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पर्यटन दिवसः साहसिक खेलों का केंद्र बना ऋषिकेश, एडवेंचर के लिए विदेशों से भी पहुंच रहे लोग

रोमांच की तलाश में पर्यटक अब ऋषिकेश का रुख करने लगे हैं. पर्यटकों के लिए यहां राफ्टिंग कैम्पिंग के साथ-साथ अब बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं.

गंगा की लहरों में रोमांच
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Published : Sep 27, 2019, 1:17 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 2:46 PM IST

ऋषिकेशः देवभूमि में ध्यान योग और पूजा पाठ अब तक आपने यही सब सुना होगा लेकिन अब ये ट्रेंड बदल रहा है. सिर्फ देवभूमि ही क्यों यहां आने वाले लोगों का मिजाज भी बदल रहा है. यही कारण है कि कभी ध्यान और योग के लिए जानी जाने वाली देवभूमि में अब पाश्चात्य और यूरोपियन संस्कृति हावी होने लगी है. दुनिया के नक्शे पर न्यूजीलैंड के बाद देवभूमि दूसरी ऐसी जगह बन गई है, जहां खतरनाक और रोमांचकारी पर्यटन से रूबरू होने के लिए लोग देश-विदेश से यहां आ रहे हैं. अब यहां योग और ध्यान के अलावा भी कुछ ऐसा होने लगा है, जिसका मजा लेने के लिए लोग देश-विदेश जाते थे.

तीर्थनगरी में साहसिक खेलों की भरमार.

ऋषिकेश साहसिक पर्यटन का केन्द्र बनता जा रहा है. रोमांच की तलाश में पर्यटक अब ऋषिकेश का रुख करने लगे हैं. पर्यटकों के लिए यहां राफ्टिंग कैम्पिंग के साथ-साथ अब बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.

यही कारण है कि छुट्टियां पड़ते ही पर्यटक उत्तराखंड का रुख कर साहसिक खेलों का जमकर मजा ले रहे हैं. तीर्थनगरी ऋषिकेश में अब साहसिक पर्यटन तेजी से बढ़ने लगा है. इन खेलों का लुत्फ उठाने के लिए भारी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं.

ऋषिकेश का शिवपुरी, कौडियाला, ब्यासी क्षेत्र साहसिक पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है. इससे पहले यहां साहसिक खेल के नाम पर केवल राफ्टिंग का रोमांच ही था लेकिन अब यहां बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं.

जिसका आनंद लेने के लिए देश-विदेश से बड़ी मात्रा में सैलानी आ रहे हैं और जमकर इसका मजा ले रहे हैं. सैलानी यहां पहुंचकर कैम्पिंग, राफ्टिंग और बंजी जम्पिंग जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे खेलों का भी मजा लेते हैं.

यह भी पढ़ेंः पर्यटन दिवसः आस्था, संस्कृति और प्रकृति का अदभुद संगम है 'जखोल-देवक्यारा', प्राकृतिक दृश्य कराते हैं एक नए संसार का एहसास

ऋषिकेश में साहसिक खेलों को संचालित करने वाले आयोजकों का कहना है कि पहले जहां इन साहसिक खेलों का आनंद सिर्फ विदेशों में लिया जा रहा था अब ये उत्तराखंड में भी उपलब्ध हैं. लोग इनका जमकर लुत्फ भी उठा रहे हैं.

लोगों का कहना है कि ऋषिकेश में पहले लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और चारधाम यात्रा के लिए आया करते थे जिस कारण ऋषिकेश को तीर्थनगरी के रूप में जाना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ऋषिकेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपना एक अलग ही स्थान बनाया है.

ऋषिकेशः देवभूमि में ध्यान योग और पूजा पाठ अब तक आपने यही सब सुना होगा लेकिन अब ये ट्रेंड बदल रहा है. सिर्फ देवभूमि ही क्यों यहां आने वाले लोगों का मिजाज भी बदल रहा है. यही कारण है कि कभी ध्यान और योग के लिए जानी जाने वाली देवभूमि में अब पाश्चात्य और यूरोपियन संस्कृति हावी होने लगी है. दुनिया के नक्शे पर न्यूजीलैंड के बाद देवभूमि दूसरी ऐसी जगह बन गई है, जहां खतरनाक और रोमांचकारी पर्यटन से रूबरू होने के लिए लोग देश-विदेश से यहां आ रहे हैं. अब यहां योग और ध्यान के अलावा भी कुछ ऐसा होने लगा है, जिसका मजा लेने के लिए लोग देश-विदेश जाते थे.

तीर्थनगरी में साहसिक खेलों की भरमार.

ऋषिकेश साहसिक पर्यटन का केन्द्र बनता जा रहा है. रोमांच की तलाश में पर्यटक अब ऋषिकेश का रुख करने लगे हैं. पर्यटकों के लिए यहां राफ्टिंग कैम्पिंग के साथ-साथ अब बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.

यही कारण है कि छुट्टियां पड़ते ही पर्यटक उत्तराखंड का रुख कर साहसिक खेलों का जमकर मजा ले रहे हैं. तीर्थनगरी ऋषिकेश में अब साहसिक पर्यटन तेजी से बढ़ने लगा है. इन खेलों का लुत्फ उठाने के लिए भारी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं.

ऋषिकेश का शिवपुरी, कौडियाला, ब्यासी क्षेत्र साहसिक पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है. इससे पहले यहां साहसिक खेल के नाम पर केवल राफ्टिंग का रोमांच ही था लेकिन अब यहां बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं.

