देहरादूनः उत्तराखंड में 28 जनवरी 2025 से प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर खेल विभाग जोर शोर से तैयारी कर रहा है. 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में किसी भी तरह की कोई कमी ना रहे, इसको लेकर कार्य योजना भी विभाग तैयार कर रहा है. लेकिन हैरानी की बात है कि 6 महीने पहले शुरू होने वाले नेशनल गेम्स के प्लेयर सिलेक्शन कैंप अभी तक आयोजित नहीं हो पाए हैं. जबकि कैंप के आयोजन के जिम्मेदार खेल विभाग और खेल संघ एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं.
दरअसल, नेशनल गेम्स से पहले लगने वाले अलग-अलग विधाओं के कैंप से खिलाड़ियों की फाइनल राउंड की तैयारी होती है. कैंप में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाती है. खिलाड़ियों का सेलेक्शन किया जाता है. इसीलिए नेशनल गेम्स शुरू होने से तकरीबन 1 साल या 6 महीने पहले सभी गेम्स के कैंप नेशनल गेम्स को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाते हैं.
एक-दूसरे के पाले पर डाली जा रही गैंद: पूरे मामले पर खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि साल भर या 6 महीने पहले से नेशनल गेम्स के कैंप इसलिए नहीं लग पाए क्योंकि नेशनल गेम्स की तिथि तय नहीं थी. भारतीय ओलंपिक संघ ने 9 अक्टूबर को तिथि की घोषणा की. उसके बाद खेल संघ के साथ तय हुआ कि संघ अपने कैंप आयोजित करना शुरू करेगा. रेखा आर्य ने कहा कि 24 अक्टूबर की बैठक में तय हो चुका था कि कैंप को लेकर सरकार द्वारा हर तरह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.
संघ ने रखा अपना पक्ष: वहीं दूसरी तरफ खेल संघ के अध्यक्ष महेश नेगी का कहना है कि विभाग ने संघ को कैंप लगाने की जिम्मेदारी दी है. लेकिन कैंप लगाने के लिए खेल विभाग ने वित्तीय स्वीकृति नहीं दी है. इस कारण कैंप लगने में देरी हो रही है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि बहुत तेजी से काम चल रहा है. जल्द ही नेशनल गेम्स के कैंप भी लगने शुरू हो जाएंगे.
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