मसूरीः पर्यटन नगरी मसूरी में कोरोना प्रभावित राज्यों से आने वाले पर्यटकों से कोविड जांच रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया गया है. जिसके बाद से पर्यटन व्यवसाय पर काफी प्रभाव पड़ा है. शहर के अधिकांश होटलों में 40 से 50 फीसदी बुकिंग कैंसिल हो गई है. पर्यटकों से गुलजार रहने वाला मसूरी अब वीकेंड पर भी खाली सा नजर आ रहा है.
स्थानीय होटल कारोबारियों का कहना है पटरी पर लौटा पर्यटन अब फिर से चरमराने लगा है. पर्यटक भी कोविड रिपोर्ट को लेकर भ्रम में हैं. क्योंकि, RT-PCR की रिपोर्ट आने काफी दिन लग रहे हैं. तब तक पर्यटकों की छुट्टियां खत्म हो जाएंगी.
आमतौर पर वीकेंड में मसूरी में सैलानियों की भीड़ उमड़ती थी, जो अब घटने लगी है. जिसका सीधा असर पर्यटन व्यवसाय पर पड़ रहा है. होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएन माथुर ने बताया कि नई गाइडलाइन के चलते तीन दिन के अवकाश में मसूरी आने वाले पर्यटकों की अधिकतर बुकिंग रद्द हो गई है. करीब पचास प्रतिशत बुकिंग रद्द होने से होटल व्यवसाय पर भारी प्रभाव पड़ा है. जबकि, वीकेंड पर अच्छी संख्या में पर्यटक मसूरी आते हैं.
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उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जो गाइडलाइन आई है, उससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है. क्योंकि, मसूरी घूमने आने वालों का बार्डर में टेस्ट किया जा रहा है. साथ ही सरकार की गाइडलाइन है कि पर्यटकों से RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी, जबकि आरटीपीसीआर की रिपोर्ट दो से तीन दिनों में आती है. तब तक पर्यटकों की छुट्टियां खत्म हो जा रही हैं. वहीं, देश में लगातार बढ़ते कोरोना से पहले ही बुकिंग कैंसिल हो रही हैं. इस वीकेंड पर जहां सौ से नब्बे फीसदी बुकिंग होनी थी, वह बीस से तीस फीसदी रह गई है.
वहीं, एक निजी होटल के प्रबंधक अरविंद सेमवाल ने कहा कि सरकार ने जो नई गाइडलाइन जारी की है, उससे पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हुआ है. क्योंकि, कोरोना प्रभावित 12 राज्यों से आने वाले पर्यटकों को आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी कर दिया गया है. इससे होटल की बुकिंग रद्द हो गई है. इसका प्रभाव पर्यटन व्यवसाय से जुडे सभी लोगों को हो रहा है. आने वाले समय में जिस तरह कोरोना बढ़ रहा है, उससे लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है.