जिसका आनंद लेने के लिए देश-विदेश से बड़ी मात्रा में सैलानी आ रहे हैं और जमकर इसका मजा ले रहे हैं. सैलानी यहां पहुंचकर कैम्पिंग, राफ्टिंग और बंजी जम्पिंग जिप लाइन फ्लाइंग फॉक्स जैसे खेलों का भी मजा लेते हैं.

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ऋषिकेश में साहसिक खेलों को संचालित करने वाले आयोजकों का कहना है कि पहले जहां इन साहसिक खेलों का आनंद सिर्फ विदेशों में लिया जा रहा था अब ये उत्तराखंड में भी उपलब्ध हैं. लोग इनका जमकर लुत्फ भी उठा रहे हैं.

लोगों का कहना है कि ऋषिकेश में पहले लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और चारधाम यात्रा के लिए आया करते थे जिस कारण ऋषिकेश को तीर्थनगरी के रूप में जाना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ऋषिकेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपना एक अलग ही स्थान बनाया है.

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ऋषिकेश--देवभूमि में ध्यान योग और पूजा पाठ अब तक आपने यही सब सुना होगा लेकिन देवभूमि अब बदल रही है , सिर्फ देवभूमि ही क्यों यहाँ आने वाले लोगो का मिजाज भी बदल रहा है  यही कारण है कि कभी ध्यान और योग के लिए जानी जाने
वाली देवभूमि में अब पाश्चात्य व यूरोपियन संस्क्रती हावी होने लगी है दुनिया के नक़्शे पर न्यूजीलेंड के बाद  देवभूमि दूसरी ऐसी  जगह बन गयी है जंहा  खतरनाक और रोमांचकारी पर्यटन से रूबरू  होने के लिए लोग देश विदेश से यहाँ आ रहे है,अब यहाँ योग और ध्यान  के अलावा भी कुछ ऐसा  होने लगा है जिसका मजा लेने के लिए लोग देश विदेश जाया करते थे,तो क्या है खास अब देवभूमि  में देखिये ईटीवी भारत संवाददाता विनय पाण्डेय की खास रिपोर्ट---


Body:वी/ओ--ऋषिकेश साहसिक पर्यटन का केन्द्र बनता जा रहा है रोमांच की तलाश में पर्यटक अब ऋषिकेश का रुख करने लगे है पर्यटकों के लिए यहाँ राफ्टिंग कैम्पिंग के साथ साथ अब बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ़्लाइंग फॉक्स  जैसे साहसिक खेल भी उपलब्ध हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं यही
कारण है की छुट्टियाँ पड़ते ही पर्यटक उत्तराखंड का रुख कर साहसिक खेलो का जमकर मजा ले रहे हैं तीर्थनगरी ऋषिकेश में अब साहसिक पर्यटन तेजी से बढने लगा है इन खेलों का
लुत्फ़ उठाने के लिए  भारी संख्या में सैलानी यंहा पहुचते हैं ऋषिकेश का शिवपुरी, कौडियाला, ब्यासी क्षेत्र साहसिक पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है इससे पहले यंहा साहसिक खेल के नाम पर केवल राफ्टिंग का रोमांच ही था लेकिन अब यंहा बंजी जम्पिंग और जिप लाइन फ़्लाइंग फॉक्स जैसे साहसिक
खेल भी उपलब्ध हैं जिसका आनंद लेने के लिए देश विदेश से बड़ी मात्रा में सैलानी आ रहे हैं और जमकर इसका मजा ले रहे हैं सैलानी यहां पंहुचकर कैम्पिंग और राफ्टिंग और बंजी जम्पिंग जिप लाइन फ़्लाइंग फोक जैसे खेलों का भी मजा लेते हैं।



ऋषिकेश में साहसिक खेलों को संचालित करने वाले आयोजको का कहना है की पहले जंहा इन साहसिक खेलों का आनंद सिर्फ विदेशों में लिया जा रहा था अब ये उत्तराखंड में भी उपलब्ध है और लोग इनका जमकर लुत्फ़ भी उठा रहे है, ऋषिकेश के लोगों का कहना है कि ऋषिकेश में पहले लोग धार्मिक अनुष्ठान पूजा पाठ और चार धाम यात्रा के लिए आया करते थे जिस कारण ऋषिकेश को तीर्थ नगरी के रूप में जाना जाता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में ऋषिकेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपना एक अलग ही स्थान बनाया है यहां पर साहसिक खेलों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में देसी व विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं, साथ ही ऋषिकेश पर्यटन की दृष्टि से ऋषिकेश का एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है पर्यटकों की बढ़ती आमद के कारण यहां के युवाओं को रोजगार भी मिला है।



Conclusion:वी/ओ--गंगा की लहरों में रोमांच का मजा लेने आ रहे पर्यटकों से तीर्थनगरी गुलजार रहती है यंहा व्यवसाई काफी खुश है क्योकि चार धाम यात्रा पर निर्भर यंहा का व्यापार अब नए सिरे से अपने कदम बड़ा रहा है इसके साथ ही रोमांच के शौकीनों को नए रोमांच का आनन्द भी मिल रहा है।

बाईट--पंकज शर्मा(पर्यटन व्यवसाई)
बाईट--राजू शर्मा(स्थानीय निवासी)
बाईट--जयंत किशोर शर्मा(स्थानीय निवासी)

पीटीसी--विनय पाण्डेय ऋषिकेश
Last Updated : Sep 27, 2019, 2:46 PM IST
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