देहरादून: कोरोना वायरस की रोकथाम के कारण लगे लॉकडाउन ने पर्यटन व्यवसाय की कमर तोड़ दी है. पर्यटन सीजन में गुलजार रहने वाले पर्यटन स्थल आज सुनसान पड़े हैं, जिसकी वजह से पर्यटन से जुड़े व्यवसाइयों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालांकि अब एक बार फिर सरकार इसे पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है, ताकि पर्यटन से जुड़े लोगों को थोड़ी राहत मिल सके. इसकी को लेकर सोमवार को पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने सभी जिलों के पर्यटन विकास अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की.
बता दें, बैठक के दौरान पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने सभी जिलों के पर्यटन विकास अधिकारियों से कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र पर पड़े प्रभाव तथा विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. साथ ही होमस्टे पंजीकरण, दीनदयाल गृह आवास विकास ऋण योजना, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना तथा 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की स्थिति भी जानी, इसके साथ ही सभी जिला पर्यटन विकास अधिकारियों को आमजन के साथ सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए संपर्क करने और योजनाओं में ऑनलाइन आवेदन को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए.
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वहीं, पर्यटन सचिव ने बताया कि पर्यटन विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना काल के बाद पर्यटन व्यवसाय को पटरी पर लाना है. पर्यटन को किस तरह गति दी जाए, इसी को लेकर सभी जिला पर्यटन विकास अधिकारियों को उनके जनपदों में राज्य सरकार की स्वरोजगार योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.
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पर्यटन सचिव ने बताया कि राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र से जुड़े हुए व्यवसायियों को यथासंभव राहत और रियायत देने के लिए आवश्यक कार्यवाई कर रही है, इसके लिए जनपद स्तर से सूचनाएं एकत्रित की जा रही हैं ताकि सरकार द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके.