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नेशनल गेम्स के कैंप को लेकर संघ और विभाग आमने-सामने, एक-दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद

उत्तराखंड में नेशनल गेम्स को लेकर लगने वाले कैंप अभी तक नहीं लग पाए हैं. जिम्मेदार खेल विभाग और संघ का बयान सामने आया है.

38TH NATIONAL GAMES
नेशनल गेम्स के कैंप को लेकर संघ और विभाग आमने-सामने (PHOTO-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 11, 2024, 10:02 PM IST

Updated : Nov 11, 2024, 10:51 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में 28 जनवरी 2025 से प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर खेल विभाग जोर शोर से तैयारी कर रहा है. 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में किसी भी तरह की कोई कमी ना रहे, इसको लेकर कार्य योजना भी विभाग तैयार कर रहा है. लेकिन हैरानी की बात है कि 6 महीने पहले शुरू होने वाले नेशनल गेम्स के प्लेयर सिलेक्शन कैंप अभी तक आयोजित नहीं हो पाए हैं. जबकि कैंप के आयोजन के जिम्मेदार खेल विभाग और खेल संघ एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं.

दरअसल, नेशनल गेम्स से पहले लगने वाले अलग-अलग विधाओं के कैंप से खिलाड़ियों की फाइनल राउंड की तैयारी होती है. कैंप में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाती है. खिलाड़ियों का सेलेक्शन किया जाता है. इसीलिए नेशनल गेम्स शुरू होने से तकरीबन 1 साल या 6 महीने पहले सभी गेम्स के कैंप नेशनल गेम्स को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाते हैं.

नेशनल गेम्स के कैंप को लेकर संघ और विभाग आमने-सामने (VIDEO-ETV Bharat)

एक-दूसरे के पाले पर डाली जा रही गैंद: पूरे मामले पर खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि साल भर या 6 महीने पहले से नेशनल गेम्स के कैंप इसलिए नहीं लग पाए क्योंकि नेशनल गेम्स की तिथि तय नहीं थी. भारतीय ओलंपिक संघ ने 9 अक्टूबर को तिथि की घोषणा की. उसके बाद खेल संघ के साथ तय हुआ कि संघ अपने कैंप आयोजित करना शुरू करेगा. रेखा आर्य ने कहा कि 24 अक्टूबर की बैठक में तय हो चुका था कि कैंप को लेकर सरकार द्वारा हर तरह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.

संघ ने रखा अपना पक्ष: वहीं दूसरी तरफ खेल संघ के अध्यक्ष महेश नेगी का कहना है कि विभाग ने संघ को कैंप लगाने की जिम्मेदारी दी है. लेकिन कैंप लगाने के लिए खेल विभाग ने वित्तीय स्वीकृति नहीं दी है. इस कारण कैंप लगने में देरी हो रही है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि बहुत तेजी से काम चल रहा है. जल्द ही नेशनल गेम्स के कैंप भी लगने शुरू हो जाएंगे.

ये भी पढ़ेंः 38वें नेशनल गेम्स से पहले बदलेगी वेन्यू वाले शहरों की सूरत, चाक चौबंद होंगी व्यवस्थाएं, सीएस ने दिये निर्देश

देहरादूनः उत्तराखंड में 28 जनवरी 2025 से प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर खेल विभाग जोर शोर से तैयारी कर रहा है. 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में किसी भी तरह की कोई कमी ना रहे, इसको लेकर कार्य योजना भी विभाग तैयार कर रहा है. लेकिन हैरानी की बात है कि 6 महीने पहले शुरू होने वाले नेशनल गेम्स के प्लेयर सिलेक्शन कैंप अभी तक आयोजित नहीं हो पाए हैं. जबकि कैंप के आयोजन के जिम्मेदार खेल विभाग और खेल संघ एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं.

दरअसल, नेशनल गेम्स से पहले लगने वाले अलग-अलग विधाओं के कैंप से खिलाड़ियों की फाइनल राउंड की तैयारी होती है. कैंप में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाती है. खिलाड़ियों का सेलेक्शन किया जाता है. इसीलिए नेशनल गेम्स शुरू होने से तकरीबन 1 साल या 6 महीने पहले सभी गेम्स के कैंप नेशनल गेम्स को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाते हैं.

नेशनल गेम्स के कैंप को लेकर संघ और विभाग आमने-सामने (VIDEO-ETV Bharat)

एक-दूसरे के पाले पर डाली जा रही गैंद: पूरे मामले पर खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि साल भर या 6 महीने पहले से नेशनल गेम्स के कैंप इसलिए नहीं लग पाए क्योंकि नेशनल गेम्स की तिथि तय नहीं थी. भारतीय ओलंपिक संघ ने 9 अक्टूबर को तिथि की घोषणा की. उसके बाद खेल संघ के साथ तय हुआ कि संघ अपने कैंप आयोजित करना शुरू करेगा. रेखा आर्य ने कहा कि 24 अक्टूबर की बैठक में तय हो चुका था कि कैंप को लेकर सरकार द्वारा हर तरह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.

संघ ने रखा अपना पक्ष: वहीं दूसरी तरफ खेल संघ के अध्यक्ष महेश नेगी का कहना है कि विभाग ने संघ को कैंप लगाने की जिम्मेदारी दी है. लेकिन कैंप लगाने के लिए खेल विभाग ने वित्तीय स्वीकृति नहीं दी है. इस कारण कैंप लगने में देरी हो रही है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि बहुत तेजी से काम चल रहा है. जल्द ही नेशनल गेम्स के कैंप भी लगने शुरू हो जाएंगे.

ये भी पढ़ेंः 38वें नेशनल गेम्स से पहले बदलेगी वेन्यू वाले शहरों की सूरत, चाक चौबंद होंगी व्यवस्थाएं, सीएस ने दिये निर्देश

Last Updated : Nov 11, 2024, 10:51 PM IST
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