, जिससे बच्चों और उनके माता-पिता का परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब इन बच्चों की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए विभाग ने नया प्लान बनाया है.

पढ़ें- मंत्री रेखा आर्य ने किया बालिका निकेतन का निरीक्षण, कल संदिग्ध परिरिस्थियों में हुई थी नाबालिग की मौत

बता दें कि तीन दिन पहले देहरादून के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को स्कूल बस में चोट लग गई थी. इस मामले में बच्चे के पिता ने स्कूल प्रबंधक के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था. स्कूल बस में सुरक्षा के सभी उपरकरण मौजूद नहीं थे. इस मामले में परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे थे. इसी को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग बीते दो दिनों से स्कूली वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चला रखा है. लेकिन ये चेकिंग सुबह या फिर बच्चों को घर छोड़ते समय दोपहर को की जा रही थी. ऐसे में स्कूली बच्चों को भी परेशानियों को सामना करना पड़ा. परिजनों ने इस मामले की शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों से भी थी.

परिवहन विभाग का नया प्लान

पढ़ें- मामूली कहासुनी में दोस्त ने दोस्त पर झोंका फायर, हालत गंभीर

ऐसे में बच्चों को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसके लिए विभाग ने नया प्लान बनाया है. देहरादून आरटीओ दिनेश पोठाई ने बताया कि उनका एक रूटीन है कि सुबह स्कूल जाते समय या फिर दोपहर को वापस आते समय ही स्कूल बसों को चेकिंग की जाए. लेकिन अक्सर देखने में आता है कि इस दौरान बच्चों को काफी परेशानी की सामना करना पड़ता है. लिहाजा अब विभाग अलग-अलग दिन ये चेकिंग अभियान चलाएंगा, जिससे बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो और ये चेकिंग छुट्टी के दिन की जाएगी.

आरटीओ ने बताया कि प्रथम चरण में शहर के ऐसे प्रमुख स्कूलों को चिन्हित किया जाएगा. जिनके पास 5 से ज्यादा स्कूल बसें है. उसके बाद उन सभी स्कूलों को एक नोटिस देकर एक तारीख तय की जाएगी. जिस दिन स्कूल का अवकाश होगा. उसी दिन सभी वाहनों की चेकिंग की जाएगी और वाहनों की फिटनेस देखी जाएगी. इसके अलावा ड्राइवरों के मानक चेक जाएंगे. साथ ही सीबीएसई बोर्ड के मानक भी ध्यान दिया जाएगा. बसों में चालक और परिचालक का वेरिफिकेशन भी पुख्ता किया जाएगा. सभी मानक पूरे होने पर ही वाहनों को संचालन का परमिट दिया जाएगा. यदि किसे स्कूल के द्वारा मानक पूरे नहीं किये जाते हैं तो उन स्कूली वाहनों की फिटनेस मौके पर ही खत्म कर दी जाएगी.

देहरादून: परिवहन विभाग लगातार स्कूली वाहनों की चेकिंग कर रहा है. बीते दो दिनों में परिवहन विभाग ने करीब 49 स्कूली वाहनों के चालन काटे हैं. साथ ही ऐसे 11 स्कूली वाहनों को सीज भी किया है, जो नियम विरुद्ध चल रहे थे. ये चेकिंग अभियान सुबह और दोपहर के समय चलाया जा रहा है, जिससे बच्चों और उनके माता-पिता का परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब इन बच्चों की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए विभाग ने नया प्लान बनाया है.

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बता दें कि तीन दिन पहले देहरादून के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे को स्कूल बस में चोट लग गई थी. इस मामले में बच्चे के पिता ने स्कूल प्रबंधक के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था. स्कूल बस में सुरक्षा के सभी उपरकरण मौजूद नहीं थे. इस मामले में परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे थे. इसी को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग बीते दो दिनों से स्कूली वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चला रखा है. लेकिन ये चेकिंग सुबह या फिर बच्चों को घर छोड़ते समय दोपहर को की जा रही थी. ऐसे में स्कूली बच्चों को भी परेशानियों को सामना करना पड़ा. परिजनों ने इस मामले की शिकायत परिवहन विभाग के अधिकारियों से भी थी.

परिवहन विभाग का नया प्लान

पढ़ें- मामूली कहासुनी में दोस्त ने दोस्त पर झोंका फायर, हालत गंभीर

ऐसे में बच्चों को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसके लिए विभाग ने नया प्लान बनाया है. देहरादून आरटीओ दिनेश पोठाई ने बताया कि उनका एक रूटीन है कि सुबह स्कूल जाते समय या फिर दोपहर को वापस आते समय ही स्कूल बसों को चेकिंग की जाए. लेकिन अक्सर देखने में आता है कि इस दौरान बच्चों को काफी परेशानी की सामना करना पड़ता है. लिहाजा अब विभाग अलग-अलग दिन ये चेकिंग अभियान चलाएंगा, जिससे बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो और ये चेकिंग छुट्टी के दिन की जाएगी.

