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राहत भरी खबर: चोराबाड़ी झील से केदारनाथ धाम को नहीं कोई खतरा, विशेषज्ञों ने पहुंचकर की जांच - उत्तराखंड समाचार

विशेषज्ञों के दिए गए आश्वासन के बाद श्रद्धालु बेखौफ होकर बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं. इसके साथ ही स्थानीय लोग सहजता से अपने रोजगार को जारी रख सकेंगे. झील से केदारनाथ को कोई खतरा नहीं है.

निरीक्षण करके लौटी टीम
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Published : Jun 28, 2019, 11:39 PM IST

Updated : Jun 28, 2019, 11:52 PM IST

देहरादून: केदारनाथ धाम के ऊपर बनी चोराबाड़ी झील को लेकर लगातार भ्रामक खबरें आ रही थीं. जिसके बाद पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने आईआईटी के विशेषज्ञों और वाडिया भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ चोराबाड़ी झील का निरीक्षण किया. टीम ने झील से केदारनाथ धाम को होने वाले खतरे का सच बयां किया.

वैज्ञानिको ने बताया कि चोराबाड़ी में बन रही झील सामान्य और स्वाभाविक प्रक्रिया में है. दल ने वहां बन रही झील से किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना से इनकार किया है. विशेषज्ञों के मुताबिक ये एक प्राकृतिक प्रक्रिया है.

पढ़ें- केदारनाथ धाम के ऊपर बन रही झील की सच्चाई जानने के लिए भेजी गई वैज्ञानिकों की टीम

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि केदारनाथ के चोराबाड़ी के निकट बन रही नई छोटी झील को लेकर आम जनमानस में संदेह उत्पन्न हो रहा था. शंका को दूर करने और भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए विशेषज्ञों के एक दल को वहां ले जाया गया था. दल ने वहां झील का निरीक्षण किया.

पढ़ें- केदारनाथ के चोराबाड़ी ताल में सिक्स सिग्मा का वीडियो फर्जी, नहीं है कोई खतरा

विशेषज्ञों के दिए गए आश्वासन के बाद श्रद्धालु बेखौफ होकर बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं. इसके साथ ही स्थानीय लोग सहजता से अपने रोजगार को जारी रख सकेंगे. झील से केदारनाथ को कोई खतरा नहीं है. विभाग के अधिकारियों को नई झील के समय-समय पर निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए गए हैं.

देहरादून: केदारनाथ धाम के ऊपर बनी चोराबाड़ी झील को लेकर लगातार भ्रामक खबरें आ रही थीं. जिसके बाद पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने आईआईटी के विशेषज्ञों और वाडिया भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ चोराबाड़ी झील का निरीक्षण किया. टीम ने झील से केदारनाथ धाम को होने वाले खतरे का सच बयां किया.

वैज्ञानिको ने बताया कि चोराबाड़ी में बन रही झील सामान्य और स्वाभाविक प्रक्रिया में है. दल ने वहां बन रही झील से किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना से इनकार किया है. विशेषज्ञों के मुताबिक ये एक प्राकृतिक प्रक्रिया है.

पढ़ें- केदारनाथ धाम के ऊपर बन रही झील की सच्चाई जानने के लिए भेजी गई वैज्ञानिकों की टीम

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि केदारनाथ के चोराबाड़ी के निकट बन रही नई छोटी झील को लेकर आम जनमानस में संदेह उत्पन्न हो रहा था. शंका को दूर करने और भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए विशेषज्ञों के एक दल को वहां ले जाया गया था. दल ने वहां झील का निरीक्षण किया.

पढ़ें- केदारनाथ के चोराबाड़ी ताल में सिक्स सिग्मा का वीडियो फर्जी, नहीं है कोई खतरा

विशेषज्ञों के दिए गए आश्वासन के बाद श्रद्धालु बेखौफ होकर बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं. इसके साथ ही स्थानीय लोग सहजता से अपने रोजगार को जारी रख सकेंगे. झील से केदारनाथ को कोई खतरा नहीं है. विभाग के अधिकारियों को नई झील के समय-समय पर निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने आईआईटी के विशेषज्ञों और बाडिया भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ केदारनाथ स्थित चोराबरी झील का निरीक्षण किया। इस दौरान वैज्ञानिकों ने पाया कि कि चोरा बाड़ी में बन रही झील सामान्य और स्वाभाविक प्रक्रिया है। दल ने वहां बन रही झील से किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना से इनकार किया है, विशेषज्ञों के मुताबिक ये एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।


Body:भ्रमण के बाद पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि केदारनाथ के चोरा बाड़ी के निकट बन रही नई छोटी झील को लेकर आम जनमानस में संदेह उत्पन्न हो रहा था। शंका को दूर करने ऒर भविष्य मे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए विशेषज्ञों को वहां ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ द्वारा दिये गए आश्वासन के बाद श्रद्धालुगण बेखौफ होकर बाबा केदार के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं। इसके साथ ही स्थानीय लोग सहजता से अपने रोजगार को जारी रख सकेंगे। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों को इस नई झील के समय -समय पर निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए गए हैं।


Conclusion: गौरतलब है कि 2013 की आपदा को प्रदेशवासी आज तक नहीं भूले हैं। ऐसे में केदारनाथ के चोरा बाड़ी में बन रही छोटी झील के प्रति विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।

कृप्या फोटो में से उठाने का कष्ट करें।
Last Updated : Jun 28, 2019, 11:52 PM IST
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