मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में वैसे तो सैलानी लगातार बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं, लेकिन अधिकतर पर्यटक बिना मास्क के दिखाई दे रहे हैं. इतना ही नहीं सैलानी कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां भी उड़ा रहे हैं. पर्यटकों को ना तो कोरोना होने का डर है और ना ही पुलिस प्रशासन का खौफ. हालांकि पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. पुलिस चालान की कार्रवाई के अलावा लोगों का कोरोना का टेस्ट भी करवा रही है.
दरअसल, मसूरी में इन दिनों विभिन्न प्रदेशों के सैलानी पहुंच रहे हैं. लेकिन ज्यादातर पर्यटक कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं. कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका भी जताई जा रही. ऐसे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बना हुआ है. बात करें अगर मालरोड सहित अन्य पर्यटन स्थलों की, तो यहां भी पर्यटक कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते दिख जाएंगे. यहां तक कि सैलानी बिना कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के ही प्रदेश के भीतर प्रवेश कर रहे हैं.
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अब अगर ये कहा जाए कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका और प्रबल होगी, तो ये जरा भी गलत ना होगा. हालांकि प्रशासन और पुलिस की ओर से लोगों को लगातार कोरोना और उससे बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है. साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से जारी कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने की अपील की जा रही है. इसके बावजूद मसूरी आने वाले सैलानी पुलिस और प्रशासन की बात को दरकिनार कर रहे हैं.
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उधर, पुलिस बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने वाले लोगों का लगातार चालान कर रही है. इसके अलावा मास्क नहीं पहनने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है. वहीं, SDM प्रेम लाल का कहना है कि प्रशासन और पुलिस लोगों को लगातार कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए जागरूक कर रहे हैं. साथ ही जो लोग बिना मास्क घूमते दिखाई दे रहे हैं, उनके चालान भी किए जा रहे हैं.