आरटीओ ने बताया कि प्रथम चरण में शहर के ऐसे प्रमुख स्कूलों को चिन्हित किया जाएगा. जिनके पास 5 से ज्यादा स्कूल बसें है. उसके बाद उन सभी स्कूलों को एक नोटिस देकर एक तारीख तय की जाएगी. जिस दिन स्कूल का अवकाश होगा. उसी दिन सभी वाहनों की चेकिंग की जाएगी और वाहनों की फिटनेस देखी जाएगी. इसके अलावा ड्राइवरों के मानक चेक जाएंगे. साथ ही सीबीएसई बोर्ड के मानक भी ध्यान दिया जाएगा. बसों में चालक और परिचालक का वेरिफिकेशन भी पुख्ता किया जाएगा. सभी मानक पूरे होने पर ही वाहनों को संचालन का परमिट दिया जाएगा. यदि किसे स्कूल के द्वारा मानक पूरे नहीं किये जाते हैं तो उन स्कूली वाहनों की फिटनेस मौके पर ही खत्म कर दी जाएगी.

Intro:पिछले 2 दिनों ने परिवहन विभाग ताबड़तोड़ स्कूली वाहनों का चेकिंग अभियान चला रखा है। परिवहन विभाग ने अभियान के दौरान चेकिंग कर 49 स्कूल वाहनों का चालान किया साथ ही 11 वाहन सीज किये है।ओर स्कूल की छुट्टी होने के बाद परिवहन विभाग सभी स्कूली बसों की चेकिंग का अभियान शुरू करता है।लेकिन इस सब के बीच स्कूल बस से घर जा रहे बच्चो को इस प्रकार की चेकिंग में गर्मी होने के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और स्कूल बस में अपने घर जा रहे बच्चो को घर जाने में देरी हो जाती है।जिसके चलते बच्चो के परिजन भी इन चेकिंग से काफी नाराजगी जताते है।लेकिन परिवहन विभाग ने इस फ़ाज़ियत का समाधान निकाल लिया है।और अब छुट्टी के दिन स्कूलों में ही जाकर स्कूल वाहनों की चेकिंग किया करेगे।ओर स्कूल वाहन में कमी पाने पर मौके पर ही कार्यवाही की जायेगी।


Body:देहरादून में कुछ दिन पहले हुए स्कूल बस से गिरे बच्चे के हादसे को लेकर परिवहन विभाग काफी सतर्कता बरत रहा है।ओर इस मामले को लेकर परिवहन विभाग को काफी फजीहत भी झेलनी पड़ी थी।जिसके बाद परिवहन विभाग हरकत में आकर चेकिंग अभियान चलाकर स्कूल की छुट्टी के बाद सड़क पर स्कूल बसों को सीज करने के साथ कई बसों के चालान भी किये।जिससे बच्चो को तो परेशानी का सामना करना पड़ता है।वही बच्चो के अभिभावक भी परेशान होते है।ऐसे में कई बार अभिभावकों ने परिवहन विभाग से नाराजगी जताई है।लेकिन परिवहन विभाग चैकिंग अभियान न चलाये तब भी अभिभावक नाराजगी जताते है।ओर आरोप लागते है कि स्कूल बसों में बच्चो को ठूस ठूस कर भरा जाता है।या फिर स्कूल बस की हालत बहुत खसती है।इसमें दोनो ही मामलों में परिवहन विभाग ही फसता है।


Conclusion:आरटीओ दिनेश पोठाई ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारा एक रूटीन है कि स्कूल बसों को चेक करने के लिए सुबह स्कूल जाते समय या फिर वापसी के समय प्रयास रहता है कि पहले बच्चों को ड्रॉप कर दिया जाए उसके बाद ही स्कूल बस पर कार्रवाई की जाए।लेकिन यह है सच है कि कहीं ना कहीं बच्चों और अभिभावकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके लिए अब हम एक नई पहल शुरू करने जा रहे हैं कि अब हम टारगेट करके अभियान चलाएंगे जिसमें प्रथम चरण में जो प्रमुख विद्यालय हैं जिनके पास स्कूल बसों की संख्या 5 से अधिक है उनको चयनित करके और उनको बाकायदा नोटिस देकर 1 तारीख तय कर उस तारीख पर जाकर जिस दिन अवकाश का दिन रहेगा सभी वाहनों को खड़ा करके तकनीकी व्यवस्था को चेक की जाएगी।और ड्राइवरों के मानक चेक किए जाएंगे।साथ ही सीबीएसई बोर्ड के मानक भी चेक करने का काम किया जाएगा।जो भी उसमें चालक परिचालक है उनका वेरिफिकेशन देखा जाएगा।सभी मानक पूरे किए गए हैं या नहीं यदि उनके मानक सही पाए गए तो उनको ही परमिट दिया जाएगा।नहीं तो जिसके मानक सही नहीं पाए गए उनकी फिटनेस मौके पर ही खत्म कर दी जाएगी।और एक नया मैसेज स्कूलों के बीच में जाएगा।अब परिवहन विभाग की स्कूलों में में जाकर चेक कर रहा है तो अब उनका बचना संभव नहीं है।परिवहन विभाग जुलाई में स्कूल खुलने के बाद ही यह योजना लागू करेगा।

बाइट- दिनेश पोठाई(आरटीओ)
Last Updated : May 17, 2019, 8:46 AM IST
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