ऋषिकेश: कोरोना काल में परिवहन व्यवसाय के साथ-साथ पर्यटन व्यवसाय भी मंदी की मार झेल रहा है. ऐसे में परिवहन व्यवसायियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. अब परिवहन व्यवसायियों ने सरकार से छूट देने की अपील की है.
बता दें, उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा से जुड़े परिवहन व्यवसाय कोरोना महामारी की मार झेल रहे हैं. तीर्थ यात्रियों का उत्तराखंड न पहुंचने की वजह से परिवहन व्यवसायियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. अब परिवहन व्यवसायियों ने उत्तराखंड सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि अगर सरकार उत्तराखंड पहुंचने वाले यात्रियों को और भी छूट देती है, तो यात्री यहां आने के लिए तैयार हैं. दरअसल, सरकार ने यात्री वाहनों को 50 प्रतिशत सवारियों को ढोने की शर्त पर छूट दी है, जिससे यात्रा का किराया लगभग दोगुना हो जाता है.
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वहीं, संयुक्त रोटेशन चारधाम यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने कहा कि उनके पास लगातार चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के फोन आ रहे हैं, लेकिन किराया दोगुना होने की वजह से वो यहां आने से कतरा रहे हैं. ऐसे में परिवहन व्यवसायियों ने सरकार को श्रद्धालुओं की समस्या का हवाला देते हुए कहा है कि अगर सरकार 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत की छूट अगर देती है, तो यात्री उत्तराखंड आने के लिए तैयार हैं.