डोइवाला: चार धाम यात्रा पर देशभर से लाखों तीर्थयात्री हर साल उत्तराखंड आते हैं. साथ की पर्यटन सीजन में भारी संख्या में पर्यटक भी हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून और मसूरी घूमने जाते हैं. इस दौरान उन्हें जाम से जूझना पड़ता है, लेकिन अब जल्द ही लोगों को इस जाम से मुक्ति मिलने वाली है.
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देहरादून-हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच जाम लगने की सबसे बड़ी वजह हरिद्वार-देहरादून नेशनल हाई-वे के फोरलेन का अधूरा पड़ा काम है. जिसके चलते यहां अक्सर जाम की स्थिती देखने को मिलती है. पहले जिस कंपनी के ठेका दिया गया था वो फोरलेन का काम अधूरा छोड़ कर चली गई थी. जिसके बाद सरकार ने एक नई कंपनी को हाई-वे के निर्माण कार्य का जिम्मा दिया था.
नई कंपनी द्वारा फोरलेन का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. लाल तप्पड़ से लेकर मोहकमपुर तक कंपनी फोरलेन निर्माण का कार्य कर रही है. कंपनी को एक साल के भीतर कार्य पूरा करने का टारगेट दिया गया है.
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कार्यदायी संस्था एटलस के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि 244 करोड़ की लागत से हरिद्वार के लाल तप्पड़ से लेकर देहरादून के मोहकमपुर तक फोरलेन निर्माण का कार्य किया जा रहा है. एक साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा करने की कोशिश कंपनी के द्वारा की जा रही है. आगामी मानसून सीजन को देखते हुए बरसात से पहले अधिक से अधिक कार्य पूरा करने की कोशिश की जा रही है.
पुष्पेंद्र कुमार के मुताबिक सोंग नदी पर पुल का निर्माण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है. इस पुल के बनने के बाद यात्रियों को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा. फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा होने से दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लग जाएगा.