ऋषिकेशः उत्तराखंड में मानव तस्करी की रोकथाम (Human Trafficking in Uttarakhand) के लिए राज्य महिला आयोग की ओर से संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान उन्हें मानव तस्करी रोकने के लिए आवश्यक जानकारियों और तौर तरीकों से अवगत कराया गया.
दरअसल, ऋषिकेश नगर निगम (Rishikesh Municipal Corporation) सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में चार जिलों टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार और देहरादून के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (Anti Human Trafficking Unit) से जुड़े पुलिस और अन्य विभागीय अधिकारी शामिल हुए. उन्हें उत्तराखंड राज्य महिला आयोग (Uttarakhand State Commission For Women) की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल की मौजूदगी में प्रशिक्षण दिया गया. आयोग के अधिकारियों ने मानव तस्करी रोकने के लिए तमाम तरह की जानकारियों और कार्रवाई से अवगत कराया.
मानव तस्करी की शिकार युवतियों और महिलाओं को दोबारा से समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के तरीकों का भी प्रशिक्षण दिया गया. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के देहरादून इंचार्ज हेमंत खंडूरी ने भी महिलाओं से अपना अनुभव साझा करते हुए इस पर रोकथाम को लेकर कई बारीकियां बताई. साथ ही उन्होंने कहा कि अपने आसपास की स्थिति को भांप कर किस तरह से आप इस तरह के माहौल का अंदाजा लगा सकते हैं. इस प्रशिक्षण शिविर में हेमंत खंडूरी ने कई बारीकियां महिलाओं के साथ साझा की.
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पहाड़ी इलाकों से लड़कियों की तस्करी गंभीरः कार्यशाला में आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने खासकर पहाड़ी इलाकों से लड़कियों की तस्करी (Girls trafficking from Uttarakhand Hill Areas) को लेकर गंभीरता जताई. उन्होंने अधिकारियों को इस तरह के मामलों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए. इसके अलावा भी उन्होंने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के अधिकारियों को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी करते हुए हर हाल में मानव तस्करी रोकने को कहा.
उत्तराखंड में स्पा और मसाज सेंटर को लेकर गाइडलाइन होगी तैयारः वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल (Women commission chairperson Kusum Kandwal) ने बताया कि जिस तरह से उत्तराखंड में स्पा और मसाज सेंटर (Spa and Massage Center in Uttarakhand) संचालित किए जा रहे हैं. उनको लेकर एक नियमावली बनाकर शासन को भेज दी गई है. नियमावली में साफ तौर पर लिखा गया है कि महिला मसाज सेंटर में महिलाएं मसाज करेंगी और पुरुष मसाज सेंटर में पुरुष करेंगे. मसाज करने वाले कर्मचारी प्रशिक्षित होने चाहिए. इस तरह की गाइडलाइन बनाई जा रही है. शासन से स्वीकृति मिलते ही लागू कर दिया जाएगा.