मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में एडवाइजरी का पालन न करने वाले पर्यटकों को प्रवेश द्वार कोलूखेत से ही लौटाया जा रहा है. इसके साथ ही पर्यटकों से मसूरी में ही 7 दिनों की बुकिंग के साथ 7 दिनों का क्वारंटाइन फॉर्म भी भरवाया जा रहा है. जिला प्रशासन ने मसूरी और ऋषिकेश में पर्यटकों को शर्तों के अनुसार आने की छूट दी है.
बुधवार को मसूरी प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त रूप से मसूरी के प्रवेश द्वार कोलूखेत पर चेकिंग अभियान चलाया. जिसमें बाहरी राज्यों से मसूरी आने वाले लोगों को 72 घंटे के भीतर आईसीएमआर से प्रमाणित कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट देखी जा रही है. जिन लोगों द्वारा कोरोना टेस्ट नहीं करवाया गया है उन्हें मसूरी में ही 7 दिनों की बुकिंग के साथ 7 दिनों का क्वारंटाइन फॉर्म भरवाया जा रहा है. इसके अलावा जो लोग दोनों नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनको मसूरी में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.
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मसूरी एसडीएम प्रेम लाल ने कहा मसूरी में व्यापार को संचालित करने और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए पर्यटकों को आने की छूट दी गई है. उन्होंने कहा मसूरी में पर्यटकों के प्रवेश को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं, जिसका पालन करना जरूरी है. नियमों का पालन न करने वाले पर्यटकों को मसूरी में आने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा यहां पहुंचने वाले सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ मास्क पहनना अनिवार्य है.
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वहीं, अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती ने कहा कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन काफी सतर्क है. जिसके लिए लगातार प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर चेकिंग अभियान चला रहा है. बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. मसूरी कोतवाल देवेंद्र असवाल ने बताया बाहरी राज्यों से मसूरी में आने वाले लोगों को पुलिस टीम कोलूखेत में चेक कर रही है. इनमें जो भी लोग प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें वापस भेजा जा रहा है.