ऋषिकेश: आज विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से संयुक्त यातायात रोटेशन, विक्रम मालिक महासंघ, जीप यूनियन, टैक्सी यूनियन, ट्रक एसोसिएशन, टेंपो यूनियन एवं ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों ने मुलाकात की. उन्होंने लॉकडाउन के कारण होने वाली समस्याओं से विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया और सरकार के समक्ष उनकी मांगों को रखने का आग्रह किया.
संयुक्त यातायात रोटेशन के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान हजारों वाहन चालक और वाहन स्वामी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. इस महामारी ने टैक्सी के कारोबार को बिल्कुल शून्य पर लाकर छोड़ दिया है. इससे उबरने में करीब एक से दो साल और उससे ज्यादा का समय भी लग जाएगा. इससे उबर पाना इस कारोबार के लिए बहुत मुश्किल है.
उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए ताकि कारोबार भी जिंदा रह सके. ऐसे में उत्तराखंड सरकार को चालक व मालिकों को आर्थिक मदद उपलब्ध करानी चाहिए. साथ ही एक साल तक टैक्स अदायगी पर भी रोक लगायी जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि साल 2013 में आयी आपदा के दौरान भी सरकार ने टैक्स अदायगी पर रोक लगायी थी. कोरोना संकट में भी सरकार को टैक्सी चालकों व मालिकों की मदद के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.
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वहीं, विक्रम मालिक महासंघ के अध्यक्ष विनय सारस्वत ने कहा कि वाहनों के संचालन से उनके परिवार का पालन पोषण होता है, लेकिन अब वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है. उनको वाहन का लोन, टैक्स, बीमा व फिटनेस की राशि चुकाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवसाय में लोगों द्वारा लिए गए लोन पर सरकारी बैंक अथवा प्राइवेट बैंक द्वारा 6 महीने तक किस्त में छूट मिलनी चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी यातायात व्यवसाय से जुड़े यूनियन के अध्यक्षों को हर प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि यातायात व्यवसाय से जुड़े लोगों एवं चालक व परिचालकों की समस्याओं को लेकर वह जल्द ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करेंगे.