ऋषिकेश: तीर्थनगरी में महर्षि महेश योगी की तपस्थली चौरासी कुटिया में अब अंतरराष्ट्रीय बैंड ग्रुप ‘बीटल्स’ के गीतों की धुनें यहां आने वाले देश-दुनिया के पर्यटकों के कानों में गूंजेंगी. राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन ने कुटिया क्षेत्र में आधुनिक ऑडियो सिस्टम स्थापित किया है, जिससे 60 के दशक के मशहूर बैंड ग्रुप बीटल्स के गाने और संगीत पर्यटकों को सुनाई देंगे.
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की गौहरी रेंज अंतर्गत स्वर्गाश्रम क्षेत्र में पडने वाली मशहूर चौरासी कुटिया को लगातार सजाने और संवारने का काम जारी है. आरक्षित वन क्षेत्र में पड़ने वाली कुटिया में पहले से ही इंग्लैंड के मशहूर बैंड बीटल्स से जुड़ी यादों को फोटो गैलरी आदि के माध्यम से जीवंत किया गया है, जिसे देखने के लिए काफी तादाद में देशी और विदेशी पर्यटक हर साल पहुंचते हैं.
अब पर्यटकों की आमद को और ज्यादा बढ़ाने के लिए पार्क प्रशासन ने नई पहल की है. कुटिया क्षेत्र में करीब 20 आधुनिक म्यूजिक स्पीकर स्थापित किए गए हैं. रेंज अधिकारी धीर सिंह के मुताबिक इन म्यूजिक स्पीकर में बीटल्स के गाने और उनकी धुनें बजाई जाएंगी. इसका उद्देश्य टूरिस्ट को कुटिया की ओर आकर्षित करना है. स्पीकर्स में सिर्फ उन्हीं गीतों को बजाय जाएगा, जोकि बीटल्स ने यहां रहकर तैयार किए थे.
ये भी पढ़ें: 'अनसुनी नहीं हो रही जनता की आवाज, भू-कानून के लिए उच्च स्तरीय समिति का होगा गठन'
इसके अलावा हमारे जीवन में विशेष महत्व रखने वाले नौ ग्रहों की दशा बेहतर बनी रहे, इसके प्रयास भी वन विभाग ने किए हैं. चौरासी कुटिया परिसर के अंदर नवग्रह वाटिका भी विकसित की गई है. वाटिका में नौ ग्रहों से संबंधित पौधे लगाए गए हैं. धार्मिक मान्यता है कि जो भी व्यक्ति नवग्रह वाटिका के दर्शन कर इस की परिक्रमा करता है, उस पर नवग्रहों की विशेष कृपा बनी रहती है.
वन क्षेत्राधिकारी धीर सिंह ने बताया कि पर्यटक ज्यादा से ज्यादा चौरासी कुटिया पहुंचे, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. बता दें कि, चौरासी कुटिया ने 1968 में विश्व का ध्यान तब खींचा था, जब यहां दुनिया के मशहूर म्यूजिकल ग्रुप बीटल्स के सदस्य अपने आध्यात्मिक योगगुरु महेश योगी की तपस्थली आए थे.